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हमीरपुर: अस्थाई गोशालाओं के रखरखाव के लिए नहीं मिल पा रही धनराशि, प्रधानों ने डीएम को सौंपा ज्ञापन

उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में अस्थाई गोशालाएं संचालित करने को लेकर प्रधानों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. प्रधानों का कहना है कि जिला प्रशासन अन्ना पशुओं के रखरखाव के लिए समय से धनराशि उपलब्ध नहीं करा रहा है. जिसकी शिकायत उन्होंने डीएम से की है.

प्रधानों ने डीएम को सौंपा ज्ञापन.
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Published : Nov 9, 2019, 8:36 PM IST

हमीरपुर: किसानों के लिए मुसीबत का सबब बन चुकी अन्ना गायों को नियंत्रित करने के लिए सभी ग्राम पंचायतों में अस्थाई गोशाला संचालित हो रही हैं. ये गोशालाएं धीरे-धीरे अब ग्राम प्रधानों के लिए जी का जंजाल बनती जा रही हैं. प्रशासन द्वारा समय से धनराशि उपलब्ध न कराए जाने के चलते ग्राम प्रधानों के लिए गोशालाएं संचालित कर पाना अब टेढ़ी खीर साबित हो रहा है, जिससे नाराज दर्जनों ग्राम प्रधानों ने शुक्रवार को जिलाधिकारी को एक शिकायती ज्ञापन सौंपा है.

प्रधानों ने डीएम को सौंपा ज्ञापन.


अस्थाई गोशालाएं संचालित करने के नहीं मिली धनराशि
प्रधान संघ के अध्यक्ष दृगपाल ने कहा कि किसानों की फसलों को बचाने के लिए ग्राम पंचायतों में अस्थाई गोशालाएं संचालित की जा रही हैं, लेकिन प्रशासन समय से धनराशि उपलब्ध नहीं करा रहा है, जिसके चलते अन्ना गायों के चारे पानी का बंदोबस्त करने में भारी समस्या हो रही है.


चरवाहे और चौकीदारों का वेतन नहीं दे रहा प्रशासन
प्रधान संघ ने बताया कि पिछले चार महीने से गोशालाओं में तैनात चरवाहे और चौकीदारों का वेतन जिला प्रशासन ने नहीं दिया है. इसके अलावा भूसे की किल्लत भी लगातार बनी हुई है. उन्होंने कहा कि गांव में प्रधानों के राजनीतिक विरोधी गोशालाओं में बंद अन्ना गायों को रात में छोड़ देते हैं और प्रधानों के खिलाफ झूठी शिकायत करते हैं, जिसके बाद जिला प्रशासन द्वारा जांच के नाम पर प्रधानों का उत्पीड़न किया जाता है.


प्रधानों ने जिलाधिकारी से न्याय की गुहार लगाते हुए कहा कि अन्ना गायों के रखरखाव के लिए जिला प्रशासन जल्द से जल्द धनराशि जारी करे, जिससे अन्ना गायों का अच्छे से रखरखाव किया जा सके.

हमीरपुर: किसानों के लिए मुसीबत का सबब बन चुकी अन्ना गायों को नियंत्रित करने के लिए सभी ग्राम पंचायतों में अस्थाई गोशाला संचालित हो रही हैं. ये गोशालाएं धीरे-धीरे अब ग्राम प्रधानों के लिए जी का जंजाल बनती जा रही हैं. प्रशासन द्वारा समय से धनराशि उपलब्ध न कराए जाने के चलते ग्राम प्रधानों के लिए गोशालाएं संचालित कर पाना अब टेढ़ी खीर साबित हो रहा है, जिससे नाराज दर्जनों ग्राम प्रधानों ने शुक्रवार को जिलाधिकारी को एक शिकायती ज्ञापन सौंपा है.

प्रधानों ने डीएम को सौंपा ज्ञापन.


