हरदोईः विश्व हृदय दिवस (World Heart Day) पर वरिष्ठ क्लीनिकल कार्डियोलोजिस्ट डॉ. अमित शर्मा ETV BHARAT से खास बातचीत करते हुए कहा कि एक अनुमान के अनुसार पूरे देश मे 10 करोड़ से अधिक लोग हृदय संबंधी विकारों से ग्रसित हैं. डॉ. अमित शर्मा ने युवाओं से अपील की है कि वे आध्यत्म से जुड़े और ध्यान लगाकर अपने तनाव को दूर करें. जिससे हृदय संबंधित बीमारियों से ग्रसित होने से बचे रहें. इसके साथ ही उन्होंने हृदय रोगों से बचने के लिए नशे की लत से सावधान रहने की सलाह दी.
डॉ. अमित शर्मा ने विश्व हृदय दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को स्वस्थ्य जीवन जीने का तरीका सिखाया जाना है. साथ ही उन्हें ये संदेश देना है कि आत्मनिर्भर बने और तनाव मुक्त रहे, जिससे कि हृदय संबंधी विकारों से बच सकें. डॉ. अमित शर्मा ने कहा कि आज के समय में सबसे बड़ी समस्या युवाओं में ये है कि वे आत्मनिर्भर नहीं है और अध्यात्म से दूर होते जा रहे हैं. जिस वजह से युवा तनाव ग्रस्त होते जा रहे हैं. हृदय संबंधित विकारों के पैदा होने का अहम कारण तनाव है. उन्होंने कहा कि मेडिटेशन तनाव और हृदय रोगों से बचा जा सकता है.
डॉ. अमित ने कहा कि आज के समय में अधिकांश लोग नशे के लती हो चुके हैं. जिस वजह से वे हृदय से जुड़ी तमाम दिक्कतों से जूझ रहे हैं. उन्होंने कहा कि मधुमेह, ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल बढ़ने आदि बीमारियां नशे के लती लोगों को घेर लेती हैं. परिणामस्वरूप लोग इन जानलेवा बीमारियों की चपेट में आकर समय से पहले ही काल के गाल में समा जाते हैं.
डॉ. ने बताया कि सिर्फ स्मोकिंग यानी कि ज्वलनशील तम्बाकू ही नहीं बल्कि एसएलटी यानी कि स्मोक लेस तंबाकू भी हार्ट अटैक का कारण बन रही है. डॉ. ने बताया कि हृदय की बीमारियां एक गुच्छा है. जिसमें शुगर, ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल साथ ही लिपिड प्रोफाइल आदि इस गुच्छे में शामिल है. जो हृदय को अस्वस्थ्य कर लोगों को मौत का कारण बनते हैं. इस लिए आज के समय में ये जरूरी है कि हम अपने हृदय को स्वस्थ्य रखने के लिए सावधानियां बरतें.
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डॉ. अमित शर्मा ने ने कहा कि आज के समय में लोगों को अपने खान-पान का भी खास ध्यान रखने की जरूरत है. खानपान में लोगों को फल फ्रूट व हरी सब्जियां शामिल करने की सलाह देते हुए डॉक्टर ने तला भुना खाने से बचने की सलाह भी दी.