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हरदोईः गोशालाओं में मिली गड़बड़ी तो नपेंगे जिम्मेदार अफसर - गोशालाओं में गड़बड़ी

उत्तर प्रदेश के हरदोई में मुख्यमंत्री की सख्ती के बाद जिला प्रशासन गोशालाओं में किसी भी तरह की अव्यवस्था को लेकर सतर्क हो गया है. डीएम ने प्रत्येक गोशाला का रोजाना निरीक्षण के साथ ही अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय कर दी है.

हरदोई गोशाला.
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Published : Jul 26, 2019, 11:17 AM IST

हरदोईः जिले के डीएम पुलकित खरे ने पशु आश्रय शालाओं को लेकर जिलास्तरीय अधिकारियों की बैठक बुलाई. बैठक में पशु चिकित्साधिकारियों, नगरीय क्षेत्र के अधिशासी अधिकारी, एडीओ, वीडियो और सीओ मौजूद रहे. जिसमें मुख्य तौर पर हर गौशाला के लिए एक टीम बनाई गई, जिसमें चौकी प्रभारी, ग्राम सचिव, अधिशासी अधिकारी, बीडीओ और पशु चिकित्साधिकारी को नामित किया गया, जिसमें सबकी जिम्मेदारियां तय की गई.

गोशालाओं में गड़बड़ी होने पर नपेंगे जिम्मेदार अफसर.


नई टीम इस तरीके से करेगी काम

  • प्रत्येक आश्रय स्थल पर बनाई गई यह टीम रोजाना पशु आश्रय स्थल का निरीक्षण करेगी.
  • यदि पशु आश्रय स्थल पर कोई लापरवाही पाई जाती है या किसी भी तरह का कोई हादसा सामने आता है तो पूरी टीम संयुक्त रूप से जिम्मेदार होगी.
  • डीएम ने सभी गोशालाओं पर धनराशि का उपयोग करने के निर्देश दिए हैं. हर गोशाला के लिए प्रशासन की ओर से 1 लाख रुपये की धनराशि दी गई है.
  • लेकिन कुछ गौशाला ही ऐसी हैं जिनमें उसका पूर्णतया उपयोग हुआ है, इसलिए 3 दिन का समय देकर उन्हें धनराशि को खर्च कर उपयोग बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं.
  • प्रत्येक गौशाला स्थल के आसपास चारागाह की जमीन को चिन्हित किया जाएगा और उसमें चारा उगाया जाएगा ताकि गोवंशों को पौष्टिक चारा मिल सके.

हरदोईः जिले के डीएम पुलकित खरे ने पशु आश्रय शालाओं को लेकर जिलास्तरीय अधिकारियों की बैठक बुलाई. बैठक में पशु चिकित्साधिकारियों, नगरीय क्षेत्र के अधिशासी अधिकारी, एडीओ, वीडियो और सीओ मौजूद रहे. जिसमें मुख्य तौर पर हर गौशाला के लिए एक टीम बनाई गई, जिसमें चौकी प्रभारी, ग्राम सचिव, अधिशासी अधिकारी, बीडीओ और पशु चिकित्साधिकारी को नामित किया गया, जिसमें सबकी जिम्मेदारियां तय की गई.

गोशालाओं में गड़बड़ी होने पर नपेंगे जिम्मेदार अफसर.


नई टीम इस तरीके से करेगी काम

  • प्रत्येक आश्रय स्थल पर बनाई गई यह टीम रोजाना पशु आश्रय स्थल का निरीक्षण करेगी.
  • यदि पशु आश्रय स्थल पर कोई लापरवाही पाई जाती है या किसी भी तरह का कोई हादसा सामने आता है तो पूरी टीम संयुक्त रूप से जिम्मेदार होगी.
  • डीएम ने सभी गोशालाओं पर धनराशि का उपयोग करने के निर्देश दिए हैं. हर गोशाला के लिए प्रशासन की ओर से 1 लाख रुपये की धनराशि दी गई है.
  • लेकिन कुछ गौशाला ही ऐसी हैं जिनमें उसका पूर्णतया उपयोग हुआ है, इसलिए 3 दिन का समय देकर उन्हें धनराशि को खर्च कर उपयोग बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं.
  • प्रत्येक गौशाला स्थल के आसपास चारागाह की जमीन को चिन्हित किया जाएगा और उसमें चारा उगाया जाएगा ताकि गोवंशों को पौष्टिक चारा मिल सके.
Intro:स्लग--हरदोई में गौशालाओं में गड़बड़ी होने पर नपेंगे यह जिम्मेदार अफसर

