हमीरपुर: केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) के लाभ से वंचित जनपद के 40,656 परिवारों की तलाश स्वास्थ्य विभाग ने शुरू कर दी है. ब्लॉकवार ऐसे परिवारों की सूची तैयार की गई है, जिनका नाम तो आयुष्मान की सूची में है, लेकिन उनके अभी तक कार्ड जारी नहीं हुए हैं. आखिरी परिवार का कार्ड बनाने तक इस अभियान को चलाया जाएगा, ताकि गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को बीमार होने की हालत में पांच लाख तक का मुफ्त इलाज मिल सके.
जिले के 86,167 परिवारों का किया गया था चयन
आयुष्मान भारत योजना का चौथा साल चल रहा है. इस योजना में वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार जनपद के 86,167 ऐसे परिवारों को चयनित किया गया था, जो गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे थे. इन परिवारों में कुल सदस्यों की संख्या 4.31 लाख थी. योजना के तहत एक परिवार को बीमारी की हालत में इलाज के लिए पांच लाख रुपये का सुरक्षा कवच प्रदान करना था. जिन परिवारों को इस योजना में चयनित किया गया था, उनके घरों में सीधे दिल्ली से कार्ड भेजे गए थे, जिन्हें एक्टिवेट कराकर योजना का लाभ लिया जा सकता था. इसके बाद से स्वास्थ्य विभाग इस योजना को अमलीजामा पहनाने में लगा हुआ है.
ग्रामीण इलाकों के 40,656 परिवारों का नहीं बना आयुष्मान कार्ड
86,167 परिवारों के सापेक्ष अभी तक 26,287 परिवारों को आयुष्मान कार्ड जारी किए जा चुके हैं. इसमें शहरी और ग्रामीण दोनों इलाकों के लाभार्थी हैं. लेकिन अब भी ग्रामीण इलाकों के 40,656 ऐसे परिवार हैं, जिन्हें सूची में नाम होने के बावजूद कार्ड जारी नहीं किया गया है. अब स्वास्थ्य विभाग ने ऐसे ही परिवारों की खोजबीन शुरू की है. जबकि कार्ड से वंचित 19,145 शहरी क्षेत्र के लाभार्थियों की सूची लखनऊ स्तर से स्वास्थ्य विभाग को प्राप्त नहीं हुई है.
आयुष्मान योजना के नोडल अधिकारी/एसीएमओ डॉ. पीके सिंह ने बताया कि वंचित परिवारों के कार्ड बनाने को लेकर ब्लॉकवार सात टीमें लगाई गई हैं. पांच दिसंबर से अभियान शुरू किया गया है और अंतिम परिवार का कार्ड बनाने तक यह अभियान जारी रहेगा. जिन गांवों में सर्वाधिक परिवार कार्ड से वंचित हैं, पहले वहां कैंप लगाकर कार्ड जारी किए जाएंगे. आयुष्मान मित्रों के साथ आशा बहू और एएनएम की टीम काम कर रही है.
सुमेरपुर ब्लॉक में सर्वाधिक परिवार वंचित
डिस्ट्रिक्ट इनफार्मेशन सिस्टम मैनेजर (डीआईएसएम) गौरव निगम ने बताया कि गोहाण्ड ब्लॉक में 5110, कुरारा में 4671, मौदहा 7488, मुस्करा में 5142, राठ में 4812, सरीला में 4075, सुमेरपुर ब्लाक में सर्वाधिक 9358 परिवार सूची में नाम होने के बावजूद आष्युमान कार्ड से वंचित हैं.