गोरखपुर: जिले में पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हासिल हुई है. 2007 में 13 साल पहले चौरी-चौरा में डॉ. के.के मिश्रा का अपहरण हुआ था और उनसे लूटपाट की गई थी. इस घटना में बांके यादव गैंग का नाम सामने आया था. घटना में शामिल 14 अभियुक्तों में से 12 को गिरफ्तार कर लिया गया था. बाकी 2 अभियुक्तों पर 50-50 हजार रुपये का इनाम पुलिस ने घोषित किया था, जिसमें से एक अपराधी को पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार किया है.
चौरी-चौरा के डॉ. के.के. मिश्रा अपहरण मामले में 2 अभियुक्त बीते 13 वर्षों से फरार चल रहे थे, जिनकी गिरफ्तारी नहीं हो पा रही थी. मुखबिर की सूचना पर गोरखपुर पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने गुरुवार को आरोपी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया. रात में मुठभेड़ के दौरान खोराबार थाना क्षेत्र से 1 शातिर 50 हजार के इनामी अपराधी अमेरिका यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. अपराधी सिहुलिया थाना जनपद मऊ का रहने वाला है. उसके पास से एक तमंचा और जिंदा कारतूस बरामद किया गया है. गैंग का सरगना बांके यादव पहले ही पुलिस मुठभेड़ में मारा जा चुका है.
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घटना के संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. दिनेश कुमार प्रभु ने जानकारी देते हुए बताया कि एक अन्य 50 हजार का इनामी अपराधी फरार है, जिसे पुलिस और क्राइम ब्रांच टीम गिरफ्तार करने में लगी हुई है. जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा. फिलहाल इनामी अपराधी अमेरिका यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. अमेरिका यादव पर गैंगस्टर की कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही उस पर 307 और आर्म्स एक्ट के गंभीर मुकदमे पहले से ही दर्ज हैं.
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