गोरखपुर: जिले के बड़हलगंज कोतवाली में तैनात एक पुलिसकर्मी ने खून देकर दो मरीजों की जान बचाकर मानवता की मिसाल पेश की है. जिले के बड़हलगंज कस्बा स्थित जोहरा अस्पताल में कुशीनगर जनपद निवासी सफीउल्लाह के पित्त की थैली में पथरी की शिकायत थी. वहीं खलीलाबाद के धरमसिधवा थाना क्षेत्र निवासी तलीमुल निशा का हार्निया फट जाने से गंभीर हालत में रविवार को ऑपरेशन किया गया. मगर ब्लड उपलब्ध न होने के कराण दोनों मरीजों की हालत गंभीर हो गई.
परिजनों से जानकारी होने पर कोतवाली प्रभारी रामाज्ञा सिंह ने ब्लड के लिए कई स्थानों पर प्रयास किया. मगर लॉकडाउन होने की वजह से खून नहीं मिल सका. कोतवाली में तैनात गाजीपुर जनपद के सिपाही अनिल यादव को जब इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने अपने प्रभारी से बात कर दो बोतल खून फौरन अस्पताल जाकर दोनों मरीजों को दिया, जिससे दोनों की जान बचाई जा सकी.
गोरखपुर: पुलिसकर्मी ने पेश की मिसाल, रक्तदान कर बचाई दो की जान - gorakhpur latest news
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के बड़हलगंज कोतवाली में तैनात एक पुलिसकर्मी ने खून देकर दो मरीजों की जान बचाई और मानवता की मिसाल पेश की. लॉकडाउन के कारण बड़हलगंज कस्बा स्थित जोहरा अस्पताल में भर्ती मरीजों को ब्लड न मिलने के कारण हालत गंभीर थी. पुलिसकर्मी ने तत्परता दिखाते हुए रक्तदान कर दोनों की जान बचाई.
![गोरखपुर: पुलिसकर्मी ने पेश की मिसाल, रक्तदान कर बचाई दो की जान पुलिस के जवान ने रक्तदान कर बचाई दो की जान](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-6603791-799-6603791-1585626607025.jpg?imwidth=3840)
गोरखपुर: जिले के बड़हलगंज कोतवाली में तैनात एक पुलिसकर्मी ने खून देकर दो मरीजों की जान बचाकर मानवता की मिसाल पेश की है. जिले के बड़हलगंज कस्बा स्थित जोहरा अस्पताल में कुशीनगर जनपद निवासी सफीउल्लाह के पित्त की थैली में पथरी की शिकायत थी. वहीं खलीलाबाद के धरमसिधवा थाना क्षेत्र निवासी तलीमुल निशा का हार्निया फट जाने से गंभीर हालत में रविवार को ऑपरेशन किया गया. मगर ब्लड उपलब्ध न होने के कराण दोनों मरीजों की हालत गंभीर हो गई.
परिजनों से जानकारी होने पर कोतवाली प्रभारी रामाज्ञा सिंह ने ब्लड के लिए कई स्थानों पर प्रयास किया. मगर लॉकडाउन होने की वजह से खून नहीं मिल सका. कोतवाली में तैनात गाजीपुर जनपद के सिपाही अनिल यादव को जब इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने अपने प्रभारी से बात कर दो बोतल खून फौरन अस्पताल जाकर दोनों मरीजों को दिया, जिससे दोनों की जान बचाई जा सकी.