गोरखपुर: योगी सरकार ने शहर के बहुचर्चित और बहुउपयोगी पार्क का नाम जब से बदला है पूरे शहर में कोहराम सा मच गया है. पार्क में टहलने वाले से लेकर राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र के लोगों ने सरकार के फैसले पर कड़ी आपत्ति जताई है. वहीं नगर निगम बोर्ड के पूर्व उप सभापति ने सरकार के फैसले को पूरी तरह तानाशाही करार दिया है.
योगी सरकार ने शहर के बीचोबीच स्थित विंध्यवासिनी पार्क का नाम अचानक से बदलकर हनुमान प्रसाद पोद्दार कर दिया है, जिसको लेकर सत्ता और विपक्ष के नेताओं में नाराजगी व्याप्त है. बताया जा रहा है कि एक स्वतंत्रता सेनानी और समाजसेवी के नाम की उपेक्षा करने से जल्द ही शहर के लोग सड़कों पर आंदोलन भी कर सकते हैं.
ब्रिटिश हुकूमत को उखाड़ फेंकने के लिए यह महान योद्धा अपनी वकालत छोड़कर जंग-ए-आजादी में कूद पड़ा था. आजादी के बाद विंध्यवासिनी बाबू नगर पालिका के चेयरमैन भी बने और शहर की कई प्रसिद्ध इमारतों का निर्माण भी कराया. यही वजह है कि जब उनका नाम योगी सरकार ने इस पार्क से हटाया तो लोग तिलमिला गए.
इसे भी पढ़ें:- BHU मामले पर प्रोफेसर असहाब अली का बयान, 'शिक्षक का आंकलन जाति-धर्म पर करना गलत'
नाम बदलने पर होगा प्रदर्शन
नगर निगम के पूर्व उप सभापति और वरिष्ठ सपा नेता जियाउल इस्लाम ने कहा कि नगर निगम क्षेत्र के किसी भी पार्क या सड़क का नामकरण करना या बदलना यह नगर निगम का बोर्ड तय करता है और फिर सरकार उस पर मुहर लगाती है, लेकिन योगी सरकार ने नाम बदलने की कार्रवाई को जबरन अंजाम दिया है, जिसके खिलाफ प्रदर्शन होगा. अगर सरकार को हनुमान प्रसाद पोद्दार के नाम पर पार्क बनाना हैं तो शहर में तमाम सरकारी जमीन खाली हैं.
प्रियंका गांधी के ट्वीट ने मामले को बढ़ाया
इस पार्क की देखभाल उद्यान विभाग के हवाले हैं. जिले के उद्यान अधिकारी बलजीत सिंह ने कहा है कि योगी सरकार के फैसले से अब इस पार्क का नाम हनुमान प्रसाद पोद्दार किया जा चुका है. विंध्यवासिनी बाबू की ख्याति काफी अच्छी रही है.
यही वजह है कि एक विशेष वर्ग के साथ समाज के अन्य लोग भी सरकार के इस फैसले को सही नहीं ठहरा रहे हैं. यह विषय योगी सरकार के खिलाफ गोरखपुर में एक बड़े आंदोलन का रूप अख्तियार कर रहा है, जिसकी तैयारी चल रही है. कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने भी इस मामले को ट्वीट कर हवा दे दिया है, जिसे कांग्रेसी आंदोलन के माध्यम से आगे बढ़ाएंगे.
इसे भी पढ़ें:- गोरखपुर: शहीद बाबा के आस्ताने से अगरबत्ती लेने पर मुसाफिरों का सफर होता है सुहाना