गोरखपुरः कोरोना का कहर विश्व भर में मौत बनकर इन्सानों के सिर पर मडराने लगा है, जिसके खौफ से विश्व में हायतौबा मची है. बाजार में उपलब्ध सभी एन्टीबायोटिक दबाएं कोरोना वायरस के सामने बौना साबित हो रही हैं. कहते हैं कि जब दवा काम न आये तो दुआ का सहारा लेना चाहिए ऐसी मान्यता पर अधिकतर लोग विश्वास रखते हैं.
जनपद के ग्राम बैलों स्थित मदरसा मकतब में जनता कर्फ्यू के एक दिन पहले शनिवार की अलसुबह बादे नमाज ए फज्र स्थानीय लोगों के सहयोग से कुर्आनखानी और दुआख्वानी का प्रोग्राम रखा गया, जिसमें गांव के छह से ज्यादा बच्चों ने पाक ग्रंथ कुर्आन ए पाक का श्लोगन किया. बारगाहे रब्बी में दोनों हाथों को उठा कर रहमोकरम की फरियाद की गई.
अल्लाह के बारगाह में की दुआ
जनपद के ग्राम पंचायत बैलों स्थित मदरसा मकतब में कलाम ए पाक का श्लोगन करने वाले छात्रों ने बादे नमाज फज्र मकतब में पाक ग्रंथ कुर्आन के श्लोकों का श्लोगन किया. स्थानीय लोगों ने फातेहाख्वानी के लिए चन्दा इकट्ठा करके प्रसाद का बंदोबस्त किया था. मदरसा मकतब के उस्ताद ए हुफ्फाज कारी सादाबाद रजा और मौलाना आस मोहम्मद सहित बच्चों ने संयुक्त रूप से अल्लाह के बारगाह में हाथ उठा कर दुआ मांगी कि ए अल्लाह हमारे मुल्क से कोरोना का खात्मा करके देशवासियों को राहत का दें. जो संक्रमित हैं उनको जल्दी सिफा दें.
जब इन्सान दवाओं से हार जाता है, तब दुआ का सहारा लेता है, इसलिए कुछ नमाजियों के कहने पर फैसला लिया गया कि कुर्आनखानी का एहतमाम किया जाय. अल्लाह तबारक ताला से दुआ किया जाय कि तमाम लोग इससे महफूज रहें. खास कर मुल्क हिन्दुस्तान इससे महफूज रहे, जिसके मद्देनजर नजर शनिवार को कुर्आनखानी का फातेहाख्वानी का एहतमाम हुआ. अल्लाह के बारगाह में दुआ की जा रहा है कि अल्लाह सबको महफूज रखे.
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दर्स दीया की रविवार के दिन जनता कर्फ्यू का पालन करें. सुबह 7 बजे से लेकर रात के 9 बजे तक एक-दूसरे से दूरी बना कर रहें. बाजार से खुद को अलग रखें. अपने घरों में रहकर साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें, ताकि अल्लाह तबारक व ताला हम सबको इन बलों से महफूज रखें.
-आस मोहम्मद, मौलाना