हमीरपुर: जिले में ग्राम प्रधान राम नारायण के कारनामों से परेशान होकर गुरुवार को किसान जिलाधिकारी के पास पहुंचे. किसानों का आरोप है कि ग्राम प्रधान अन्ना जानवरों को गांव में बनाई गई अस्थायी गौशाला से रात में छोड़ देता है, जिससे किसानों की फसलें चौपट हो रही हैं. विरोध करने पर प्रधान गांव वालों को डराता और धमकाता है. ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से प्रधान के लाइसेंसी असलहों को निरस्त किए जाने की मांग की है.
ग्राम प्रधान से परेशान गांव के लोग
गांव के निवासी अमर सिंह फौजी का कहना है कि पचखुरा बुजुर्ग गांव का ग्राम प्रधान राम नारायण अस्थायी गोशाला में बंद अन्ना जानवरों को रात में छोड़ देता है. जिला प्रशासन द्वारा अन्ना जानवरों के रख-रखाव के लिए जो भी पैसा भेजा जा रहा है, वह उन अन्ना जानवरों पर खर्च नहीं कर रहा है. उन्होंने कहा कि प्रधान की इस कारगुजारी के चलते किसानों की फसलें पूरी तरह से नष्ट हो रही हैं, जिसके चलते किसानों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. गांव के लोग जब इस बात का विरोध करते हैं तो प्रधान असलहे के दम पर सभी गांव वालों को डराता और धमकाता है.
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गांववासियों को डराता धमकाता है प्रधान
अमर सिंह फौजी ने कहा कि कुछ दिन पहले जब गांववासियों ने प्रधान का विरोध किया तब उसके गनर ने गांववासियों पर बंदूक तान दी, जिसे गांव वालों ने छीन कर थाने में जमा करा दी. इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद जिले के तमाम आला अधिकारी जांच करने भी पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि इसके बावजूद ग्राम प्रधान लगातार सभी गांववासियों को डराता और धमकाता रहता है. वहीं उप जिलाधिकारी अशोक कुमार यादव ने कहा कि ग्रामीणों की समस्या को संज्ञान में लेकर नियमानुसार कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.