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योगी सरकार के चार साल, 360 डिग्री में हुआ गोरखपुर का विकास

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के 4 साल पूरे हो गए हैं. 2017 में प्रचंड बहुमत और जन आकांक्षाओं की लहर के बीच योगी आदित्यनाथ ने बतौर मुख्यमंत्री प्रदेश की कमान संभाली. इसके बाद योगी ने गोरखपुर को कई बड़ी सौगात दी. जिलाधिकारी के. विजेंद्र पांडियन कहते हैं कि गोरखपुर का विकास 360 डिग्री में हुआ है. पढ़ें यह रिपोर्ट...

योगी सरकार के चार साल पूरे.
योगी सरकार के चार साल पूरे.
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Published : Mar 19, 2021, 3:16 PM IST

गोरखपुर: योगी सरकार ने 19 मार्च 2021 यानी शुक्रवार को अपने कार्यकाल के 4 साल पूरे कर लिए. भारतीय जनता पार्टी चार सालों में प्रदेश के चहुंमुखी विकास का दावा कर रही है. हालांकि विपक्ष सरकार की नीति और नियत पर सवाल खड़ा करते हुए कई तरह की कमियां गिना रहा है. लेकिन, गोरखपुर निवासी योगी सरकार के काम से खुश हैं. दरअसल, योगी आदित्यनाथ ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत गोरखपुर से ही की थी. जनता के अपार समर्थन से वो गोरखपुर से पांच बार सांसद रहे. साल 2017 में प्रचंड बहुमत और जनाकांक्षाओं की लहर के बीच भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने भरोसा जताते हुए योगी आदित्यनाथ को प्रदेश की कमान सौंपी.

देखें वीडियो.

पूर्व मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह के विकास के ढांचे से काफी आगे निकले योगी

बतौर मुख्यमंत्री के पद पर आसीन होते ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के विकास की गाथा में कई बड़े अध्याय जोड़े हैं. गोरखपुर के विकास के लिए उन्होंने जो कदम उठाए हैं, वो अपने आप में मील का पत्थर साबित हो रहे हैं. योगी आदित्यनाथ के प्रयासों को देखते हुए अब यह लगने लगा है कि वो पूर्व मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह के विकास के ढांचे से काफी आगे निकल चुके हैं.

इसे भी पढ़ें - जेपी नड्डा ने योगी सरकार के 4 साल पूरे होने पर दी बधाई


750 बेड के अस्पताल से पूर्वांचलवासियों को होगी सुविधा

ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान जिलाधिकारी के.विजेंद्र पांडियन ने गोरखपुर में संचालित विकास परियोजनाओं और योजनाओं की रूपरेखा प्रस्तुत की. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एजेंडे में गोरखपुर में स्वास्थ्य, शिक्षा, उद्योग और सड़कों के जाल के साथ रोजगार प्रमुख है. विकास कार्यों को लेकर चार साल में जो परिणाम सामने आए हैं वो यह बताते हैं कि जिले का विकास 360 डिग्री में हुआ है. गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कॉलेज में इंसेफ्लाइटिस से हुई मौतों से सरकार की छवि पर असर पड़ा था. इस बीमारी ने हजारों बच्चों को मौत की नींद सुला दिया था. योगी आदित्यनाथ की दृढ़ता और उनकी नीतियों की वजह से आज इंसेफ्लाइटिस लगभग समाप्त हो चुकी है. गोरखपुर मेडिकल कॉलेज के कई विभागों का उच्चीकरण, आधुनिक स्वास्थ्य उपकरणों की उपलब्धता के साथ सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक का निर्माण हुआ है. दो हजार करोड़ की लागत से एम्स का निर्माण अपने अंतिम चरण में है. यहां लोगों को इलाज मिल रहा है. जल्द ही 750 बेड का अस्पताल भी संचालित होने वाला है.

इसे भी पढ़ें-योगी सरकार के बेमिसाल 4 साल, धार्मिक पर्यटन में तेजी से आगे बढ़ रहा उत्तर प्रदेश

