गोरखपुरः अयोध्या प्रकरण में शनिवार को आए फैसले के बाद गोरखपुर में पूरी तरह से शांति कायम रही. रोजमर्रा की तरह लोगों की जिंदगी पटरी पर दौड़ती रही. स्कूल-कॉलेज बंद रहे तो बाकी प्रतिष्ठान हर दिन की तरह खुले रहे. अयोध्या फैसले के बाद किसी भी तरह की कोई अप्रिय घटना ना हो, इसके लिए जिला और पुलिस प्रशासन अपनी तैयारियों के साथ संवेदनशील इलाकों में गस्त करता रहा.
जिलाधिकारी और एसएसपी के नेतृत्व में करीब डेढ़ लाख लोगों के सहयोग से गोरखपुर में देश के सबसे पुराने फैसले की घड़ी में सौहार्द और शांति कायम रही. सुप्रीम कोर्ट के फैसला सुनाने के बाद एसएसपी डॉ. सुनील कुमार गुप्ता ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि सभी लोग पूरी तरह से शांति कायम रखे. सौहार्द बिगाड़ने वालों की सूचना तत्काल पुलिस को दें और किसी भी तरह का कोई जुलूस न निकालें. अयोध्या प्रकरण में आने वाले फैसले के मद्देनजर 31 प्रमुख स्थानों पर एसएसपी ने पीए सिस्टम लगवाया था.
कुल 200 प्वाइंट संवेदनशील चिन्हित करते हुए वहां पर फोर्स मुस्तैद कर दी गई थी. किसी भी अप्रिया घटना से निपटने के लिए 28 ड्रोन कैमरे और 108 सेक्टर मजिस्ट्रेट पूरी व्यवस्था की निगरानी कर रहे थे. दरअसल, सुरक्षा व्यवस्था के लिए डीएम-एसएसपी खुद गस्त करते रहे. साथ ही सभी पुलिस चौकियों और चौराहों को पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम से जोड़ा गया था. इस दौरान एयरपोर्ट की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई थी.
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एयरपोर्ट परिसर में वाहनों के प्रवेश पर रोक भी लगाई गई थी. रेलवे बस स्टेशन और सभी जगह चौकसी के लिए गोरखपुर में अयोध्या मामले पर आए फैसले में सरकार की मंशा के अनुकूल अपना उदाहरण पेश किया. यहां के हिंदू-मुस्लिम समाज के लोगों ने भी आपसी सौहार्द बनाए रखने में पूरा योगदान दिया.