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अधिवक्ताओं के चैंबर बहा रहे बदहाली के आंसू, हुए उपेक्षा का शिकार

हरदोई में अधिवक्ताओं के लिए  करीब 100 चैंबर बनवाये गए थे. निर्माण के बाद यह चैंबर अधिवक्ताओं को आवंटित कर दिए गए, लेकिन आज तक तमाम वकीलों ने यहां बैठना शुरु नहीं किया. इस पर बार एसोसिएशन ने एक नोटिस जारी कर आवंटन निरस्त करने की बात कही है.

खाली पड़े अधिवक्ताओं के चैंबर.
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Published : May 2, 2019, 7:25 AM IST


हरदोई: जिले के कचहरी परिसर में अधिवक्ताओं की सहूलियत के लिए करीब 100 चैंबर बनवाये गए थे. 2006 में 50, तो वहीं 2008 में 50 चैंबर वकीलों के लिए बनवाये गए थे. निर्माण के बाद ये 100 चैंबर अधिवक्ताओं को आवंटित कर दिए गए, लेकिन आज तक तमाम वकीलों ने यहां बैठना शुरु नहीं किया. इस पर बार एसोसिएशन ने एक नोटिस जारी कर आवंटन निरस्त करने की बात कही है. उन्होंने नोटिस में साफ कर दिया कि जिन वकीलों ने अभी तक जगह नहीं ली और न ही किराया जमा किया उनका आवंटन निरस्त कर दिया जाएगा.

बदहाली के आंसू रो रहे अधिवक्ताओं के चैंबर.

अधिवक्ताओं के लिए 100 चैंबर बनवाये गए थे-

  • मौजूदा समय में कुछ चैंबर छोड़ कर बाकी सारे चैंबर खाली पड़े हैं.
  • बार एसोसिएशन ने अधिवक्ताओं को नोटिस भी जारी कर दिया कि जल्द ही कब्जा न लेने की दशा में उनके चैंबर का आवंटन निरस्त कर दिया जाएगा.
  • वकीलों की मानें तो यहां पर न ही पानी की व्यवस्था है और न ही किसी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था की गई है.
  • इतना ही नहीं जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है और वकीलों के जाने के बाद इन चैंबरों का सीधा लाभ जुआरी और नशेड़ी उठा रहे हैं.
  • ईटीवी की टीम ने जब चैम्बरों का जायजा लिया तो पता चला कि अधिवक्ताओं का मोह इन चैंबरों से भंग हो चुका है.
  • कईं वर्षों से किसी भी सफाई कर्मचारी को यहां नहीं रखा गया है और चारों तरफ गंदगी का अंबार है.
  • वहीं आधे से ज्यादा चैंबर क्षतिग्रस्त हैं और चैंबरों की बिल्डिंग में बने शौचालयों में पानी की सप्लाई भी नहीं दी जा सकी है.
  • इतना ही नहीं जगह-जगह नशे की सामग्री भी यहां देखने को मिलती है.

कुछ वकीलों ने जानकारी दी कि जब वकील चले जाते हैं तो चारों तरफ से खुली चैम्बर की बिल्डिंग में अराजक तत्वों का जमावड़ा लग जाता है. इसके कारण यहां पर जगह-जगह शराब की बोतलें आदि बिखरी पड़ी हैं. इतना ही नहीं भवन की छत पर बनी सभी नालियां चोक हैं, जिससे बारिश में यहां जल भराव हो जाता है. नशेड़ियों के अलावा यहां जुआरियों का भी जमावड़ा लगता है, जिसका सबूत छत पर पड़े ताश और जीतने-हारने वालों की पड़ी सूची दे रही है. आज के समय मे यह चैम्बर अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहे हैं लेकिन कोई भी इस तरफ ध्यान देना जरुरी नहीं समझ रहा है.


वहीं अधिवक्ता संघ के महामंत्री जेपी त्रिवेदी ने बताया कि ये समस्याएं यहां लंबे समय से बरकरार हैं. अब इन समस्याओं को दूर करने की रणनीतियां तैयार की जा रही हैं और इसी क्रम में छह सदस्यीय टीम गठित की गई है. समय-समय पर टीम चैम्बरों का निरीक्षण करती रहेगी और बदहाली दूर करने के लिए भी जिलाधिकारी से बैठक कर रणनीति तैयार की जा रही है. जल्द से जल्द यहां का मेंटेनेंस करा कर हालात को सुधारा जाएगा.


