गोरखपुर: जिले में 3 फर्जी एसडीएम को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार किया है. तीनों फर्जी एसडीएम फर्नीचर विक्रेता को धौंस दिखाकर मुफ्त में ही फर्नीचर ले जाना चाह रहे थे. इस दौरान दुकानदार को तीनों पर शक हुआ. उसने इसकी सूचना राजघाट थाना के पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस अधीक्षक नगर कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि तिवारीपुर निवासी मो. अशफाक, मो. इकबाल और मो. आफताब राजघाट थाना क्षेत्र के एक लकड़ी की दुकान पर 6 हजार के फर्नीचर को एसडीएम होने का धौंस दिखाकर 3 हजार में तय किया. इसके बाद जब पैसे देने की बारी आई तो वो आनाकानी करते हुए रौब दिखाने लगे. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उन्होंने दुकानदार से कहा, 'तुम एसडीएम से फर्नीचर का पैसा लोगे. तुम्हारी जांच कराएंगे. टैक्स देते हो कि नहीं.' वो तमाम तरह की बातों के प्रभाव से फर्नीचर के दुकानदार को परेशान करने लगे.
इस दौरान जब दुकानदार को तीनों के ऊपर कुछ शक हुआ तो उसने राजघाट थाना क्षेत्र के पुलसिकर्मियों को फोन पर इसकी सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिसकर्मियों को भी इन्होंने उलझाने का प्रयास किया. फर्जी एसडीएम बनने वाले तीनों युवकों ने पुलिसकर्मियों से उनका पीएनओ नंबर पूछा. तभी सिपाहियों ने चौकी प्रभारी टीपी नगर गौरव सिंह को मौके पर बुलाया.
इन्होंने चौकी प्रभारी को भी अपने प्रभाव में लेना चाहा. लेकिन, चौकी प्रभारी ने नजाकत को समझते हुए तत्काल तीनों युवकों को अपने सिपाहियों से गिरफ्तार करने का निर्देश दिया. इतना सुनते ही फर्जी एसडीएम बनने वाले तीनों युवकों की आवाजाही होने लगी और इन्होंने सत्यता कबूल कर ली. तीनों युवकों को राजघाट पुलिस ने गिरफ्तार किया इसके बाद कानूनी प्रक्रिया पूरा करने के बाद जेल की हवा दिखा दी.
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