गोरखपुर: कोरोना संक्रमण की वजह से देश के विभिन्न प्रदेशों में फंसे श्रमिकों की घर वापसी शुरू हो गई है. गोरखपुर के 2 हजार से ज्यादा श्रमिकों को मुंबई से दो ट्रेन लेकर पहुंची. प्रशासन की निगरानी में इन्हें बसों में बैठाकर उनके क्षेत्र में पहुंचाया गया. साथ ही इन्हें 21 दिनों तक अपने घरों में ही क्वारंटाइन रहने को कहा गया है.
मेडिकल परीक्षण के बाद भेजा गया घर
यूपी सरकार ने मजदूरों के लिए भारत सरकार से आग्रह करते हुए निवेदन किया था कि प्रदेश के मजदूरों को ट्रेनों द्वारा भेजा जाए. प्रदेश सरकार के निवेदन पर भारत सरकार ने मुंबई, दिल्ली, हैदराबाद, पंजाब के मजदूरों को भेजना शुरू कर दिया. एक ट्रेन रात में भिवानी से 1145 मजदूरों को और दूसरी ट्रेन सुबह बसई से 982 मजदूरों को लेकर पहुंची. जिनमें अलीगढ़, हाथरस, अयोध्या, प्रयागराज जैसे अन्य जनपदों के मजदूर भी थे. इनको जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पांडियन के निर्देश पर मेडिकल परीक्षण कराने के बाद उनके गृह जनपद बस से भेजा गया.
बता दें कि गृह जनपद में पुनः इनका मेडिकल परीक्षण कराया जाएगा. जिसके बाद मजदूरों को 21 दिनों के लिये होम क्वारंटाइन किया जाएगा. 7 दिनों बाद पुनः इनका मेडिकल परीक्षण कराया जायेगा. अगर इनमें किसी प्रकार के लक्षण दिखाई देते हैं तो डॉक्टरों के निर्देशन पर इनको 21 दिनों तक अस्पतालों में आइसोलेट भी किया जायेगा.