हमीरपुर: कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देशभर में लागू लॉक डाउन है. इस बीच जिला प्रशासन ने लॉकडाउन के चलते भोजन आदि की समस्या झेल रहे दिहाड़ी मजदूर व दूसरे राज्यों और जिलों से पैदल लौट रहे मजदूरों की मदद के लिए कदम बढ़ाया है. जिला प्रशासन ने इनके खाने की व्यवस्था के लिए पहली सामुदायिक रसोई मौदहा कस्बे में शुरू की है. इसके साथ ही मजदूरों के ठहरने का बंदोबस्त भी जिला प्रशासन द्वारा किया जा रहा है.
![hamirpur kitchen](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/up-ham-01-lockdown-community-kitchen-pkg-7203802_29032020113408_2903f_1585461848_52.jpg)
मौदहा तहसील के उपजिलाधिकारी अजीत परेश ने बताया कि देशभर में लागू लॉक डाउन के चलते जिन दिहाड़ी मजदूरों के सामने खाने का संकट खड़ा हो गया है और जो भी मजदूर दूसरे राज्य व दूसरे जिलों से अपने घरों के लिए पैदल जा रहे हैं, जिला प्रशासन ने उन्हें सहायता उपलब्ध कराने के लिए सामुदायिक रसोई की शुरुआत की है. उन्होंने कहा कि प्रत्येक जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है.
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अचानक 21 दिनों का लॉकडाउन हो जाने से तमाम दिहाड़ी मजदूरों के सामने खाने-पीने का भारी संकट पैदा हो गया है. उनके पास राशन ( खाने का सामान ) नहीं है, जिसके मद्देनजर जिला प्रशासन ने जिले की सभी तहसीलों में सामुदायिक रसोई की स्थापना कर गरीबों को मुफ्त भोजन उपलब्ध करवाने का काम शुरू किया. पहली सामुदायिक रसोई का संचालन मौदहा तहसी के खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में शुरू हो चुका है. साथ ही इनके रहने का भी पुख्ता इंतजाम जिला प्रशासन द्वारा किया गया है.