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गोरखपुर: निषाद पार्टी को किनारे कर सपा ने घोषित किया प्रत्याशी

गोरखपुर में समाजवादी पार्टी ने मौजूदा सांसद प्रवीण निषाद को टिकट न देकर पूर्व मंत्री राम भुआल निषाद को प्रत्याशी घोषित किया है. यह फैसला पार्टी ने निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद द्वारा सपा-बसपा गठबंधन से खुद को अलग करने के बाद लिया है.

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Published : Mar 30, 2019, 1:07 PM IST

Updated : Mar 30, 2019, 1:19 PM IST

ईटीवी भारत से बातचीत करते सपा जिलाध्यक्ष प्रहलाद यादव.

गोरखपुर: निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.संजय निषाद द्वारा सपा-बसपा गठबंधन से खुद को अलग करने और भाजपा के पाले में जाकर खड़ा होने के बाद समाजवादी पार्टी ने गोरखपुर की राजनीति में अपने नए चेहरे को उतार दिया है. मौजूदा सांसद इंजीनियर प्रवीण निषाद का टिकट काटते हुए पूर्व मंत्री राम भुआल निषाद को पार्टी ने प्रत्याशी घोषित कर दिया है.

ईटीवी भारत से बातचीत करते सपा जिलाध्यक्ष प्रहलाद यादव.

राम भुआल के प्रत्याशी घोषित होने के बाद सपाइयों में खुशी की लहर है. सपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि सपा-बसपा गठबंधन को ब्लैकमेल करने की कोशिश में लगे निषाद पार्टी के मुखिया को गठबंधन से बाहर कर पार्टी मुखिया अखिलेश यादव ने अच्छा फैसला लिया है. दरअसल राम भुआल प्रदेश कि सपा-बसपा सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं.


इस दौरान समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष प्रहलाद यादव ने कहा कि पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव का कहना है कि धोखा खा जाना पर किसी को धोखा मत देना. संजय निषाद ने सपा-बसपा गठबंधन को धोखा दिया है तो अब उन्हें राजनीतिक रूप से नुकसान पहुंचेगा. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी पूरी मजबूती के साथ राम भुआल को चुनाव लड़ाकर विजयी बनाएगी.

इस दौरान सपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि भाजपा के पास निषाद नेताओं की कमी होगी लेकिन सपा के पास तो भरमार है. इस चुनाव में सपा भाजपा को बुरी तरह पटखनी देगी.

गोरखपुर: निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.संजय निषाद द्वारा सपा-बसपा गठबंधन से खुद को अलग करने और भाजपा के पाले में जाकर खड़ा होने के बाद समाजवादी पार्टी ने गोरखपुर की राजनीति में अपने नए चेहरे को उतार दिया है. मौजूदा सांसद इंजीनियर प्रवीण निषाद का टिकट काटते हुए पूर्व मंत्री राम भुआल निषाद को पार्टी ने प्रत्याशी घोषित कर दिया है.

ईटीवी भारत से बातचीत करते सपा जिलाध्यक्ष प्रहलाद यादव.

राम भुआल के प्रत्याशी घोषित होने के बाद सपाइयों में खुशी की लहर है. सपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि सपा-बसपा गठबंधन को ब्लैकमेल करने की कोशिश में लगे निषाद पार्टी के मुखिया को गठबंधन से बाहर कर पार्टी मुखिया अखिलेश यादव ने अच्छा फैसला लिया है. दरअसल राम भुआल प्रदेश कि सपा-बसपा सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं.


इस दौरान समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष प्रहलाद यादव ने कहा कि पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव का कहना है कि धोखा खा जाना पर किसी को धोखा मत देना. संजय निषाद ने सपा-बसपा गठबंधन को धोखा दिया है तो अब उन्हें राजनीतिक रूप से नुकसान पहुंचेगा. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी पूरी मजबूती के साथ राम भुआल को चुनाव लड़ाकर विजयी बनाएगी.

इस दौरान सपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि भाजपा के पास निषाद नेताओं की कमी होगी लेकिन सपा के पास तो भरमार है. इस चुनाव में सपा भाजपा को बुरी तरह पटखनी देगी.

Intro:
ओपनिंग पीटीसी से खबर की शुरुवात...