कायाकल्प योजना के तहत 3 हजार प्राथमिक स्कूलों का आधुनिकीकरण

जिलाधिकारी ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में सीएम योगी आदित्यनाथ ने आमूलचूल परिवर्तन किए हैं. यहां तकनीकी और मानव विश्वविद्यालय में विभिन्न प्रकार के कोर्सेज शुरू होने के साथ विद्यार्थियों को सुविधाएं प्रदान की गई हैं. उन्होंने कहा कि सबसे ताजा उदाहरण 'अभ्युदय' नामक योजना से जुड़ा है, जिसके जरिए मुख्यमंत्री ने प्रयास किया है कि सिविल सर्विसेज की तैयारी करने के साथ मेडिकल, इंजीनियरिंग की तैयारी करने वाले बच्चों को भी मुफ्त में मार्गदर्शन प्राप्त हो सके. उन्होंने कहा कि यह मुख्यमंत्री का ही प्रयास है कि 'कायाकल्प योजना' के तहत करीब 3,000 प्राथमिक स्कूलों के भवनों को नए स्वरूप में तैयार किया गया है. रोजगार मेलों के जरिए जहां हजारों युवाओं को नौकरियां मिली हैं तो उद्योगों की स्थापना से भी रोजगार सृजन का बड़ा कार्य हुआ है. उन्होंने कहा कि खाद कारखाना की स्थापना से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से लाखों लोगों को रोजगार और किसानों को फायदा देगा. औद्योगिक क्षेत्र में कई नई फैक्ट्रियां स्थापित हुई हैं. यहां पर 5 हजार करोड़ का निवेश उद्योग क्षेत्र में हो रहा है, जिससे न सिर्फ उद्योगों का विकास होगा बल्कि, रोजगार के भी बड़े द्वार खुलेंगे.

इसे भी पढ़ें - योगी सरकार ने ऊर्जा क्षेत्र को दिया बृहद आकार, हर घर बिजली का सपना हुआ साकार


गोरखपुर से देवरिया, महराजगंज, कुशीनगर, वाराणसी, नेपाल को जोड़ने वाली सड़क फोरलेन में तब्दील

जिलाधिकारी ने कहा कि योगी सरकार में सड़कों की कनेक्टिविटी गांव तक पहुंची है. हर प्रमुख सड़क से गांव जुड़े हैं. गोरखपुर शहर चारों तरफ से फोरलेन की कनेक्टिविटी से जुड़ चुका है. वाराणसी, देवरिया, महराजगंज और नेपाल को जाने वाले मार्ग फोरलेन में तब्दील हो चुके हैं. बहुत जल्द गोरखपुर से लखनऊ फोरलेन सिक्स लेन में परिवर्तित होना शुरू हो जाएगा, जिसके लिए मुख्यमंत्री ने बजट का भी प्रावधान कर दिया है. मुख्यमंत्री ने पर्यटन की दृष्टि से ढाई सौ से अधिक धार्मिक स्थलों के विकास का कार्य किया है, जिसमें मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा का सौंदर्यीकरण शामिल है. रामगढ़ ताल पर्यटन की दृष्टि से बहुत बड़ा केंद्र बन चुका है.

पूर्वांचल की राजधानी की तरह विकसित हो रहा गोरखपुर
जिलाधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री के प्रयास से एयर कनेक्टिविटी के क्षेत्र में गोरखपुर को देश के बड़े शहरों से जोड़ा गया है. गोरखपुर को पूर्वांचल की राजधानी की तरह विकसित किया जा रहा है. गोरखपुरवासी सीएम योगी आदित्यनाथ के चार साल के कार्यकाल से बेहद खुश नजर आ रहे हैं.

गोरखपुर: योगी सरकार ने 19 मार्च 2021 यानी शुक्रवार को अपने कार्यकाल के 4 साल पूरे कर लिए. भारतीय जनता पार्टी चार सालों में प्रदेश के चहुंमुखी विकास का दावा कर रही है. हालांकि विपक्ष सरकार की नीति और नियत पर सवाल खड़ा करते हुए कई तरह की कमियां गिना रहा है. लेकिन, गोरखपुर निवासी योगी सरकार के काम से खुश हैं. दरअसल, योगी आदित्यनाथ ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत गोरखपुर से ही की थी. जनता के अपार समर्थन से वो गोरखपुर से पांच बार सांसद रहे. साल 2017 में प्रचंड बहुमत और जनाकांक्षाओं की लहर के बीच भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने भरोसा जताते हुए योगी आदित्यनाथ को प्रदेश की कमान सौंपी.

देखें वीडियो.

पूर्व मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह के विकास के ढांचे से काफी आगे निकले योगी

बतौर मुख्यमंत्री के पद पर आसीन होते ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के विकास की गाथा में कई बड़े अध्याय जोड़े हैं. गोरखपुर के विकास के लिए उन्होंने जो कदम उठाए हैं, वो अपने आप में मील का पत्थर साबित हो रहे हैं. योगी आदित्यनाथ के प्रयासों को देखते हुए अब यह लगने लगा है कि वो पूर्व मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह के विकास के ढांचे से काफी आगे निकल चुके हैं.

