गोरखपुर: जिले के चौरीचौरा तहसील क्षेत्र में स्थित बहरामपुर प्राथमिक विद्यालय में हरे पेड़ को लकड़ी तस्करों ने प्रधानाचार्य की सह पर काट दिया. विद्यालय के अन्य शिक्षक प्रधानाचार्य के इस कृत्य पर हतप्रभ हैं. वहीं, तिकोनिया रेंज के वन अधिकारी ने आरोपी शिक्षक पर कार्रवाई कराने की बात कही है.
चौरीचौरा तहसील के बहरामपुर में स्थित प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने लकड़ी माफियाओं से शुक्रवार को बिना वन विभाग के अनुमति के ही विद्यालय के प्रांगण में स्थित हरे-भरे आम के पेड़ को कटवा दिया. आम के पेड़ कट जाने के बारे में अन्य शिक्षकों ने प्रधानाचार्य के भय से न कोई आपत्ति की और न ही सम्बन्धित जिले के आला अधिकारी को बताया. रविवार को अवकाश होने के कारण सोमवार को प्रधानाचार्य विद्यालय नही पहुंचे.
सवाल यह है कि पर्यावरण की शिक्षा देने वाला समाज का बुद्धिजीवी ही यदि पर्यावरण के विरुद्ध यह काम कर रहा है तो समाज के आम आदमियों से पर्यावरण के रख-रखाव की कितनी अपेक्षा की जा सकती हैं. हालांकि, सोमवार को बहरामपुर प्राथमिक विद्यालय पर न होने के कारण प्रधानाचार्य से इस बात की जानकारी नहीं मिल पाई कि उसने क्यों विद्यालय परिसर से आम के वृक्ष को कटवा दिया.
जिले के आला अधिकारी ने जताई अनभिज्ञता
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से जब ईटीवी भारत ने इस मामले में टेलीफोन पर बात की तो उन्होंने इस पर अनभिज्ञता जताते हुए पता कराने की बात कहीं है.
विद्यालय परिसर में छिपाकर रखी गई थी लकड़ी
शुक्रवार को प्राथमिक विद्यालय बहरामपुर के जिस परिसर में आम के हरे पेड़ को काटा गया था. उसके कुछ टुकड़ों को विद्यालय के एक कमरे में छिपाया गया था. कई टुकड़े मौके पर हरे पत्तों के साथ मौजूद थे. वहां मौजूद अन्य शिक्षक इस बारे में कुछ कहने से बच रहे थे.
गोरखपुर वन विभाग के क्षेत्रीय वनाधिकारी तिकोनिया ने ईटीवी भारत से टेलीफोन पर कहा कि आरोपी शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई कराने की तैयारी की जा रही है.