गोरखपुर: शहर के साहित्यिक, सांस्कृतिक फलक पर शब्द संवाद मंच उपलब्ध कराने वाले गोरखपुर लिटरेरी फेस्टिवल के तीसरे संस्करण का शुभारंभ शनिवार को हुआ. उद्घाटन सत्र में शब्द संवाद विषय पर मंचासीन अतिथियों ने अपने विचारों को व्यक्त किया. मंच पर साहित्य अकादमी के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर विश्वनाथ तिवारी, साहित्यकार मैत्रीय पुष्पा, प्रोफेसर केसी लाल और विभूति नारायण राय आदि मौजूद रहे.
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दो दिनों तक चलने वाले आयोजन में कुल 12 सत्र होंगे. इसमें साहित्य अकादमी के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर विश्वनाथ तिवारी, साहित्यकार मैत्रीय पुष्पा, प्रोफेसर केसी लाल, विभूति नारायण राय, ममता कालिया, हरिकेश, सुलभ जयनंदन, पंकज मित्र और प्रभात रंजन जैसे साहित्यकारों के अलावा प्रोफेसर वसीम बरेलवी, महेश अस्क, कलीम कैसर, अबरार कासिम जैसे शायर. अनूठी किस्सागोई के लिए दुनियाभर में मशहूर महमूद फारुकी, फिल्म अभिनेता अखिलेंद्र मिश्र, गीतकार तनवीर गाजी, मशहूर पत्रकार अजीत अंजुम, राणा यशवंत, कुमार भावेश और योगेश मिश्र आदि मौजूद रहेंगे.
- डॉ. रजनीकांत श्रीवास्तव, फेस्टिवल अध्यक्ष