गोरखपुर: पादरी बाजार के केवटहिया गांव की रहने वाली पूजा लॉकडॉउन में जिंदगी से जद्दोजहद कर रही हैं. पति की मौत के बाद चार मासूम बच्चियों का पेट पालना उनकी सबसे बड़ी चुनौती है. ससुराल वालों ने जब घर से निकल दिया, उसके बाद शहर में लोगों के घर बर्तन धोकर अपनी चार बेटियों का किसी तरह पेट पाल रही थी.
इधर लॉकडाउन होने के बाद पूजा की सबसे बड़ी समस्या अपनी बच्चियों का पेट पालना हो गया है. बीते साल पति जितेन्द्र की मौत के बाद लोगों के घरों में बर्तन धोकर किसी तरह से गुजरा कर रही थी. लेकिन लॉकडाउन ने पूजा और उसकी बेटियों को भुखमरी के कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है.
चार बच्चियों का भरण पोषण कर रही पूजा इस संक्रमण काल में दो जून की रोटी के लिए जद्दोजहद कर रही हैं. लेकिन पूजा को लॉकडॉउन के बाद कोई अपने घरों में आने नहीं दे रहा है.
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