गोरखपुर: रंगो के महापर्व होली पर पिचकारियों की अपनी अलग ही महत्ता है. क्या छोटे क्या बड़े सभी इन पिचकारियों से एक-दूसरे पर रंग डालकर होली मनाते हैं. ऐसे में इस बार होली पर्व पर भारत में बनी पिचकारी होली में अपनी एक अलग जगह बनाई है. छोटे और बड़े सभी को ध्यान में रखकर बाजारों में हर साइज की पिचकारी उपलब्ध है. बच्चों के लिए डोरेमोन, पब्जी, टॉम एंड जेरी, मोटू पतलू, छोटा भीम सहित अन्य कार्टून पात्रों की पिचकारिया बच्चों को अपनी तरफ आकर्षित कर रही हैं. वहीं बड़े लोगों के लिए स्प्रे गन, पिट्ठू पिचकारी और पाइप पिचकारी बनाई गई है. जो एक बार में कई लीटर पानी रखकर काफी देर तक होली खेलने का लुफ्त लोग उठा पाएंगे.
रंग बिरंगी पिचकारियों से सजी बाजार
ऐसे में भारतीय पिचकारियों ने भी अपनी बनावट, सजावट और रंग बिरंगी आकृति से बाजार में अपनी एक अलग पहचान बना रही है. घंटाघर और पांडे हाता जैसे शहर के मुख्य बाजारों में दुकानों पर सजी यह पिचकारियां हर वर्ग को ध्यान में रखकर लगाई गई है. 4 से 1000 रूपये तक की पिचकारी बाजार में उपलब्ध है. चाहे वह छोटे बच्चे हो या फिर बड़े सभी इन पिचकारियों का आनंद होली पर्व पर ले सकते हैं.
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हर बार होली के त्यौहार में चाइनीस पिचकारियों से बाजार पटी रहती थी. इस बार चाइना में वायरस की वजह से हम लोगों ने चाइनीस पिचकारियों का बहिष्कार कर दिया है. पिचकारियां हर वर्ग को ध्यान में रखकर बनाई गई है. हमारे वहां 4 से 1000 रुपये तक होलसेल रेट पर पिचकारी उपलब्ध हैं.
लालबाबू, थोक व्यापारी