एंकर--मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्ती के बाद जिला प्रशासन गौशालाओं में किसी भी तरह की अव्यवस्था को लेकर सतर्क हो गया है लिहाजा जिलाधिकारी ने प्रत्येक गौशाला का रोजाना निरीक्षण के साथ ही अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय कर दी है ऐसे में यदि किसी गौशाला में कोई अव्यवस्था फैलती है तो इसकी जिम्मेदारी इन अधिकारियों की होगी और इन्हें दंडित किया जाएगा साथ ही गोवंश के चारे और पानी के लिए भी इंतजाम किया जाएगा ताकि गोवंश को किसी भी दशा में चारा और भूसा की समस्या ना हो साथ ही बढ़ती गोवंश की समस्या को देखते हुए जिले में जल्द ही अन्य गौशालाओं का निर्माण किया जाएगा ताकि अन्ना पशुओं को पशु आश्रय स्थल तक पहुंचाया जा सके और उन्हें शासन की मंशा के अनुरूप चारा और पानी की व्यवस्था की जा सके ताकि गोवंश दुर्घटनाओं का शिकार ना हो और ना ही किसी किसान का नुकसान हो।


Body:vo--हरदोई में जिला अधिकारी पुलकित खरे ने पशु आश्रय शालाओं को लेकर जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक बुलाई बैठक में पशु चिकित्सा अधिकारियों,नगरीय क्षेत्र के अधिशासी अधिकारी,एडीओ और वीडियो तथा सीओ शामिल हुए जिसमें मुख्य तौर पर प्रत्येक गौशाला के लिए एक टीम बनाई गई जिसमें चौकी प्रभारी, ग्राम सचिव ,अधिशासी अधिकारी ,बीडीओ और पशु चिकित्सा अधिकारी को नामित किया गया जिसमें इनकी जिम्मेदारियां तय की गई कि प्रत्येक आश्रय स्थल पर बनाई गई यह टीम रोजाना पशु आश्रय स्थल का निरीक्षण करेगी यदि पशु आश्रय स्थल पर कोई गड़बड़ी पाई जाती है लापरवाही पाई जाती है किसी भी तरह का कोई हादसा सामने आता है तो यह पूरी की पूरी टीम संयुक्त रूप से जिम्मेदार होगी और इसके लिए इन्हें ही उत्तरदाई माना जाएगा। वही जिलाधिकारी ने सभी पशु आश्रय स्थलों पर धनराशि का उपयोग करने के निर्देश दिए दरअसल हर गौशाला के लिए प्रशासन की ओर से 1 लाख रुपये की धनराशि दी गई है लेकिन इनमें से कुछ गौशाला ही ऐसी हैं जिनमें उसका पूर्णतया उपयोग हुआ है और उनके प्रमाण पत्र ही प्रशासन को मिल सके हैं जबकि उसे गौशाला ऐसी हैं जिन्होंने अभी तक प्रमाण पत्र नहीं दिया है इसलिए उन्हें 3 दिन का समय देकर उन्हें धनराशि को खर्च कर उपयोग बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं साथ ही जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि प्रत्येक गौशाला स्थल के आसपास स्थित चारागाह की जमीन को चिन्हित किया जाए और उसमें चारा उगाया जाए ताकि गोवंश को पशु आश्रय स्थल में ही पौष्टिक चारा मिल सके।
बाइट-- पुलकित खरे जिलाधिकारी हरदोई


Conclusion:voc--इस बारे में जिला अधिकारी पुलकित खरे ने बताया कि अधिकारियों की मीटिंग की गई और साथ ही प्रत्येक गौशाला को लेकर एक टीम बनाई गई है जो प्रत्येक दिन गौशाला का निरीक्षण करेगी और उसका जिम्मा उन्हें सौंपा गया है यदि गौशाला में कोई गड़बड़ी मिलती है तो इस टीम के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी साथ ही गौशालाओं में चारे का उपयोग करने की के लिए अधिकारियों को बताया गया और वहीं चारागाह की जमीन पर चारा उगाने का आदेश दिया गया है ताकि पशु आश्रय स्थल में ही गोवंश को स्वच्छ और पौष्टिक चारा मिल सके।

आशीष द्विवेदी
हरदोई up
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