हरदोई: जिले में बन रहे मेडिकल कॉलेज में इस दौरान तमाम अव्यवस्थाएं व्याप्त हैं. यहां काम करने वाले तकरीबन 500 से 1000 मजदूर अपनी जान हथेली पर रखकर निर्माण कार्य कर रहे हैं. यहां निर्माण निगम के जिम्मेदारों की देख-रेख में इस भव्य इमारत का निर्माण कार्य कराया जा रहा है, लेकिन न ही यहां के मजदूरों के पास सेफ्टी बेल्ट है, न ही हेलमेट और न ही नीचे किसी प्रकार का कोई सुरक्षा जाल बिछाया गया है. ऐसे में कभी भी यहां किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना हो सकती है, लेकिन जिम्मेदार मामले की लीपापोती करने से नहीं चूक रहे हैं.
सुरक्षा मानकों की उड़ रही धज्जियां
हरदोई जिले के सीतापुर रोड पर स्थित गौरा डांडा गांव में बन रहा मेडिकल कॉलेज इस दौरान चर्चा में है. यहां पर काम कर रहे करीब 1000 के आस पास मजदूर अपनी जान हथेली पर रखकर निर्माण कार्य को करने में लगे हुए हैं. मेडिकल कॉलेज को जल्द से जल्द बनाए जाने के सरकार के निर्देशों के बाद निर्माण निगम के अधिशाषी अधिकारी और अन्य जिम्मेदार ऑफिसर तेजी से कार्य कराने और निर्माण कार्य जल्द से जल्द पूरा करने की जद्दोजहद में नियमों को ही भूल बैठे हैं. यहां पर मेडिकल कॉलेज के निर्माण में महज 2 से 3 महीने ही बाकी रह गए हैं, लेकिन इसे बनाए जाने की जद्दोजहद में जिम्मेदार गरीब मजदूर की जान के साथ खिलवाड़ करते नजर आ रहे हैं.
ऊंचाई पर मजदूर अपने स्वयं के बलबूते पर काम कर रहे हैं. इतना ही नहीं मजदूरों के बच्चे नीचे जमीन पर लेटे दिख रहे हैं, उनके ऊपर सभी मंजिलों पर निर्माण कार्य जारी है. इस संबंध में जब यहां काम कर रहे मजदूरों से बात की गई तो उन्होंने हकीकत से रूबरू कराया और इस प्रकार बिना सुरक्षा मानकों के काम करने में डर व्याप्त रहने की बात कही.
क्या कहते हैं जिम्मेदार
इस संबंध में निर्माण निगम के अधिशाषी अधिकारी पंकज वर्मा से इस बारे में जानकारी ली गयी तो वह मामले की लीपा पोती करके अपना पल्ला झाड़ते नजर आए. उन्होंने कहा कि यहां पर सभी नियमों को ध्यान में रख कर ही निर्माण कार्य कराया जाएगा.