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गोरखनाथ मंदिर घेरने जा रहे सांसद पर पुलिस ने बरसाईं लाठियां, देखें वीडियो - गोरखनाथ मंदिर का घेराव

संजय निषाद की अगुवाई में आज दिन में एक विशाल जनसभा होने के बाद यह लोग मुख्यमंत्री के गोरखनाथ मंदिर में बने कैंप कार्यालय को घेरने जा रहे थे. पुलिस ने इन्हें बीच में रोकने का प्रयास किया और जब यह नहीं माने तो जमकर लाठियां बरसा दीं. यहां तक की पुलिस ने गोरखपुर के मौजूदा सांसद इंजीनियर प्रवीण निषाद को भी नहीं बख्शा और उन पर भी कई लाठियां बरसाईं.

गोरखनाथ मंदिर का घेराव करने जा रहे सांसद को पुलिस ने पीटा.
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Published : Mar 7, 2019, 8:41 PM IST

गोरखपुर: निषाद बिरादरी को एससी कैटेगरी का आरक्षण दिलाने की मांग को लेकर सड़क पर उतरी निषाद राज पार्टी के कार्यकर्ताओं पर गोरखपुर पुलिस ने आज जमकर लाठियां बरसाई हैं. उन्हें रोकने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े तो पानी की बौछार का भी प्रयोग किया. यहां तक की पुलिस ने गोरखपुर के मौजूदा सांसद इंजीनियर प्रवीण निषाद को भी नहीं बख्शा और उन पर भी कई लाठियां बरसा दीं.

'निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल' के नाम से राजनीतिक पार्टी के रूप में काम कर रही 'निषाद पार्टी' यूपी सरकार के द्वारा निषादों को एससी कैटेगरी का आरक्षण न देने से नाराज चल रही थी. इसलिए उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर संजय निषाद की अगुआई में आज दिन में एक विशाल जनसभा होने के बाद यह लोग मुख्यमंत्री के गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में बने कैंप कार्यालय को घेरने जा रहे थे. पुलिस ने इन्हें बीच में रोकने का प्रयास किया और जब यह नहीं माने तो जमकर लाठियां बरसा दीं. यहां तक की पुलिस ने गोरखपुर के मौजूदा सांसद इंजीनियर प्रवीण निषाद को भी नहीं बख्शा और उन पर भी कई लाठियां बरसाईं.

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गोरखनाथ मंदिर का घेराव करने जा रहे सांसद को पुलिस ने पीटा.
निषाद पार्टी के इस अभियान पर पुलिस की पैनी नजर थी. क्योंकि शहर के भगवानपुर क्षेत्र में मंदिर घेरने से पहले पार्टी का विशाल कार्यक्रम चल रहा था, जिसमें कार्यकर्ताओं के अंदर आरक्षण की मांग को लेकर पार्टी के नेता उत्साह भरने का कार्य कर रहे थे. उनका कहना था कि निषाद बिरादरी को दलित समुदाय का आरक्षण मिले इसका आदेश हाईकोर्ट ने भी दे रखा है, लेकिन प्रदेश की योगी सरकार इसे लागू नहीं कर रही है.

शाम 4:00 बजे के करीब निषाद पार्टी के लोग सड़क पर उतरकर मंदिर की ओर चल दिए. पुलिस प्रशासन सतर्क था लिहाजा रोकने की पूरी कोशिश हुई, लेकिन जब यह लोग नहीं माने तो फिर वही हुआ जो पुलिस करती है. उसने इन लोगों पर अपनी जमकर लाठियां बरसाईं, जिसके शिकार महिला और पुरुष सभी हुए. यहां तक की पुलिस की लाठी ने मौजूदा सांसद इंजीनियर प्रवीण निषाद को भी नहीं बख्शा और उन पर भी लाठियां तोड़ दीं.

घटना के दौरान मौजूद जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर सुनील कुमार गुप्ता ने कहा कि निषेधाज्ञा लागू थी फिर भी, यह लोग जोर जबरदस्ती को उतारू थे. पहले इन्हें पानी की बौछार से रोकने की कोशिश की गई लेकिन जब यह नहीं माने तो हल्का बल प्रयोग करना ही पड़ा.