हरदोई: जिले के कचहरी परिसर में अधिवक्ताओं की सहूलियत के लिए करीब 100 चैंबर बनवाये गए थे. 2006 में 50, तो वहीं 2008 में 50 चैंबर वकीलों के लिए बनवाये गए थे. निर्माण के बाद ये 100 चैंबर अधिवक्ताओं को आवंटित कर दिए गए, लेकिन आज तक तमाम वकीलों ने यहां बैठना शुरु नहीं किया. इस पर बार एसोसिएशन ने एक नोटिस जारी कर आवंटन निरस्त करने की बात कही है. उन्होंने नोटिस में साफ कर दिया कि जिन वकीलों ने अभी तक जगह नहीं ली और न ही किराया जमा किया उनका आवंटन निरस्त कर दिया जाएगा.

बदहाली के आंसू रो रहे अधिवक्ताओं के चैंबर.

अधिवक्ताओं के लिए 100 चैंबर बनवाये गए थे-

  • मौजूदा समय में कुछ चैंबर छोड़ कर बाकी सारे चैंबर खाली पड़े हैं.
  • बार एसोसिएशन ने अधिवक्ताओं को नोटिस भी जारी कर दिया कि जल्द ही कब्जा न लेने की दशा में उनके चैंबर का आवंटन निरस्त कर दिया जाएगा.
  • वकीलों की मानें तो यहां पर न ही पानी की व्यवस्था है और न ही किसी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था की गई है.
  • इतना ही नहीं जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है और वकीलों के जाने के बाद इन चैंबरों का सीधा लाभ जुआरी और नशेड़ी उठा रहे हैं.
  • ईटीवी की टीम ने जब चैम्बरों का जायजा लिया तो पता चला कि अधिवक्ताओं का मोह इन चैंबरों से भंग हो चुका है.
  • कईं वर्षों से किसी भी सफाई कर्मचारी को यहां नहीं रखा गया है और चारों तरफ गंदगी का अंबार है.
  • वहीं आधे से ज्यादा चैंबर क्षतिग्रस्त हैं और चैंबरों की बिल्डिंग में बने शौचालयों में पानी की सप्लाई भी नहीं दी जा सकी है.
  • इतना ही नहीं जगह-जगह नशे की सामग्री भी यहां देखने को मिलती है.

कुछ वकीलों ने जानकारी दी कि जब वकील चले जाते हैं तो चारों तरफ से खुली चैम्बर की बिल्डिंग में अराजक तत्वों का जमावड़ा लग जाता है. इसके कारण यहां पर जगह-जगह शराब की बोतलें आदि बिखरी पड़ी हैं. इतना ही नहीं भवन की छत पर बनी सभी नालियां चोक हैं, जिससे बारिश में यहां जल भराव हो जाता है. नशेड़ियों के अलावा यहां जुआरियों का भी जमावड़ा लगता है, जिसका सबूत छत पर पड़े ताश और जीतने-हारने वालों की पड़ी सूची दे रही है. आज के समय मे यह चैम्बर अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहे हैं लेकिन कोई भी इस तरफ ध्यान देना जरुरी नहीं समझ रहा है.


वहीं अधिवक्ता संघ के महामंत्री जेपी त्रिवेदी ने बताया कि ये समस्याएं यहां लंबे समय से बरकरार हैं. अब इन समस्याओं को दूर करने की रणनीतियां तैयार की जा रही हैं और इसी क्रम में छह सदस्यीय टीम गठित की गई है. समय-समय पर टीम चैम्बरों का निरीक्षण करती रहेगी और बदहाली दूर करने के लिए भी जिलाधिकारी से बैठक कर रणनीति तैयार की जा रही है. जल्द से जल्द यहां का मेंटेनेंस करा कर हालात को सुधारा जाएगा.

