हापुड़ : जिले में 29 अगस्त को पुलिस की ओर से लाठीचार्ज कर दिया गया था. इसके विरोध में वकीलों की ओर से लगातार प्रदर्शन किया गया था. प्रकरण की जांच एसआईटी कर रही है. एसआईटी ने कल अधिवक्ताओं को अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया गया था, लेकिन अधिवक्ता नहीं पहुंचे थे. मंगलवार को 30 वकीलों के एक दल ने एसआईटी से मिलकर अपना पक्ष रखा. एसआईटी टीम के समक्ष साक्ष्य प्रस्तुत किए.
कई वकील हो गए थे घायल : मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे वकीलों पर लाठीचार्ज कर दिया गया था. इसमें कई वकील घायल हो गए थे. इसके विरोध में अधिवक्ताओं ने प्रदेश स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया था. इस पूरे मामले की जांच चार सदस्यीय SIT टीम कर रही है. आज करीब 30 अधिवक्ताओं का एक समूह SIT टीम के समक्ष अपना पक्ष रखने के लिए पहुंचा. करीब 1 घंटे चली मीटिंग के दौरान अधिवक्ताओं ने अपना पक्ष रखा. कुल 17 वकीलों द्वारा जांच टीम को एफिडेविट और साक्ष्य दिए गए. पुलिस अधिकारियों के खिलाफ शिकायतें भी अनेक अधिवक्ताओं ने की.
अधिवक्ताओं ने सौंपे साक्ष्य : SIT के पास पहुंचे अधिवक्ताओं के समूह में महिला अधिवक्ता भी मौजूद रही. जिनके द्वारा भी जांच टीम के सामने अपना पक्ष रखा गया. हापुड़ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और सचिव के नेतृत्व में अधिवक्ताओं का समूह जांच टीम के पास पहुंचा. मीडिया से बात करते हुए हापुड़ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एनुअल हक ने बताया कि कुल 17 अधिवक्ताओं ने फिलहाल अपने बयान एफिडेविट, साक्ष्य आदि टीम को सौंपे हैं. जरूरत पड़ने पर और अधिवक्ता भी अपने बयान दर्ज कराएंगे. अधिवक्ताओं द्वारा पूर्व में की गई मांगों के पूरा होने तक उनका विरोध प्रदर्शन लगातार जारी रहेगा.
जांच टीम ने मेरठ मंडल कमिश्नर की अध्यक्षता में बयान दर्ज किए. इसमें शासन के निर्देश के बाद शामिल किए गए रिटायर्ड जज हरीनाथ पांडे ,आईजी मेरठ नचिकेता झा और डीआईजी मुरादाबाद आईपीएस मुनिराज इस पूरे प्रकरण की जांच कर रहे हैं. हाईकोर्ट द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार जल्द ही एसआईटी जांच टीम अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपे देगी.
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