गोरखपुर: निषाद बिरादरी को एससी कैटेगरी का आरक्षण दिलाने की मांग को लेकर सड़क पर उतरी निषाद राज पार्टी के कार्यकर्ताओं पर गोरखपुर पुलिस ने आज जमकर लाठियां बरसाई हैं. उन्हें रोकने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े तो पानी की बौछार का भी प्रयोग किया. यहां तक की पुलिस ने गोरखपुर के मौजूदा सांसद इंजीनियर प्रवीण निषाद को भी नहीं बख्शा और उन पर भी कई लाठियां बरसा दीं.

'निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल' के नाम से राजनीतिक पार्टी के रूप में काम कर रही 'निषाद पार्टी' यूपी सरकार के द्वारा निषादों को एससी कैटेगरी का आरक्षण न देने से नाराज चल रही थी. इसलिए उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर संजय निषाद की अगुआई में आज दिन में एक विशाल जनसभा होने के बाद यह लोग मुख्यमंत्री के गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में बने कैंप कार्यालय को घेरने जा रहे थे. पुलिस ने इन्हें बीच में रोकने का प्रयास किया और जब यह नहीं माने तो जमकर लाठियां बरसा दीं. यहां तक की पुलिस ने गोरखपुर के मौजूदा सांसद इंजीनियर प्रवीण निषाद को भी नहीं बख्शा और उन पर भी कई लाठियां बरसाईं.

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गोरखनाथ मंदिर का घेराव करने जा रहे सांसद को पुलिस ने पीटा.
निषाद पार्टी के इस अभियान पर पुलिस की पैनी नजर थी. क्योंकि शहर के भगवानपुर क्षेत्र में मंदिर घेरने से पहले पार्टी का विशाल कार्यक्रम चल रहा था, जिसमें कार्यकर्ताओं के अंदर आरक्षण की मांग को लेकर पार्टी के नेता उत्साह भरने का कार्य कर रहे थे. उनका कहना था कि निषाद बिरादरी को दलित समुदाय का आरक्षण मिले इसका आदेश हाईकोर्ट ने भी दे रखा है, लेकिन प्रदेश की योगी सरकार इसे लागू नहीं कर रही है.

शाम 4:00 बजे के करीब निषाद पार्टी के लोग सड़क पर उतरकर मंदिर की ओर चल दिए. पुलिस प्रशासन सतर्क था लिहाजा रोकने की पूरी कोशिश हुई, लेकिन जब यह लोग नहीं माने तो फिर वही हुआ जो पुलिस करती है. उसने इन लोगों पर अपनी जमकर लाठियां बरसाईं, जिसके शिकार महिला और पुरुष सभी हुए. यहां तक की पुलिस की लाठी ने मौजूदा सांसद इंजीनियर प्रवीण निषाद को भी नहीं बख्शा और उन पर भी लाठियां तोड़ दीं.

घटना के दौरान मौजूद जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर सुनील कुमार गुप्ता ने कहा कि निषेधाज्ञा लागू थी फिर भी, यह लोग जोर जबरदस्ती को उतारू थे. पहले इन्हें पानी की बौछार से रोकने की कोशिश की गई लेकिन जब यह नहीं माने तो हल्का बल प्रयोग करना ही पड़ा.

Intro:गोरखपुर। निषाद बिरादरी को एससी कैटेगरी का आरक्षण दिलाने की मांग को लेकर सड़क पर उतरी निषाद राज पार्टी के कार्यकर्ताओं पर गोरखपुर पुलिस ने आज जमकर लाठियां बरसाई है। उन्हें रोकने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े तो पानी की बौछार का भी प्रयोग किया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 'निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल' के नाम से राजनीतिक पार्टी के रूप में काम कर रही 'निषाद पार्टी' यूपी सरकार के द्वारा निषादों को एससी कैटेगरी का आरक्षण ना देने से नाराज चल रही थी। इसलिए उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर संजय निषाद की अगुआई में आज दिन में एक विशाल जनसभा होने के बाद यह लोग मुख्यमंत्री के गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में बने कैंप कार्यालय को घेरने जा रहे थे। पुलिस ने इन्हें बीच में रोकने का प्रयास किया और जब यह नहीं माने तो उन्हें जमकर लाठियों की सौगात दे दी। जिसके बाद कोहराम मच गया। यहां तक की पुलिस ने गोरखपुर के मौजूदा सांसद इंजीनियर प्रवीण निषाद को भी नहीं बख्शा और उन पर भी कई लाठियां बरसा दीं।


