गोरखपुर: जिले में एक और कोरोना मरीज की पुष्टि हुई है. बांसगांव क्षेत्र के भैंसा रानी गांव की रहने वाली महिला मंगलवार को ही दिल्ली से गोरखपुर पहुंची थी, जिसके बाद महिला की जांच हुई. बुधवार को आई रिपोर्ट में उसमें कोरोना की पुष्टि हुई. सीएमओ डॉ. श्रीकांत तिवारी ने इसकी पुष्टि की है. जिला प्रशासन ने महिला के गांव को सैनिटाइज करने के बाद उसके साथ दिल्ली से आए महिला के बीमारी पिता और अन्य लोगों के भी नमूने लिए, जिसमें बाकी सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है.
दिल्ली से अपने गांव पहुंचा था परिवार
बता दें कि जिले में अब कोरोना मरीजों की संख्या दो हो गई है. CMO ने इस महिला में कोरोना की पुष्टि करते हुए बताया कि मंगलवार को महिला का पूरा परिवार दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल से अपने गांव पहुंच था. उन्होंने बताया कि परिवार के एक व्यक्ति के लीवर में संक्रमण है, जिसका दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज चल रहा था. बांसगांव के भैंसा रानी गांव का रहने वाला यह परिवार कई सालों से दिल्ली में रह रहा था.
दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में बीमार शख्स की हालत में सुधार होते न देखकर परिजन 23 हजार रुपये में एंबुलेंस बुक करके मंगलवार को अपने गांव आ गए. एंबुलेंस में मरीज के साथ उसकी पत्नी, दो बेटी और तीन साल का पोता भी था. ये लोग जब गांव पहुंचे तो वहां गांव वालों ने विरोध करते हुए इन्हें गांव में घुसने नहीं दिया और वहीं से इन्हें बांसगांव सीएचसी ले गए, जहां से उसी एंबुलेंस से पूरे परिवार को जिला अस्पताल भेज दिया गया.
अस्पताल के इमरजेंसी परिसर में लावारिस हालत में मिला था परिवार
जिला अस्पताल पहुंचने पर दिल्ली से आई एंबुलेंस पूरे परिवार को वहीं छोड़कर वापस चली गई. जिला अस्पताल के इमरजेंसी परिसर में लावारिस हालत में यह परिवार पड़ा रहा, जिसके बाद अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों ने पुलिस के साथ अपने वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी सूचना दी, जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया और पूरे परिवार को जिला अस्पताल में जांच के बाद नंदानगर स्थित 100 बेड के टीबी अस्पताल में क्वारंटाइन करवा दिया, जहां उनका सैंपल जांच के लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भेजा गया. बुधवार को आई रिपोर्ट में इनमें से एक महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है.