हरदोई: जनपद में एंबुलेंस सेवा ठप होने के अभाव में एक आठ वर्षीय मासूम बालक की मौत हो गई. मृतक बच्चे के पिता ने मौत का कारण एंबुलेंस चालकों की हड़ताल और अस्पताल प्रशासन की लापरवाही बताया. मृतक बच्चे के पिता का कहना है कि अगर एंबुलेंस की हड़ताल न होती तो उसके मासूम बेटे की जान बच सकती थी.
हटागोकुल थाना क्षेत्र के अंतर्गत मौजूद जबलपुर गांव का रहने वाला गरीब विकलांग उमाशंकर के आठ वर्षीय बेटे नितिन की इलाज के अभाव में मौत हो गई. उमाशंकर का आरोप है कि वह कल शाम आठ बजे से एंबुलेंस को फोन करता रहा लेकिन हड़ताल के चलते कोई भी आने को तैयार नहीं हुआ.
मृतक बेटे के पिता ने लगाया आरोप
उमाशंकर अपने बीमार बेटे को लेकर सुबह टेम्पो से नुमाइश चैराहे पहुंचा, जहां से ऑटो कर वह जिला अस्पताल आया. अस्पताल के अंदर इमेरजेंसी वॉर्ड तक लाने के लिए भी उसे स्ट्रेचर न मिला. उमाशंकर का आरोप है कि अस्पताल में डॉक्टर ने मुझे फटकारा और ओपीडी में जाने को कहा. तीन घंटे के बाद भी डॉक्टर नहीं आए.
उमाशंकर ने आरोप लगाया कि एम्बुलेंस की चाल रही हड़ताप व डॉक्टरों की लापरवाही के चलते उसके बेटे की मौत हो गई. इमेरजेंसी में मौजूद डॉक्टर कमर हैदर का कहना है कि मृतक बच्चे के पिता का कहना है कि एंबुलेंस की हड़ताल होने के कारण उसेक बेटे की मौत हुई है.