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मणिपुर से सुरक्षित गोरखपुर लौटे छात्र, वहां के हालात बयां करते हुए दिखा खौफ

मणिपुर में हिंसा के बाद कर्फ्यू और धारा 144 लगने के बीच सरकार द्वारा यूपी के बच्चों और लोगों को घर पहुंचाने का सिलसिला जारी है. राज्य सरकार के सहयोग से गोरखपुर के दो छात्र को मणिपुर से उनके घर तक पहुंचाया गया है.

मणिपुर से सुरक्षित लौटे छात्र
मणिपुर से सुरक्षित लौटे छात्र
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Published : May 11, 2023, 3:52 PM IST

मणिपुर से सुरक्षित लौटे छात्र

गोरखपुर: मणिपुर में हिंसा के बाद उपजे संकट के बीच वहां फंसे यूपी के छात्रों और लोगों को सकुशल घर लाने का सिलसिला जारी है. इसी क्रम में शुक्रवार को गोरखपुर के भी दो छात्र दिल्ली होते हुए अपने घर राज्य सरकार के सहयोग से पहुंचे हैं. सरकारी बस से गोरखपुर पहुंचने पर सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक ने उनका स्वागत कर उन्हें सकुशल घर तक भिजवाया. कर्फ्यू और धारा 144 के बीच जारी हिंसा के दौरान छात्रों को रेस्क्यू कर इन्हें निकालकर घर तक लाया गया है.

गोरखपुर के बस स्‍टेशन पहुंचे छात्र कुशीनगर के अभिनव सिंह और महराजगंज जिले के शिवम चौधरी मणिपुर में बीटेक के छात्र हैं. इंफाल आईआईटी से बीटेक कर रहे दोनों छात्र कर्फ्यू और धारा 144 लगने की वजह से वहां पर फंस गए थे. राज्य सरकार के द्वारा इन्‍हें एयर इ‍ंडिया के विमान से पहले दिल्‍ली लाया गया. इसके बाद वह बस से लखनऊ और फिर गोरखपुर पहुंचे. यहां पहुंचने पर छात्रों ने मणिपुर के जो हालात बयां किए उसमें उनका डर साफ दिखाई दे रहा था. वह सकुशल घर वापसी पर छात्रों ने सरकार की व्यवस्था की सराहना की तो, सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक ने भी कहा कि सरकार की मंशा के अनुरूप छात्रों को घर तक पहुंचाने में रोडवेज अपनी भूमिका निभाने में कामयाब रहा है.

अभिनव सिंह आईआईटी का छात्र है. उसके पिता कृष्ण मुरारी सिंह किसान हैं. अभिनव 8 नवंबर 2022 को मण‍िपुर में बीटेक में प्रवेश मिलने के बाद गया था. उसने बताया कि मणिपुर के इंफाल में उनके संस्‍थान के पास सैनिक छावनी होने की वजह से सुरक्षा काफी कड़ी थी. यही वजह है कि हिंसा और आगजनी की घटनाओं के बावजूद उन लोगों को अधिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा. पहाड़ी इलाकों में अधिक तनाव का माहौल है. ऐसे में कर्फ्यू लगने और हिंसा की वजह से घरवाले भी काफी परेशान थे. अभिनव ने बताया कि छुट्टियां होने की वजह से पढ़ाई पर हिंसा का कोई असर नहीं पड़ेगा. माहौल शांत होने पर फिर आगे की पढ़ाई के लिए वापस जाएंगे.

शिवम चौधरी भी आईआईटी मणिपुर के छात्र हैं. उन्होंने बताया कि जब मणिपुर में हिंसा फैली, तो पहाड़ी इलाके में इसका अधिक असर देखने को मिला. धारा 144 और कर्फ्यू लगने की वजह से अलग-अलग राज्‍यों की सरकार, अपने यहां के छात्रों को वहां से रेस्‍क्‍यू करने लगी. इस बीच घरवालों की भी चिंता बढ़ गई. केन्‍द्र और प्रदेश सरकार के साथ मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ का धन्‍यवाद देते हुए शिवम ने कहा कि उन लोगों को निःशुल्‍क सरकार की ओर से एयर इंडिया की फ्लाइट से दिल्‍ली लाया गया है. वह यहां पर यूपी भवन में रुके, इसके बाद वहां से उन लोगों को बस से लखनऊ पहुंचाया गया. यहां से व‍ह बस के माध्‍यम से गोरखपुर पहुंचे हैं. शिवम के पिता सउदी अरब में मैकेन‍िक हैं.

