गोरखपुरः जिले की चौरी चौरा तहसील क्षेत्र के ब्रह्मपुर ब्लॉक के कई गांव जलमग्न हैं. गांवों के अधिकांश लोग यहां से सुरक्षित ठिकानों पर जा रहे हैं. इसके अलावा करीब दो हजार से अधिक आबादी के बीच अपने घरों और तटबंधों पर मौजूद हैं. उनकी मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. अपनी पीड़ा को जिम्मेदार अधिकारियों तक पहुंचाने के लिए लोगों ने ईटीवी भारत से माध्यम बनाया है.
चौरी चौरा तहसील क्षेत्र में स्थित गांव जोगिया और राजधानी क्षेत्र में गोर्रा और फारेन लाने का तटबंध टूटने से राजधानी, सिलहटा, मुंडेरा, बसूहि, गोरसैरा, उपधौली, जोगिया, जयरामकोल, बड़हरा सहित कई जगहों पर बाढ़ का पानी भीषण तबाही मचा रहा है. नाव की पर्याप्त संख्या न होने के कारण लोगों को समय से नाव नहीं मिल पा रही है. लोग बिना नाव के समय से शौच नहीं जा पा रहे है. लोगों को सरकार के तरफ से राहत सामग्री नहीं मिल पाई है. बरसात आने पर भीगने को मजबूर हैं. पीने का पानी भी नहीं मिल पा रहा है. लोग करीब 10 किमी दूरी की यात्रा करके शुद्ध जल झंगहा बाजार से जा रहे हैं. वहीं कुछ लोग बाढ़ का पानी पीने को मजबूर हैं.
जयरामकोल गांव की रहने वाली मीना देवी कैमरा देख रोने लगीं. उन्होंने बताया कि उनके घर में बाढ़ का पानी आ गया है. घर में कुल 6 सदस्य हैं. इसके अलावा उनके पास चार पशु भी हैं. बाढ़ आने के बाद से उनको कोई मदद नहीं मिली है. ऐसे में वे लाचार हैं. उन्होंने जिम्मेदार लोगों से मदद की गुहार लगाई हैं.
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ईटीवी भारत की टीम से एसडीएम चौरी चौरा अनुपम मिश्रा ने बताया है कि जिलाधिकारी महोदय विजय किरण आनन्द ने सभी गांवों का मौके पर जाकर निरीक्षण किया है. गांवो में नावों की संख्या बढ़ाने और लोगों को राहत सामग्री वितरित करने, सफाई कर्मचारियों की टीम के आलवा स्वास्थ्य विभाग की टीम को क्षेत्र में दौरा कर क्लोरीन की गोली देने के साथ-साथ क्षेत्र में नजर बनाए रखने का आदेश दिया गया है.