हमीरपुर। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने जिला महिला एवं पुरुष अस्पताल में कोविड-19 की जांच के लिए दो टीमें तैनात की हैं। इन दोनों अस्पतालों की ओपीडी में पहुंचने वाले मरीजों का पहले एंटीजन टेस्ट होगा. उसके बाद ही मरीज संबंधित डॉक्टर के पास पहुंच सकेंगे.
इसलिए बरती जा रही सख्ती
प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर शासन-प्रशासन सख्त हो गया है। इसलिए जांचों में बढ़ोत्तरी की जा रही है। अभी तक प्रतिदिन 1400 से लेकर 1600 तक मरीजों की जांच होती रही हैं। अस्पतालों की ओपीडी में आने वाले मरीज बिना जांच के ही यहां के डॉक्टरों से परामर्श ले लिया करते हैं. अब कोविड-19 के मद्देनजर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.आरके सचान ने नया फरमान जारी कर दिया है। उन्होंने बताया कि जिला महिला और पुरुष दोनों अस्पतालों में कोविड की जांच के लिए अलग से टीम लगाई गई है. यह टीम यहां आने वाले मरीजों का एंटीजन टेस्ट करेगी। इस टेस्ट की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही मरीज के उपचार की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। उन्होंने बताया कि ऐसा टेस्ट की संख्या बढ़ाने के उद्देश्य से किया गया है, क्योंकि लोग अब भी कोरोना की जांच से डरते हैं। यह सामान्य प्रक्रिया है। समय रहते संक्रमण का पता चल जाने से व्यक्ति ठीक हो जाता है और दूसरों को भी संक्रमण नहीं होता।
पॉजिटिव मरीज के संपर्क में रहने वाले 25 लोगों के लिए जाएंगे सैंपल
उन्होंने बताया कि अब पॉजिटिव मरीज मिलने पर उसके आसपास रहने वाले 25 लोगों के सैंपल लेकर जांच की जाएगी। सीएमओ ने बताया कि अक्टूबर में कोरोना की पॉजिटिविटी दर में कमी आई थी. अब धीरे-धीर मरीजों की संख्या फिर से बढ़ रही है. यह चिंता का विषय है, लेकिन विभाग इससे निपटने के लिए तैयार है।
कोविड एंटीजन टेस्ट के बाद ही मिलेगा उपचार, इस अधिकारी ने दिए आदेश
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने जिला महिला एवं पुरुष अस्पताल में कोविड-19 की जांच के लिए दो टीमें तैनात की हैं। इन दोनों अस्पतालों की ओपीडी में पहुंचने वाले मरीजों का पहले एंटीजन टेस्ट होगा. उसके बाद ही मरीज संबंधित डॉक्टर को दिखा सकेंगे.
हमीरपुर। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने जिला महिला एवं पुरुष अस्पताल में कोविड-19 की जांच के लिए दो टीमें तैनात की हैं। इन दोनों अस्पतालों की ओपीडी में पहुंचने वाले मरीजों का पहले एंटीजन टेस्ट होगा. उसके बाद ही मरीज संबंधित डॉक्टर के पास पहुंच सकेंगे.
इसलिए बरती जा रही सख्ती
प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर शासन-प्रशासन सख्त हो गया है। इसलिए जांचों में बढ़ोत्तरी की जा रही है। अभी तक प्रतिदिन 1400 से लेकर 1600 तक मरीजों की जांच होती रही हैं। अस्पतालों की ओपीडी में आने वाले मरीज बिना जांच के ही यहां के डॉक्टरों से परामर्श ले लिया करते हैं. अब कोविड-19 के मद्देनजर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.आरके सचान ने नया फरमान जारी कर दिया है। उन्होंने बताया कि जिला महिला और पुरुष दोनों अस्पतालों में कोविड की जांच के लिए अलग से टीम लगाई गई है. यह टीम यहां आने वाले मरीजों का एंटीजन टेस्ट करेगी। इस टेस्ट की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही मरीज के उपचार की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। उन्होंने बताया कि ऐसा टेस्ट की संख्या बढ़ाने के उद्देश्य से किया गया है, क्योंकि लोग अब भी कोरोना की जांच से डरते हैं। यह सामान्य प्रक्रिया है। समय रहते संक्रमण का पता चल जाने से व्यक्ति ठीक हो जाता है और दूसरों को भी संक्रमण नहीं होता।
पॉजिटिव मरीज के संपर्क में रहने वाले 25 लोगों के लिए जाएंगे सैंपल
उन्होंने बताया कि अब पॉजिटिव मरीज मिलने पर उसके आसपास रहने वाले 25 लोगों के सैंपल लेकर जांच की जाएगी। सीएमओ ने बताया कि अक्टूबर में कोरोना की पॉजिटिविटी दर में कमी आई थी. अब धीरे-धीर मरीजों की संख्या फिर से बढ़ रही है. यह चिंता का विषय है, लेकिन विभाग इससे निपटने के लिए तैयार है।