गोरखपुर: वैश्विक महामारी कोरोनावायरस में भी कुछ लोग आपदा में अवसर की तलाश में लगे हुए हैं. ताजा मामला गोरखनाथ थाना क्षेत्र का है, जहां ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी कर रहे तीन युवकों को मुखबिर की सूचना पर ड्रग विभाग के इंस्पेक्टर और धर्मशाला पुलिस चौकी के संयुक्त प्रयास से गिरफ्तार किया गया है. ये आरोपी प्रत्येक भरा हुआ अक्सीजन सिलेंडर 36,000 में बेचते थे. पुलिस की जांच में बनारस के एक डॉक्टर का भी नाम प्रकाश में आया है.
क्या है पूरा मामला
गोरखनाथ थाना क्षेत्र के धर्मशाला पुलिस चौकी के पास से मंगलवार की देर रात मुखबिर की सूचना पर पुलिस और ड्रग विभाग की टीम ने ऑक्सीजन गैस सिलेंडर के साथ तीन युवकों को गिरफ्तार किया. पूछताछ में आरोपियों ने सिलेंडर की कालाबाजारी करने की बात कबूल की है. जिसमें वाराणसी के डॉक्टर अभिषेक का भी नाम प्रकाश में आया है. जिसके द्वारा सेटिंग कर मरीज तक इन युवकों द्वारा गैस सिलेंडर पहुंचाया जाता था और फिर एक ऑक्सीजन गैस सिलेंडर के एवज में मरीज से 36000 रुपये वसूले जाते थे. इस मामले में पुलिस ने ड्रग इंस्पेक्टर जय सिंह की तहरीर पर तीन युवकों पर जालसाजी की धारा में केस दर्ज किया है.
एक कार और 3 भरे हुए सिलेंडर हुए बरामद
पकड़े गए आरोपियों की पहचान तिवारीपुर थाना क्षेत्र के छोटे काजीपुर निवासी जितेंद्र विश्वकर्मा, आजमगढ़ के मुबारकपुर थाना क्षेत्र के सठियांव के रहने वाले सिद्धार्थ यादव और कुशीनगर जनपद के पट्टेहरवा इलाके के कोटवा निवासी रोशन सिंह के रूप में हुई है.पुलिस ने आरोपियों के पास से एक कार और 3 भरे हुए सिलेंडर बरामद किए हैं.