हरदोई: जिले में नगर पालिका में बोर्ड की मीटिंग को लेकर नगर पालिका परिषद के सभासदों ने आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया है. इस स्थिति के न सुधरने पर मुख्यमंत्री आवास पर जाकर सामूहिक रूप से इस्तीफा देने की चेतावनी दी है. सभासदों का आरोप है कि नगर पालिका परिषद में भ्रष्टाचार चरम पर है. बोर्ड की मीटिंग पिछले काफी अरसे से नहीं बुलाई गई है. मनमाने तरीके से अध्यक्ष और अधिशासी अधिकारी काम करा रहे हैं. ऐसे में नगर पालिका परिषद में फैले भ्रष्टाचार की जांच कराना अत्यंत आवश्यक है. अगर भ्रष्टाचार की जांच नहीं कराई गई और इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई तो सभी सभासद सामूहिक रूप से इस्तीफा देंगे.
हरदोई जिले में कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन करते यह सब यह नगर पालिका परिषद संडीला के सभासद हैं. इनमें से कुछ समाजवादी पार्टी के तो कुछ भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता और पदाधिकारी हैं. इनका आरोप है कि नगर पालिका परिषद संडीला में भ्रष्टाचार चरम पर है. जनहित में इसकी जांच कराना नितांत आवश्यक है. अगर इस मामले में जांच नहीं कराई गई और कोई कार्रवाई नहीं की गई तो सभी सामूहिक रूप से इस्तीफा देने के लिए बाध्य होंगे.
सभासदों का आरोप है कि विगत डेढ़ साल से नगर पालिका बोर्ड बैठक आहूत नहीं की गई है, जिससे विकास कार्य बाधित है. सफाई वाले व ठेका आउटसोर्सिंग को फर्जी तरीके से किया गया है, जिसको तत्काल प्रभाव से समाप्त किया जाए. संडीला नगर पालिका द्वारा नाले की सफाई के नाम पर लाखों रुपये का गबन किया गया है, जबकि नगर में जलभराव की समस्या अभी तक बनी हुई है. साथ ही वृक्षारोपण के नाम पर लाखों रुपये का गबन हुआ और कोविड-19 जैसी महामारी में नगर पालिका का भ्रष्टाचार चरम पर है. सामुदायिक रसोई, मास्क, सैनिटाइजर के नाम पर नगर पालिका ने सिर्फ फोटोबाजी कर लाखों रुपए का बंदरबांट कर लिया.
अपनी 16 सूत्री मांगों को लेकर ज्ञापन के माध्यम से मुख्यमंत्री को संबोधित शिकायती पत्र भेजा गया है. सभासदों ने चेतावनी दी है कि अगर भ्रष्टाचार की जांच और कार्रवाई नहीं हुई तो सभी सभासद मुख्यमंत्री आवास जाकर सामूहिक रूप से इस्तीफा देंगे. इस बारे में सभासद महेंद्र कुमार सोनी ने बताया कि नगर पालिका संडीला में भ्रष्टाचार चरम पर है. लाखों रुपए का बंदरबांट कर लिया गया है, जिसकी शिकायत को लेकर उन्होंने प्रशासन को ज्ञापन दिया है. अगर इस मामले में जांच नहीं कराई गई और कार्रवाई नहीं की गई तो सभी मुख्यमंत्री आवास जाकर सामूहिक रूप से इस्तीफा देंगे.