गोरखपुर : जिले के भटहट ब्लॉक क्षेत्र के पिपरी और तरकुलही में बनने जा रहे प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय की स्थापना करने, 28 अगस्त को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद गोरखपुर पहुंच रहे हैं. इसी कार्यक्रम को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज यानि मंगलवार दोपहर बाद गोरखपुर के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे. वह कार्यक्रम स्थल और चल रही तैयारियों का स्थलीय निरीक्षण करने पहुंचे.
इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ जिला स्तरीय अधिकारियों की टीम जहां मौजूद रही, वहीं पीडब्ल्यूडी, ग्राम पंचायत और ग्राम विकास विभाग के अधिकारियों को विशेष रूप से मौजूद रहना पड़ा. क्योंकि इन्हीं के द्वारा राष्ट्रपति के दो कार्यक्रम स्थलों की पूरी व्यवस्था पूर्ण करनी है. इसमें मंच बनाने से लेकर हेलीकॉप्टर के उतरने, आने-जाने वाले लोगों के लिए पार्किंग और सड़क का निर्माण करने जैसे सभी कार्य शामिल हैं. मुख्यमंत्री ने समय और मौसम को देखते हुए शेष कार्यों को शीघ्रता के साथ पूर्ण करने का निर्देश अधिकारियों को दिया है.
राष्ट्रपति के कार्यक्रम को लेकर बढ़ी सीएम की सक्रियता
मुख्यमंत्री का हालांकि कोई आधिकारिक प्रोटोकॉल आने का जारी नहीं हुआ था, लेकिन वह गोरखपुर आज आने वाले थे इसको लेकर तैयारी जिला प्रशासन जोरदार ढंग से कर रहा था. योगी जिन स्थलों का निरीक्षण किए उसमें गुरु गोरक्षनाथ आयुष विश्वविद्यालय, जिसका राष्ट्रपति शिलान्यास करेंगे, वहीं निजी विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित हुए गुरु गोरखनाथ चिकित्सा विश्वविद्यालय का उनके हाथों लोकार्पण होगा. योगी गोरखपुर 3 दिन पूर्व आने वाले थे लेकिन शनिवार को ही पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन की वजह से उनका दौरा रद्द हो गया था.
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योगी करेंगे हवाई सर्वेक्षण, बाढ़ से घिरे गांवों का लेंगे जायजा, बाटेंगे राहत सामग्री
योगी के आज के दौरे में बाढ़ प्रभावित गांव का हवाई सर्वेक्षण भी शामिल है. इसमें गोरखपुर के सहजनवा, गोला और कैंपियरगंज क्षेत्र के करीब 150 गांव बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं. इन तहसील क्षेत्रों में योगी के द्वारा बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री भी वितरित की जाएगी. साथ ही कार्यक्रमों से लौटने के बाद राष्ट्रपति के दौरे की तैयारियों को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों के साथ वह बैठक भी करेंगे. हालांकि योगी का यह दौरा दो दिनों के लिए है, लेकिन सूत्र यह भी बता रहे हैं कि आज शाम को ही वह शायद लखनऊ लौट जाएं. राष्ट्रपति के कार्यक्रम को लेकर तैयारी बड़ी है. उनका कार्यक्रम भी दो जगहों पर है. ऐसे में सुरक्षा-व्यवस्था की बारीकी से तैयारी और परीक्षण भी जरूरी है.