गोरखपुर: कोरोना संकट और लॉकडाउन के दौरान तरह-तरह की समस्याओं से जूझ रहे लोगों को समाज के हर वर्ग से लोग आगे आकर मदद कर रहे हैं. ऐसे ही मददगारों में पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक कार्यालय में तैनात फिरोज उल हक नाम का एक कर्मचारी भी शामिल है. जो जी-जान लगा कर लोगों की मदद में जुटा हुआ है.
वह दिन- रात की परवाह किए बगैर अपने कुछ सहयोगियों के साथ घर पर भोजन बनवाने से लेकर जरूरत की अन्य सामग्री को ऑटो में लेकर सड़कों पर जरूरतमंदों की मदद कर रहा है. जो भूखे- प्यासे अपने घर के रास्ते पर पैदल जा रहे हैं या फिर रैन बसेरा और प्लेटफॉर्म पर अपना समय काट रहे हैं उनकी मदद कर रहे हैं.
टीम 'हम आपके साथ हैं' कर रही लोगों की मदद
फिरोज उल हक के साथ कुल 6 लोगों की टीम इस सेवा में जुटी हुई है. उन्होंने अपनी इस टीम का नाम 'हम आपके साथ हैं' दिया है. जो पूरे उत्साह के साथ पीड़ितों की मदद को तत्पर नजर आती है. कोई हाथ में खाने का पैकेट लेकर चलता है, तो कोई पानी पिलाने के लिए उत्सुक नजर आता है.
भूखों को भोजन कराकर और जरूरतमंद को मदद पहुंचाकर यह लोग इस अभियान से लगातार जुड़ते जा रहे हैं. इसके लिए उन्हें पैसे की भी कोई चिंता नहीं है. जेब में जो पैसा है वह तो खर्च हो ही रहा है. अपने रेलवे के साथियों से भी वह कुछ मदद लेकर इस संकट से लोगों को उबारने में जुटे हैं.
फिरोज उल हक कहते हैं कि जिला प्रशासन के निर्देशों के आगे हाथ बधें हैं नहीं तो पूरे शहर में घूम-घूम कर गांव-गिरांव तक जाकर लोगों को मदद पहुंचाता. फिर भी जो कर पा रहा हूं वह ईश्वर-अल्लाह की ताकत ही है. उन्होंने इस दौरान अपने कौम के लोगों से भी जनसेवा में बढ़-चढ़कर भाग लेने की अपील किया है. उन्होंने कहा है कि उनके समाज के कुछ लोगों के द्वारा समाज के पहचान पर बड़ा संकट पैदा हो गया है. यही समय है कि मानवता की सेवा कीजिए और धर्म -जाति कुछ मत देखिए.