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750 बेड के अस्पताल से पूर्वांचलवासियों को होगी सुविधा

ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान जिलाधिकारी के.विजेंद्र पांडियन ने गोरखपुर में संचालित विकास परियोजनाओं और योजनाओं की रूपरेखा प्रस्तुत की. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एजेंडे में गोरखपुर में स्वास्थ्य, शिक्षा, उद्योग और सड़कों के जाल के साथ रोजगार प्रमुख है. विकास कार्यों को लेकर चार साल में जो परिणाम सामने आए हैं वो यह बताते हैं कि जिले का विकास 360 डिग्री में हुआ है. गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कॉलेज में इंसेफ्लाइटिस से हुई मौतों से सरकार की छवि पर असर पड़ा था. इस बीमारी ने हजारों बच्चों को मौत की नींद सुला दिया था. योगी आदित्यनाथ की दृढ़ता और उनकी नीतियों की वजह से आज इंसेफ्लाइटिस लगभग समाप्त हो चुकी है. गोरखपुर मेडिकल कॉलेज के कई विभागों का उच्चीकरण, आधुनिक स्वास्थ्य उपकरणों की उपलब्धता के साथ सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक का निर्माण हुआ है. दो हजार करोड़ की लागत से एम्स का निर्माण अपने अंतिम चरण में है. यहां लोगों को इलाज मिल रहा है. जल्द ही 750 बेड का अस्पताल भी संचालित होने वाला है.

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कायाकल्प योजना के तहत 3 हजार प्राथमिक स्कूलों का आधुनिकीकरण

जिलाधिकारी ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में सीएम योगी आदित्यनाथ ने आमूलचूल परिवर्तन किए हैं. यहां तकनीकी और मानव विश्वविद्यालय में विभिन्न प्रकार के कोर्सेज शुरू होने के साथ विद्यार्थियों को सुविधाएं प्रदान की गई हैं. उन्होंने कहा कि सबसे ताजा उदाहरण 'अभ्युदय' नामक योजना से जुड़ा है, जिसके जरिए मुख्यमंत्री ने प्रयास किया है कि सिविल सर्विसेज की तैयारी करने के साथ मेडिकल, इंजीनियरिंग की तैयारी करने वाले बच्चों को भी मुफ्त में मार्गदर्शन प्राप्त हो सके. उन्होंने कहा कि यह मुख्यमंत्री का ही प्रयास है कि 'कायाकल्प योजना' के तहत करीब 3,000 प्राथमिक स्कूलों के भवनों को नए स्वरूप में तैयार किया गया है. रोजगार मेलों के जरिए जहां हजारों युवाओं को नौकरियां मिली हैं तो उद्योगों की स्थापना से भी रोजगार सृजन का बड़ा कार्य हुआ है. उन्होंने कहा कि खाद कारखाना की स्थापना से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से लाखों लोगों को रोजगार और किसानों को फायदा देगा. औद्योगिक क्षेत्र में कई नई फैक्ट्रियां स्थापित हुई हैं. यहां पर 5 हजार करोड़ का निवेश उद्योग क्षेत्र में हो रहा है, जिससे न सिर्फ उद्योगों का विकास होगा बल्कि, रोजगार के भी बड़े द्वार खुलेंगे.

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गोरखपुर से देवरिया, महराजगंज, कुशीनगर, वाराणसी, नेपाल को जोड़ने वाली सड़क फोरलेन में तब्दील

जिलाधिकारी ने कहा कि योगी सरकार में सड़कों की कनेक्टिविटी गांव तक पहुंची है. हर प्रमुख सड़क से गांव जुड़े हैं. गोरखपुर शहर चारों तरफ से फोरलेन की कनेक्टिविटी से जुड़ चुका है. वाराणसी, देवरिया, महराजगंज और नेपाल को जाने वाले मार्ग फोरलेन में तब्दील हो चुके हैं. बहुत जल्द गोरखपुर से लखनऊ फोरलेन सिक्स लेन में परिवर्तित होना शुरू हो जाएगा, जिसके लिए मुख्यमंत्री ने बजट का भी प्रावधान कर दिया है. मुख्यमंत्री ने पर्यटन की दृष्टि से ढाई सौ से अधिक धार्मिक स्थलों के विकास का कार्य किया है, जिसमें मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा का सौंदर्यीकरण शामिल है. रामगढ़ ताल पर्यटन की दृष्टि से बहुत बड़ा केंद्र बन चुका है.

पूर्वांचल की राजधानी की तरह विकसित हो रहा गोरखपुर
जिलाधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री के प्रयास से एयर कनेक्टिविटी के क्षेत्र में गोरखपुर को देश के बड़े शहरों से जोड़ा गया है. गोरखपुर को पूर्वांचल की राजधानी की तरह विकसित किया जा रहा है. गोरखपुरवासी सीएम योगी आदित्यनाथ के चार साल के कार्यकाल से बेहद खुश नजर आ रहे हैं.

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