हापुड़: पुलिस ने बीते हफ्ते 23 लाख लूट मामले का खुलासा कर दिया. गुरुवार को पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए 17 लाख 85 हजार बरामद किए हैं. गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से एक मोटरसाइकिल व दो मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं.
पुलिस के मुताबिक यह एक फर्जी लूट कांड का मामला है. इसमें मेरठ की एक कंपनी के कर्मचारी ने ही किसी काम से कंपनी के पैसे ले जाते हुए लूट की झूठी कहानी बनाई थी. बता दें कि मामला हापुड़ जिले की गढ़ कोतवाली का है.
बीते 20 नवंबर को मेरठ की एक कंपनी का कर्मचारी विक्रांत कंपनी के 23 लाख 16 हजार लेकर मुरादाबाद से मेरठ जा रहा था. इस दौरान गढ़ कोतवाली में पहुंच कर कर्मचारी विक्रांत ने बताया कि उसके साथ 23 लाख की लूट हो गई है.
इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी. पुलिस की पड़ताल में पता चला कि कंपनी के कर्मचारी विक्रांत ने पुलिस को फर्जी लूट की सूचना दी थी. इसके बाद पुलिस ने आरोपी विक्रांत और उसके पिता राजकुमार को गिरफ्तार कर लिया. एसपी दीपक भूकर ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ में जानकारी मिली कि उनके ऊपर काफी कर्ज था जिसे लेकर वह परेशान थे.
इसके चलते बाप और बेटे ने मिलकर लूट की झूठी कहानी रची थी. इस दौरान आरोपी कर्मचारी ने कंपनी के 23 लाख स्याना चौपला पर अपने पिता को दे दिए. इसके बाद 23 लाख 16 हजार रुपए में से 5 लाख 31 हजार आरोपी के पिता ने कर्ज भर दिया.
मामले में पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए आरोपी पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही आरोपियों के पास से 17 लाख 85 हजार भी बरामद किए हैं. पुलिस आरोपियों की तरफ से दी गई जानकारी की भी जांच-पड़ताल कर रही है.
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एसपी दीपक भूकर ने बताया कि फर्जी लूट की सूचना देकर कंपनी के 23 लाख हड़पने वाला आरोपी विक्रांत तीन साल से कंपनी में कार्यरत था. वह कंपनी की पेमेंट बाहर से लेकर कंपनी पहुंचाता था. 20 नवंबर को भी वो कंपनी की पेमेंट लेकर जा रहा था. इसके बाद उसने लूट की फर्जी कहानी बनाई. फिलहाल पुलिस आरोपी विक्रांत का आपराधिक इतिहास भी खंगाल रही है.
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