गोरखपुर: उत्तराखंड में आई जल प्रलय में गोरखपुर के लापता चल रहे चार लोगों में से 3 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो गई है. शव की शिनाख्त गोरखपुर से उत्तराखंड पहुंचे परिवार वालों ने कर दिया है. जिसके बाद राज्य सरकार शवों का पोस्टमार्टम कराने के बाद अपने खर्चे पर परिवार वालों को सौंप देगी. वहीं इस घटना की जानकारी परिजनों को मिलने के बाद घर से लेकर पूरे गांव में कोहराम मच गया है. अभी तक लापता होने के बाद जिंदा होने की उम्मीद लगाए बैठे घरवालों को शव मिलने की सूचना ने पूरी तरह से तोड़ दिया है. हादसे में लापता एक शख्स की तलाश अभी भी जारी है.
चमोली जिले के ग्राम रेडी से मिले शव
कई दिनों की तलाश के बाद जिन तीन लोगों के शव बरामद हुए हैं. उनमें सहजनवा थाना क्षेत्र के गौरा खास निवासी वेदप्रकाश, धनुषधारी और इसी थाना क्षेत्र के केशोपुरा निवासी शेषनाथ उपाध्याय का शव बरामद हुआ है. जबकि दोहरिया क्षेत्र के बुढ़ियाबारी निवासी नागेंद्र सिंह के शव की तलाश अभी भी जारी है. यह सभी आसपास के गांव से संबंधित लोग थे और एनटीपीसी के बनाए जा रहे टनल में निर्माण करने वाली कंपनी के लिए ठेके पर काम करने वाले कर्मी के रूप में कार्य कर रहे थे. तीनों के शव चमोली जनपद के ग्राम रैणी से मिले हैं. इनका पोस्टमार्टम कराए जाने के साथ डीएनए भी कराया जाएगा. उसके बाद परिवार के सदस्यों को सौंप दिया जाएगा.
मृतकों के परिजनों को आर्थिक मदद दिलाने में जुटा जिला प्रशासन
जिलाधिकारी के.विजयेंद्र पांडियन ने इस मामले में कहा है कि मृत्यु से पूर्व भी लापता लोगों के परिवारजनों को आर्थिक सहायता पहुंचाई गई थी. लेकिन अब इसकी पुष्टि होने के बाद जिला आपदा प्राधिकरण की ओर से आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. सभी लोगों के बैंक अकाउंट की डिटेल उत्तराखंड सरकार को भेज दिया जाएगा. जहां से घोषित आर्थिक मदद उन्हें तो मिलेगी ही साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से घोषित मदद जल्द ही मिल जाएगी. परिवारीजनों को केंद्र की आर्थिक मदद भी दिलाने का प्रयास किया जाएगा.