हमीरपुर: मतगणना स्थल में प्रवेश को लेकर प्रत्याशियों व उनके एजेंटों के लिए कोरोना जांच रिपोर्ट आनिवार्य करने के फैसले के बाद शनिवार को जिले की मौदहा सीएचसी में जांच के लिए भारी भीड़ उमड़ पड़ी. यहां पुलिस सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करा रही थी. लेकिन कुछ प्रत्याशी व उनके समर्थकों ने पुलिस के विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी. इसके बाद पुलिस द्वारा भीड़ को काबू करने के लिए लाठियां चलानी पड़ी. पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार भी किया.
कोविड रिपोर्ट के लिए जुटी थी एजेंटों की भीड़
रविवार को होने वाली पंचायत चुनाव की मतगणना में कोविड रिपोर्ट की अनिवार्यता को लेकर सीएचसी में यह भीड़ उमड़ी थी. भीड़ इतनी अधिक थी कि अस्पताल प्रशासन ने जांच करने से हाथ खड़े कर दिए और पुलिस को इसकी सूचना दी.
मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों से कोविड नियमों का पालन करने को कहा, जिस पर जिला पंचायत सदस्य पद के लिए सपा समर्थित सिसोलर सीट से प्रत्याशी राजकुमारी के पुत्र विवेक पाल व उनके पति राजू पाल पुलिस से बहस करने लगे. इस दौरान दोनों ने पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे भी लगाए. सूचना पर मौके पर दल-बल के साथ पहुंचे कोतवाली प्रभारी तारा सिंह पटेल ने हल्का बल प्रयोग कर उक्त दोनों लोगों को गिरफ्तार कर थाने भेज दिया.
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पुलिस ने लगाया माहौल खराब करने का आरोप
आखिरकार भीड़ को नियंत्रित करने के बाद सीएचसी कर्मचारियों ने कोविड की जांच शुरू की. अपर पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार ने गिरफ्तार किए गए पिता-पुत्र के खिलाफ आपदा प्रबंधन व महामारी अधिनियम के साथ अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की बात कही है. पुलिस के अनुसार इन लोगों द्वारा जांच के दौरान कोविड नियमों का पालन नहीं किया गया साथ ही माहौल बिगाड़ने का प्रयास भी किया गया.