हापुड़ः जनपद में दो वर्ष पूर्व मासूम के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले में जनपद न्यायलय ने दो आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई है. न्यायालय ने दो आरोपियों अंकुर और सोनू को फांसी की सजा के साथ-साथ दोनों आरोपियों पर 17 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है. वहीं न्यायालय के इस फैसले से मृतक के परिजन संतुष्ट नजर आ रहे हैं. साथ ही उनका कहना है कि न्यायालय द्वारा तीसरे आरोपी को बरी करने पर थोड़ी नाराजगी है. वह न्याय के लिए हाईकोर्ट का रुख करेंगे.
बता दें कि 5 सितंबर 2018 को देहात थाना क्षेत्र फूलगढ़ी में डेरी स्वामी के घर डकैती पड़ने की सूचना मिली. इससे पुलिस विभाग सहित आसपास के इलाकों में हड़कंप मच गया. डेरी स्वामी के घर के अंदर एक 12 वर्षीय मासूम का शव पड़ा मिला था और मृतक का नाबालिग भाई भी गायब था. घर के नौकर ने ही मालिक को डकैती की सूचना दी थी. मगर दिन दहाड़े हुई डकैती डालने वाले बदमाशों के बारे में पुलिस अधिकारियों द्वारा पूछताछ करने पर आसपास के रहने वाले लोगों ने किसी के आने जाने से इंकार किया.
पुलिस का ध्यान घर नौकर पर गया और पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो डकैती का नाटक खत्म हुआ और दरिंदगी का मामला सामने आया. घर के नौकर ने घटना का खुलासा करते हुए बताया के उसने अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर पहले तो 12 वर्षीय मासूम के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया. बाद में उसे मौत के घाट उतार दिया. उक्त कृत्य को मृतका के भाई ने देख लिया तो उसका गला काटकर उसे भी मौत के घाट उतारने की कोशिश करते हुए घर के भूसे में दबा दिया.
जिसे पुलिस ने घायल अवस्था में भूसे से निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया. जहां मासूम की जान तो बच गई. मगर गले की नसे कट जाने की वजह से मासूम को आज भी बोलने में दिकतों का सामना करना पड़ता है. आज दुष्कर्म और हत्या के मामले में दो दोषियों को फांसी की सजा सुनाई गई है. अपर जिला सत्र न्यायालय की विशेष न्यायाधीश पॉस्को बीना नारायण की कोर्ट ने नाबालिग के साथ दुष्कर्म व हत्या के मामले में फांसी की सजा सुनाई है.