गोरखपुर: भटहट ब्लॉक अन्तर्गत ग्राम पंचायत परसौना में कोटेदार का चयन गहमागहमी के साथ सम्पन्न कराया गया. कोटेदार पद के लिए गांव के 6 प्रत्याशियों ने आवेदन दाखिल किया था, लेकिन बाद में दो ही प्रत्याशी बचे. चयनित प्रत्याशी सरिता यादव को 378 और प्रतिद्वंदी प्रत्याशी को 149 लोगों का समर्थन मिला. इस दौरान आरोप-प्रत्यारोप होता रहा.
करीब एक साल पहले अनियमितता मिलने पर जिम्मेदार द्वारा गांव का कोटा निरस्त कर पड़ोसी गांव तरकुलहां कोटे में अटैच कर दिया गया था. लाभार्थी वहीं से राशन लाते हैं.
जनपद के गुलरिहा थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत परसौना में गांव के पंचायत भवन पर कोटा चयन के लिए ग्रामवासियों की खुली बैठक बुलाई गई. चयन प्रक्रिया शान्तिपूर्ण सम्पन्न कराने के लिए पुलिस बल के जवान भी मौजूद रहे. चयन प्रक्रिया शुरू हुई. तभी एक पक्ष ने सरकार द्वारा जारी शासनादेश का अवहेलना करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जिस व्यक्ति के परिवार से कोटे की दुकान निरस्त कर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज हो, उसके परिवार का कोई भी सदस्य कोटा चयन के लिए आवेदन नहीं कर सकता है.
कोटा चयन के लिए नामित अधिकारी बीओपीआरडी तबारक अली ने कहा कि नए शासनादेश की जानकारी हमें नहीं हो पाई है. चयन प्रक्रिया के साथ ही प्रत्याशी के आपत्ति को उच्च अधिकारियों तक पहुंचा दिया जााएगा.
कोटा चयन प्रक्रिया के कोरम पूरा करने के लिए गांव की जनसंख्या के आधार पर 488 लोगों का उपस्थित होना अनिवार्य था. पहले वहां मौजूद सभी प्रत्याशियों के समर्थकों की गणना के उपरांत चयन प्रक्रिया शुरू होने पर गांव के कुल 6 प्रत्याशियों ने आवेदन दाखिल किया.
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प्रत्याशियों के जमा दस्तावेज हाईस्कूल के प्रमाण पत्र में एक प्रत्याशी के अंकपत्र को संदिग्ध बताकर चुनाव अधिकारी ने मूल प्रमाण पत्र लाने को कहा तो वह प्रत्याशी बैठक से गायब हो गया, जबकि तीन अन्य प्रत्याशी चयन प्रक्रिया मतदान द्वारा कराने की मांग को लेकर चयन प्रक्रिया का बहिष्कार कर दिया.
सरिता यादव एवं नाजिया खान के बीच चुनाव प्रक्रिया शुरू हुआ. इस दौरान 378 जनों का समर्थन सरिता यादव को, जबकि 149 जनों का समर्थन ताशिया खान को मिला. बहुमत के आधार पर सरिता यादव का कोटेदार के रूप चयन किया गया.