गोरखपुर: लॉकडाउन में कुछ छूट दी गई है, लेकिन इस छूट का लोग नाजायज फायदा उठा रहे हैं. लोग इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे. अनलॉक होने के बाद रोस्टर के हिसाब से दुकानें खोलने की अनुमति दी गई है, लेकिन गोरखपुर में फल, सब्जी, गल्ला व मछली मंडी में किसी भी नियम का पालन नहीं किया जा रहा है.
व्यापारियों को नगर मजिस्ट्रेट अभिनव रंजन श्रीवास्तव और मंडी सचिव सेवाराम ने आदेशानुसार रोस्टर के हिसाब से दुकानें खोलने की अनुमति दी गई है, लेकिन अनलॉक होने के बाद नवीन मंडी में सभी दुकानें खोली जा रही हैं. न तो कोई नियम है न ही कोई कानून. व्यापारी अपने-अपने प्रतिष्ठान धड़ल्ले से खोल रहे हैं. मंडी सचिव सेवाराम से जब इस मामले पर बात हुई तो उन्होंने बताया कि महेवा कैंपस में पांच मंडिया हैं. इसमें मछली मंडी, हरी सब्जियों की मंडी, गल्ला मंडी और फल मंडी चलती हैं. सब की टाइमिंग अलग-अलग है, लेकिन मंडी में निर्धारित समय के अनुसार दुकानें नहीं खुल रही हैं.
दुकानें खुलने का निर्धारित समय
- हरी सब्जियों की दुकानें सुबह 4:00 बजे से 9 बजे तक खुलेंगी. यही टाइमिंग आलू-प्याज के लिए भी है.
- फल मंडी सुबह 3:30 बजे से शुरू होकर 9:30 बजे तक खुलेंगी.
- वहीं गल्ला मंडी 11:00 बजे से शुरू होकर शाम 4:00 बजे तक चलनी हैं.
- मछली मंडी सुबह 5:00 बजे से शुरू होकर 9:00 बजे तक खुलने के आदेश हैं.
सभी मंडियों की टाइमिंग अलग-अलग है, लेकिन जिसको जब मौका मिल रहा है वह धड़ल्ले से दुकान खोल रहा है.
मंडी सचिव सेवाराम वर्मा ने बताया कि पहले ऑड-ईवन की व्यवस्था मंडी में की गई थी, जो अब खत्म हो चुकी है. रोस्टर प्रणाली समाप्त होने के बाद मंडियों में भीड़ बढ़ गई है. जिला प्रशासन और मंडी समिति ने मंडी खोलने के जो नियम निर्धारित किए हैं, उसके मुताबिक मंडी खोलने का प्रयास हो रहा है.