गोरखपुर: मार्शल आर्ट में ब्लैक बेल्ट धारी अनुप्रिया आनंद आजकल गोरखपुर की बेटियों और महिलाओं को भी सक्षम और सफल बनाने के लिए के मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण दे रही हैं. अपने इस अभियान को उन्होंने 'नारी शौर्य प्रदर्शन' नाम दिया है. उनके प्रशिक्षण से शिवांगी यादव, कनक लता मिश्रा, आकृति यादव, अनामिका आनंद, शांति, शिखा यादव, एंजलीना जॉन और ऐश्वर्या पांडेय मार्शल आर्ट में माहिर हो गई हैं. ब्लैक बेल्ट विशाल सिंह, अनुराग गौड़ और अरुण साहनी के फाइट और सेल्फ डिफेंस का प्रदर्शन अद्भुत लगता है.
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अनुप्रिया बेटियों-महिलाओं को बना रहीं सक्षम और सशक्त
महिलाओं को प्रदर्शन के माध्यम से यह भी बताया गया कि कैसे वह छेड़छाड़ और हिंसा की स्थिति में अपनी सुरक्षा करें. इसके लिए उन्हें हेयर पिन, कलम, बैग और अंगुलियों के साथ हाथ-पैर को हथियार और ढाल के रूप में प्रयोग करने का गुण सिखाया जाता है. इससे वह अपनी सुरक्षा करते हुए दुश्मन को परास्त कर सकती हैं. नारी शौर्य प्रदर्शन के लिए महिला मार्शल आर्ट योद्धाओं को 'मिशन लक्ष्मीबाई' के तहत और भी मजबूत बनाने का अभियान चल रहा है.
इस अभियान में मार्शल आर्ट सीख रही 66 वर्षीया जागृति वर्मा का प्रदर्शन देखकर लोग चकित हो गए. इसके लिए उन्हें सम्मानित भी किया गया. इस उम्र में वह ब्राउन बेल्ट हासिल करने के साथ ही ब्लैक बेल्ट हासिल करने में जुटी हैं. उनका कहना है कि महिलाओं-बेटियों को आर्थिक रूप से समृद्ध और शारिरिक-मानसिक रूप से स्वस्थ होना बेहद जरूरी है.
महिलाओं-बेटियों के हौसले को बढ़ाने के लिए कार्यक्रम आयोजित
महिलाओं को मार्शल आर्ट में योद्धा बनाने की प्राथमिकता है. साथ ही बच्चों को भी सिखाने के लिए पुरुष ट्रेनर हैं, जो ब्लैक बेल्ट धारी हैं. मिशन लक्ष्मीबाई कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सूर्यकुंड धाम विकास समिति के संरक्षक, पूर्व जिला जज आरके त्रिपाठी और विशिष्ट अतिथि सामाजिक कार्यकर्ता रीना जयसवाल के साथ सूर्यकुंड धाम आंदोलन के संस्थापक संतोष मणि त्रिपाठी भी शामिल हुए.