गोरखपुर : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स की ओपीडी में चिकित्सकों को दिखाने के लिए लाइन में लगे दो लोग अचानक बेहोश होकर गिर पड़े. इससे अफरातफरी मच गई. सोमवार को हुई ये दोनों घटनाएं दो घंटे के अंतराल पर हुईं. दोनों मरीजों को ट्रामा सेंटर में भर्ती किया गया. वेंटीलेटर के साथ सीपीआर देकर दोनों की जान बचाने की कोशिश की गई, लेकिन दोनों की मौत हो गई. एक मरीज ने तो मिनट भर में ही दम तोड़ दिया जबकि, दूसरे मरीज को बचाने के लिए चिकित्सक करीब तीन घंटे तक प्रयास करते रहे, लेकिन उसकी जान नहीं बच पाई. एम्स ओपीडी में चक्कर खाकर गिरने के बाद मौत होने का यह एक सप्ताह में तीसरा मामला है.
बस्ती जिले का रहने वाला था मरीज : बस्ती जिले के मुंडेरवा बजार के बरडार का रहने वाला 32 वर्षीय युवक विजय कुमार मेडिसिन विभाग की ओपीडी में खुद को दिखाने आया था. वह लाइन में लगा था. इस दौरान मेडिसिन OPD में अचानक वह बेहोश होकर गिर गया. मरीज को तुरंत ट्रामा और इमरजेंसी विभाग में लाया गया. उसका पल्स और ब्लड प्रेशर नहीं आ रहा था. ट्रामा और इमरजेंसी विभाग में तैनात सहायक आचार्य डॉ. अरविंद कुमार और उनकी टीम के सदस्य, डॉ. विनय और नर्सिंग आफिसर मोहित ने सीपीआर देना शुरू किया. चिकित्सकों का प्रयास रंग भी लाता दिख रहा था. मरीज का पल्स और ब्लड प्रेशर आने लगा. इसके उपरांत टीम ने मरीज को इंटुबेट किया और वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया. मरीज के पल्स और ब्लड प्रेशर को दवा के जरिए नियंत्रित किया जा रहा था, लेकिन अचानक फिर से उसकी हालत खराब हो गई. शाम छह बजे उसकी मौत हो गई. डॉ. अरविंद ने बताया कि मरीज को सीपीआर देने का साथ ही तत्काल वेंटिलेटर पर रखा गया था. उसकी जान नहीं बचाई जा सकी.
चौरी चौरा के मरीज की चंद मिनट में ही मौत : विजय के साथ आए परिजनों ने बताया कि विजय के पैंक्रियाज में दिक्कत थी. कुछ माह पहले लखनऊ में ऑपरेशन हुआ था. उसके पैर में इंफेक्शन हो गया था. हाई शुगर लेवल भी था. विजय सोमवार को एम्स में शुगर और पैर की दवा कराने पहुंचा था. वह लाइन में लगा था. अचानक गिरकर बेहोश हो गया. वहीं चौरी चौरा तहसील के बसंतपुर डुमरी खास निवासी राम बाबू पासवान को कई दिनों से बुखार आ रहा था. वह पर्चा कटवाने के बाद दिखाने के लिए लाइन में लगे थे. कुछ देर के लिए वह लाइन से हटकर बाहर गए. इसके बाद आकर दोबारा से लाइन में लगे. अचानक चक्कर खाकर गिर पड़े. इसके बाद ओपीडी में शोर होने लगा. कर्मचारियों ने उसे आनन-फानन में इमरजेंसी ट्रामा सेंटर पहुंचाया, लेकिन डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. उसे सीपीआर और वेंटिलेटर पर ले जाने की जरूरत नहीं पड़ी. चंद मिनट में इस तरह की मौत का कारण चिकित्सक हार्ट अटैक मान रहे हैं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही सही स्थिति सामने आ पाएगी. इससे पहले 7 दिसंबर को 26 वर्षीय युवक अरुण सिंह की भी अचानक से गिरकर मौत हो गई थी. जांच में हार्ट अटैक से मौत होने की बात सामने आई थी.
यह भी पढ़ें : एलोपैथी में MD, 3 बीमारियों के स्पेशलिस्ट; अपनी मां के इलाज के लिए बीएचएमएस कर होम्योपैथी का अस्पताल खोला