गोरखपुर। निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर संजय निषाद द्वारा सपा-बसपा गठबंधन से खुद को अलग करने और भारतीय जनता पार्टी के पाले में जाकर खड़ा होने के बाद, समाजवादी पार्टी ने गोरखपुर की राजनीति में अपने नए चेहरे को उतार दिया है। मौजूदा सांसद इंजीनियर प्रवीण निषाद का टिकट काटते हुए पूर्व मंत्री राम भुवाल निषाद को पार्टी ने प्रत्याशी घोषित कर दिया है। राम भुआल के प्रत्याशी घोषित होने के बाद सपाइयों में हर्ष की लहर है। उन्होंने कहा कि सपा बसपा गठबंधन को ब्लैकमेल करने की कोशिश में लगे निषाद पार्टी के मुखिया को गठबंधन से बाहर कर पार्टी मुखिया अखिलेश यादव ने अच्छा फैसला लिया है। राम भुवाल निषाद सपा में पूरी तरह से सक्रिय थे प्रदेश कि सपा बसपा सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं।

नोट--डेस्क के ध्यानार्थ.. यह कम्प्लीट पैकेज है। वॉइस ओवर अटैच है।


Body:राम भुआल निषाद साल 2000 से सक्रिय राजनीति में उतरे थे। वह सबसे पहले जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित हुए। इसके बाद वर्ष 2002 के हुए विधानसभा चुनाव में बसपा के टिकट पर वह विधायक बने और मायावती सरकार में मत्स्य विकास राज्य मंत्री बनाए गए। लेकिन दल बदल के तहत उन्हें पुनः 2005 में इसी सीट से सपा के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ना पड़ा और वह फिर विजयी हुए और मुलायम सरकार में मंत्री बने। इसके साल बाद राम भुवाल फिर बसपा की ओर चले गए और 2009 में लोकसभा चुनाव में गोरखपुर से बसपा के सिंबल पर चुनाव लड़े। राम भुआल 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा के टिकट पर चिल्लूपार विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े थे, लेकिन वह हार गए। अब जबकि उन्हें समाजवादी पार्टी ने 2019 के चुनाव के लिए प्रत्याशी घोषित कर दिया है तो समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष प्रहलाद यादव ने कहा कि पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव का कहना है कि धोखा खा जाना पर किसी को धोखा मत देना। संजय निषाद ने सपा बसपा गठबंधन को धोखा दिया है तो अब उन्हें राजनीतिक रूप से नुकसान पहुंचेगा ही। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी पूरी मजबूती के साथ राम भुआल को चुनाव लड़ाकर विजयी बनाएगी।

बाइट--प्रह्लाद यादव, सपा जिलाध्यक्ष


Conclusion:संजय निषाद का राजनीतिक में ताबड़तोड़ पाला बदलने की घटना को स्वार्थ की राजनीति माना जा रहा है। कहां जा रहा है कि जो संजय निषाद कल तक भाजपा के खिलाफ आग उगलता था। योगी आदित्यनाथ पर अभद्र टिप्पणियां करने से भी नहीं डरता था वही संजय निषाद भाजपा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गोद में जा बैठा है। राजनीतिक महत्वाकांक्षा में संजय निषाद ब्लैक मीनिंग को उतारू था। यही वजह है कि जब उसकी डिमांड पूरी नहीं हुई तो उसने सपा बसपा गठबंधन से खुद को अलग करते हुए भाजपा के पाले में जाकर बैठ गया। सपा जिला अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा के पास निषाद नेताओं की कमी होगी लेकिन, सपा के पास तो भरमार है। डॉक्टर संजय निषाद का बेटा इंजीनियर प्रवीण सपा -बसपा के गठबंधन पर लोकसभा चुनाव जीता था। अब उसके घर में कोई राजनीतिक चिराग नहीं जलने वाला। निषाद समाज और गोरखपुर की जनता के बीच डॉक्टर संजय निषाद का चेहरा और चरित्र उजागर हो गया है। अगर वह चुनाव भी लड़ता है तो सपा उसे बुरी तरह पटकनी देगी।

क्लोजिंग पीटीसी....
मुकेश पाण्डेय
Etv भारत, गोरखपुर
9415875724
Last Updated : Mar 30, 2019, 1:19 PM IST
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