Body:निषाद पार्टी के इस अभियान पर पुलिस की पैनी नजर थी क्योंकि शहर के भगवानपुर क्षेत्र में मंदिर घेरने से पहले पार्टी का विशाल कार्यक्रम चल रहा था। जिसमें कार्यकर्ताओं के अंदर आरक्षण की मांग को लेकर पार्टी के नेता उत्साह भरने का कार्य कर रहे थे। उनका कहना था कि निषाद बिरादरी को दलित समुदाय का आरक्षण मिले इसका आदेश हाई कोर्ट ने भी दे रखा है लेकिन, प्रदेश की योगी सरकार इसे लागू नहीं कर रही है। कार्यक्रम की अगुवाई दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद कर रहे थे। वह लोगों को अपने हक के लिए पूरी तरह से उत्साहित करने के साथ गोरखनाथ मंदिर को घेरने के लिए हामी भी भरवा रहे थे। इसके बाद शाम 4:00 बजे के करीब निषाद पार्टी के लोग सड़क पर उतरकर मंदिर की ओर चल दिए। पुलिस प्रशासन सतर्क था लिहाजा रोकने की पूरी कोशिश हुई। लेकिन जब यह लोग नहीं माने तो फिर वही हुआ जो पुलिस करती है। उसने इन लोगों पर अपनी जमकर लाठियां बरसाईं। जिसके शिकार महिला और पुरुष सभी हुए। यहां तक की पुलिस की लाठी ने मौजूदा सांसद इंजीनियर प्रवीण निषाद को भी नहीं बख्शा और उन पर भी लाठियां तोड़ दी। घटना के दौरान मौजूद जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर सुनील कुमार गुप्ता ने कहा कि निषेधाज्ञा लागू थी फिर भी, यह लोग जोर जबरदस्ती को उतारू थे। पहले इन्हें पानी की बौछार से रोकने की कोशिश की गई लेकिन जब यह नहीं माने तो हल्का बल प्रयोग करना ही पड़ा।

बाइट-डॉ संजय निषाद, राष्ट्रीय अध्यक्ष, निषाद पार्ट
बाइट-डॉ सुनील गुप्ता, एसएसपी


Conclusion:गोरखपुर लोकसभा के उपचुनाव से निषाद पार्टी पूरी तरह से आक्रामक रुख अख्तियार कर रखी है। वह लगातार योगी आदित्यनाथ और भारतीय जनता पार्टी पर हमला करने से नहीं चूक रही। यही वजह है इस दल ने आरक्षण जैसे मुद्दे को तूल देकर अपने बिरादरी के लोगों को अपने से जोड़ते हुए बड़े आंदोलन की राह तैयार कर ली। जिसका परिणाम यह था कि आज जब यह अपने हक की मांग के लिए सड़क पर निकले और प्रदेश के मुख्यमंत्री का निजी निवास गोरखनाथ मंदिर घेरने चल पड़े तो, सुरक्षा व्यवस्था ना भंग हो इसका हवाला देने वाली पुलिस ने अपने कार्रवाई को इस तरह अंजाम दिया कि, महिलाओं पर लाठियां तोड़ दी, सांसद भी नहीं बच सके। जो लोग झुंड में थे वह भागने लगे। इस पूरे घटनाक्रम का अगर कोई गवाह बना तो वह सड़क थी। जहां पर यह तांडव मचा। प्रदर्शनकारियों के ऐसे कई निशान थे जिसकी गवाह सड़क बनी हुई थी। किसी का झंडा हाथ से छूटकर जमीन पर था तो किसी के पैरों की चप्पल यहां पड़ी हुई थी। और तो और हक की लड़ाई में जान तक दे देने के पोस्टर भी सड़कों पर बिखरे मिले।

पीटीसी--मुकेश पाण्डेय
Etv भारत, गोरखपुर
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