यह भी पढ़ें: सपा विधायक जियाउर्रहमान बर्क की मुख्यमंत्रियों से अपील, सभी राज्यों में बैन करें द केरल स्टोरी मूवी

मणिपुर से सुरक्षित लौटे छात्र

गोरखपुर: मणिपुर में हिंसा के बाद उपजे संकट के बीच वहां फंसे यूपी के छात्रों और लोगों को सकुशल घर लाने का सिलसिला जारी है. इसी क्रम में शुक्रवार को गोरखपुर के भी दो छात्र दिल्ली होते हुए अपने घर राज्य सरकार के सहयोग से पहुंचे हैं. सरकारी बस से गोरखपुर पहुंचने पर सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक ने उनका स्वागत कर उन्हें सकुशल घर तक भिजवाया. कर्फ्यू और धारा 144 के बीच जारी हिंसा के दौरान छात्रों को रेस्क्यू कर इन्हें निकालकर घर तक लाया गया है.

गोरखपुर के बस स्‍टेशन पहुंचे छात्र कुशीनगर के अभिनव सिंह और महराजगंज जिले के शिवम चौधरी मणिपुर में बीटेक के छात्र हैं. इंफाल आईआईटी से बीटेक कर रहे दोनों छात्र कर्फ्यू और धारा 144 लगने की वजह से वहां पर फंस गए थे. राज्य सरकार के द्वारा इन्‍हें एयर इ‍ंडिया के विमान से पहले दिल्‍ली लाया गया. इसके बाद वह बस से लखनऊ और फिर गोरखपुर पहुंचे. यहां पहुंचने पर छात्रों ने मणिपुर के जो हालात बयां किए उसमें उनका डर साफ दिखाई दे रहा था. वह सकुशल घर वापसी पर छात्रों ने सरकार की व्यवस्था की सराहना की तो, सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक ने भी कहा कि सरकार की मंशा के अनुरूप छात्रों को घर तक पहुंचाने में रोडवेज अपनी भूमिका निभाने में कामयाब रहा है.

अभिनव सिंह आईआईटी का छात्र है. उसके पिता कृष्ण मुरारी सिंह किसान हैं. अभिनव 8 नवंबर 2022 को मण‍िपुर में बीटेक में प्रवेश मिलने के बाद गया था. उसने बताया कि मणिपुर के इंफाल में उनके संस्‍थान के पास सैनिक छावनी होने की वजह से सुरक्षा काफी कड़ी थी. यही वजह है कि हिंसा और आगजनी की घटनाओं के बावजूद उन लोगों को अधिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा. पहाड़ी इलाकों में अधिक तनाव का माहौल है. ऐसे में कर्फ्यू लगने और हिंसा की वजह से घरवाले भी काफी परेशान थे. अभिनव ने बताया कि छुट्टियां होने की वजह से पढ़ाई पर हिंसा का कोई असर नहीं पड़ेगा. माहौल शांत होने पर फिर आगे की पढ़ाई के लिए वापस जाएंगे.

शिवम चौधरी भी आईआईटी मणिपुर के छात्र हैं. उन्होंने बताया कि जब मणिपुर में हिंसा फैली, तो पहाड़ी इलाके में इसका अधिक असर देखने को मिला. धारा 144 और कर्फ्यू लगने की वजह से अलग-अलग राज्‍यों की सरकार, अपने यहां के छात्रों को वहां से रेस्‍क्‍यू करने लगी. इस बीच घरवालों की भी चिंता बढ़ गई. केन्‍द्र और प्रदेश सरकार के साथ मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ का धन्‍यवाद देते हुए शिवम ने कहा कि उन लोगों को निःशुल्‍क सरकार की ओर से एयर इंडिया की फ्लाइट से दिल्‍ली लाया गया है. वह यहां पर यूपी भवन में रुके, इसके बाद वहां से उन लोगों को बस से लखनऊ पहुंचाया गया. यहां से व‍ह बस के माध्‍यम से गोरखपुर पहुंचे हैं. शिवम के पिता सउदी अरब में मैकेन‍िक हैं.

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