गोरखपुरः सरकार के स्कूल बंद करने के आदेश को तुगलकी फरामन बताने वाला शिक्षक गोरखपुर का निकला. इस बात की पुष्टि बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने की. 23 मार्च से सोशल मीडिया पर तेजी के साथ वायरल हो रहे वीडियो को देख शिक्षा विभाग के अधिकारियों के होश उड़ गए. आनन-फानन में अधिकारियों ने वायरल वीडियो की जांच शुरू की तो पता चला कि गोरखपुर के तहसील बांसगांव के एक प्राइवेट स्कूल में एक शिक्षक प्रदेश सरकार के निर्देशों को तुगलकी फरमान बता रहा है. इसके बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
बांसगांव के एक प्राइवेट स्कूल का है वीडियो
गोरखपुर के तहसील बांसगांव के एक प्राइवेट स्कूल का वीडियो तेजी के साथ वायरल हो रहा है. इस वीडियो में एक शिक्षक सैकड़ों की संख्या में मौजूद छात्र-छात्राओं को प्रदेश सरकार के निर्देशों को तुगलकी फरमान बताते हुए कह रहा है कि आप सभी बच्चों का विद्यालय एक बार फिर बंद किया जा रहा है. सरकार का कहना है कि तेजी के साथ कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. आपका विद्यालय आज से 31 मार्च तक बंद रहेगा. आप सभी लोगों को बताना चाहेंगे कि यही काम पिछले वर्ष भी हुआ था और एक हफ्ते का लॉकडाउन लगाया गया था, और वह भी जब आपका एनुअल एग्जाम चल रहा था और तब से पूरे साल के लिए विद्यालय बंद हो गया. जिससे आपकी पढ़ाई बहुत ज्यादा नुकसान हुआ. शिक्षक वीडियो में कहता हुआ नजर आ रहा है कि इस साल जब विद्यालय खुला तो आपने किताब-कापी खरीद लिया, तब सरकार ने तुगलकी फरमान जारी कर दिया कि विद्यालय बंद होगा.
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विरोध प्रदर्शन की चेतावनी
शिक्षक वीडियो में कहता हुआ नजर आ रहा है कि माननीय योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री जी से पूछना चाहता हूं कि प्राइवेट विद्यालयों में जो अध्यापक पढ़ा कर अपनी रोजी-रोटी चला रहे हैं, उनके पेट पर लात क्यों मार रहे हैं. इन बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ क्यों कर रहे हैं. जब आप गोरखपुर महोत्सव और अन्य कार्यक्रम करा रहे हैं. वहीं प्राइवेट अध्यापक को प्रदेश सरकार को चैलेंज देते हुए कहा है कि यदि आपने अपने तुगलकी फरमान को वापस नहीं लिया तो हम इन सारे बच्चों के साथ सड़कों पर उतरकर विरोध-प्रदर्शन करने का कार्य करेंगे. तानाशाह रवैया बिल्कुल अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
सख्त कार्रवाई की जाएगी
वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारी को पूरे मामले की जांच करने के आदेश दिए हैं. बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि स्कूल और शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इस तरह से सरकार के आदेश की अवहेलना करने वाले शिक्षक पर नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है.