Intro:आकाश शुक्ला हरदोई। 9919941250

एंकर----हरदोई जिले में अधिवक्ताओं की सहूलियत के लिए करीब सौ चैंबर बनवाये गए थे।मौजूदा समय मे कुछ एक को छोड़ कर बाकी सारे चैंबर खाली पड़े हैं और यहां पर गंदगी व सन्नाटा पसरा हुआ है।वहीं बार एसोसिएशन ने अधिवक्ताओं को नोटिस भी जारी कर दी है कि जल्द ही कब्ज़ा न लेने की दशा में उनके चैंबर का आबंटन निरस्त कर दिया जाएगा।वहीं वकीलों की मानें तो यहां पर न ही पानी की व्यवस्था है और न ही किसी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था की गई है।इतना ही नहीं जगह जगह गंदगी का भी अम्बार यहां लगा हुआ है।तो वकीलों के जाने के बाद इन चैम्बरों का सीधा लाभ जुआरी व नशेड़ी उठा रहे हैं।लेकिन जिम्मेदार इस तरफ ध्यान देना मुनासिफ नहीं समझ रहे।


Body:वीओ--1--हरदोई जिले के कचहरी परिसर में 2006 में 50 तो 2008 में 50 चैंबर वकीलों की सहूलियत के लिए बनवाये गए थे।तो निर्माण के बाद ये सौ चैंबर प्रक्रिया अधिवक्ताओं को आबंटित कर दिए गए थे।लेकिन आज तक तमाम वकीलों ने यहां बैठना नहीं शुरू किया।इस पर बार एसोसिएशन ने एक नोटिस जारी कर आबंटन निरस्त करने की बात कही है।नोटिस में साफ कर दिया गया है कि जिन वकीलों ने अभी तक पजेशन नहीं ली है और किराया नहीं जमा किया है उनका आबंटन निरस्त कर दिया जाएगा।

वीओ--2--जब ईटीवी की टीम ने चैम्बरों का जायजा लिया तो जकां मिला कि आखिर क्यों अधिवक्ताओं का मोह इन चैम्बरों से भंग हो चुका है।जैसा कि आप तस्वीरों में देख सकते हैं कि यहां विगत कई वर्षों से किसी भी सफाई कर्मचारी ने पैर तक नहीं रखा है और चारों तरफ गंदगी का अंबार लगा हुआ है।वहीं आधे से ज्यादा चैंबर क्षतिग्रस्त हो अपनी बदहाली पीकर आंसू बहा रहे हैं।वहीं चैम्बरों की बिल्डिंग में बने सौ चैम्बरों व शौचालयों और बाथरूम में पानी की सप्लाई भी नहीं दी जा सकी है।इतना ही नहीं जगह जगह नशे की सामग्री भी यहां देखने को मिली।कुछ एक वकीलों ने दबी जुबान से जानकारी दी कि सूरज ढलते ही जब वकील चले जाते हैं।तो चकरों तरफ से खुली चैम्बर की बिल्डिंग में अराजकतत्वों का जमावड़ा लग जाता है।जिसके कारण यहां पर जगह जगह शराब की बोतलें आदि भी बिखरी पड़ी हैं।इतना ही नहीं भवन की छत पर बनी सभी नालियां चोक हैं जिससे बारिश में यहां जल भराव हो जाता है।नशेड़ियों के अलावा यहां जुआरियों का भी जमावड़ा लगता है, जिसका सबूत छत पर पड़े ताश और जीतने हारने वालों की पड़ी सूची दे रही है।आज के समय मे ये चैम्बर अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहे हैं लेकिन कोई भी इस तरफ ध्यान देना मुनासिफ नहीं समझ रहा है।

विसुअल विद वॉइस ओवर

वीओ--3--वहीं अधिवक्ता संघ के महा मंत्री जेपी त्रिवेदी ने बताया कि ये समस्याएं यहां विगत लम्बे समय से बरकरार हैं।अब इन समस्याओं को दूर करने की रणनीतियां तैयार की जा रही हैं।जिस क्रम में एक छह सदस्यीय टीम गठित की गई है।जो समय समय पर चैम्बरों का निरीक्षण करती है।वहीं बदहाली डोर करने के लिए भी जिलाधिकारी से बैठक कर रणनीति तैयार की जा रही है।जिससे कि जल्द से जल्द यहां का मेंटिनेंस करा कर हालातों को सुधारा जा सके।

बाईट--जेपी त्रिवेदी--महा मंत्री अधिवक्ता संघ हरदोई

पीटूसी


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