अस्थाई गोशालाएं संचालित करने के नहीं मिली धनराशि
प्रधान संघ के अध्यक्ष दृगपाल ने कहा कि किसानों की फसलों को बचाने के लिए ग्राम पंचायतों में अस्थाई गोशालाएं संचालित की जा रही हैं, लेकिन प्रशासन समय से धनराशि उपलब्ध नहीं करा रहा है, जिसके चलते अन्ना गायों के चारे पानी का बंदोबस्त करने में भारी समस्या हो रही है.


चरवाहे और चौकीदारों का वेतन नहीं दे रहा प्रशासन
प्रधान संघ ने बताया कि पिछले चार महीने से गोशालाओं में तैनात चरवाहे और चौकीदारों का वेतन जिला प्रशासन ने नहीं दिया है. इसके अलावा भूसे की किल्लत भी लगातार बनी हुई है. उन्होंने कहा कि गांव में प्रधानों के राजनीतिक विरोधी गोशालाओं में बंद अन्ना गायों को रात में छोड़ देते हैं और प्रधानों के खिलाफ झूठी शिकायत करते हैं, जिसके बाद जिला प्रशासन द्वारा जांच के नाम पर प्रधानों का उत्पीड़न किया जाता है.


प्रधानों ने जिलाधिकारी से न्याय की गुहार लगाते हुए कहा कि अन्ना गायों के रखरखाव के लिए जिला प्रशासन जल्द से जल्द धनराशि जारी करे, जिससे अन्ना गायों का अच्छे से रखरखाव किया जा सके.

Intro:अस्थाई गौशालाओं के रखरखाव के लिए नहीं मिल पा रही धनराशि, नाराज प्रधानों ने लगाई डीएम से गुहार


हमीरपुर। किसानों के लिए मुसीबत का सबब बन चुकीं अन्ना गायों को नियंत्रित करने के लिए सीएम योगी के आदेश पर सभी ग्राम पंचायतों में अस्थाई गौशाला संचालित हो रही हैं। लेकिन ये गौशालाएं धीरे-धीरे अब ग्राम प्रधानों के लिए जी का जंजाल बनती जा रही हैं। प्रशासन द्वारा समय से धनराशि उपलब्ध न कराए जाने के चलते ग्राम प्रधानों के लिए गौशालाएं संचालित कर पाना अब टेढ़ी खीर साबित हो रहा है, जिससे नाराज दर्जनों ग्राम प्रधान शुक्रवार को जिलाधिकारी के पास गुहार लगाने पहुंचे।


Body:उप जिलाधिकारी अशोक यादव को ज्ञापन सौंपते हुए प्रधान संघ के अध्यक्ष दृगपाल ने कहा कि किसानों की फसलों को बचाने के लिए ग्राम पंचायतों में अस्थाई गौशालाएं संचालित की जा रही हैं। लेकिन प्रशासन द्वारा समय से धनराशि उपलब्ध कराए जाने के चलते अब अन्ना गायों के चारे पानी का बंदोबस्त करने में भारी समस्या हो रही है। उन्होंने बताया कि पिछले 4 महीने से गौशालाओं में तैनात चरवाहे और चौकीदारों का वेतन तक जिला प्रशासन द्वारा जारी नहीं किया गया है। इसके अलावा भूसा की किल्लत भी लगातार बनी हुई है। उन्होंने कहा कि गांव में प्रधानों के राजनीतिक विरोधी गौशालाओं में बंद अन्ना गायों को रात में छोड़ देते हैं और प्रधानों के खिलाफ झूठी शिकायत करते हैं जिसके बाद जिला प्रशासन द्वारा जांच के नाम पर प्रधानों का उत्पीड़न किया जाता है।


Conclusion:उन्होंने जिलाधिकारी से न्याय की गुहार लगाते हुए कहा कि अन्ना गायों के रखरखाव के लिए जिला प्रशासन जल्द से जल्द धनराशि जारी करें, जिससे अन्ना गायों का अस्थाई गौशालाओं में अच्छे से रखरखाव किया जा सके।

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नोट : बाइट प्रधान संघ के अध्यक्ष दृगपाल की है।
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