गोरखपुर : स्थानीय निकाय चुनाव काे लेकर पिछड़ा वर्ग आयोग की गोरखपुर मंडल की पहली बैठक आज मंडलायुक्त सभागार में होगी. सुबह 11 बजे से हाेने वाली इस बैठक में चुनाव में ओबीसी के प्रतिनिधित्व और प्रक्रिया पर चर्चा हाेगी. बैठक में मंडलायुक्त के अलावा जिलाधिकारी, नगर आयुक्त, एडीएम प्रशासन और ईओ उपस्थित रहेंगे. वे आयाेग के सदस्याें के साथ 4 घंटे तक मंथन करेंगे.
बैठक सही तरीके से संपन्न हाे सके इसके लिए एडीएम प्रशासन ने संबंधित अधिकारियों को जिम्मेदारियां पहले ही साैंप दी हैं. एडीएम प्रशासन एपी गुप्ता ने बताया कि राज्यपाल की अधिसूचना के बाद गठित पिछड़ा वर्ग आयोग गोरखपुर मंडल की पहली बैठक 23 जनवरी काे हाेगी. बैठक की अध्यक्षता पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष रिटायर जज राम अवतार सिंह करेंगे. आयोग के अन्य 4 सदस्य सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी चोब सिंह वर्मा, महेंद्र कुमार, पूर्व अपर विधि परामर्शी संतोष कुमार विश्वकर्मा और बृजेश कुमार सोनी भी माैजूद रहेंगे।
आयोग के सदस्यों की नियुक्ति राज्यपाल की मंजूरी से की गई है. आयोग का कार्यकाल छह महीने के लिए है। इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा ओबीसी को बगैर आरक्षण दिए स्थानीय निकाय चुनाव कराने के आदेश के बाद इस आयोग का गठन किया गया है. आयाेग का काम नगर निकाय चुनाव में अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण तय करना है. आयोग निवर्तमान महापौर, नगर पंचायतों के अध्यक्ष और पूर्व अध्यक्ष से भी इस पर राय लेगा. बैठक 4 घंटे तक चलेगी.
अन्य राजनीतिक लोग और संस्थाओं के प्रतिनिधि भी ओबीसी आरक्षण को लेकर अपना पक्ष रख सकते हैं। बैठक में उन्हें भी बुलाया गया है. इसके अलावा जिन्हें ओबीसी के निर्धारण से आपत्ति थी, वह भी आयोग के समक्ष अपनी बात रखेंगे. इसके बाद आयाेग की ओर से मीडिया काे बैठक में हुई चर्चाओं की जानकारी दी जाएगी. आयोग हर जिले में ऐसी बैठकें करके नगर निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण काे लेकर लोगों की राय जुटाने के बाद इसकी रिपाेर्ट शासन को सौंपेगा।
गोरखपुर में नगर निकाय के कुल 80 वार्ड हैं। यहां आरक्षण को लेकर कई तरह का पेंच फंसा हुआ था। बैठक के जरिए इनके समाधान निकलने की उम्मीद है.
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