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सीएम योगी ने आयुष विश्वविद्यालय में ओपीडी सेवा का किया शुभारंभ, बोले- उत्तर प्रदेश आयुर्वेद और आयुष की धरती - Global Investors Summit

सीएम योगी ने बटन दबाकर आयुष विश्वविद्यालय (Gorakhnath Ayush University) में ओपीडी सेवा का शुभारंभ किया. साथ उन्होंने कहा कि यहां के आयुष हेल्थ टूरिज्म (Ayush Health Tourism) से जुड़ने के लिए पूरी दुनिया से लोग आएंगे.

महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय
महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय
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Published : Feb 15, 2023, 7:42 PM IST

महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय का सीएम ने किया शुभारंभ.

गोरखपुर: आयुष चिकित्सा पद्धति सिर्फ सम्पूर्ण आरोग्यता के लिए ही महत्वपूर्ण नहीं है. बल्कि आयुष हेल्थ टूरिज्म में रोजगार की असीम संभावनाएं भी हैं. आयुष हेल्थ टूरिज्म पर गंभीरता से ध्यान दिया जाए तो प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय के आसपास हर गांव और घरों को रोजगार के किसी न किसी स्वरूप से जोड़ा जा सकता है. यह बातें सीएम योगी ने बुधवार को पिपरी भटहट स्थित प्रदेश के पहले महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय में ओपीडी सेवा का शुभारंभ करने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कही.

मंच पर उपस्थित सीएम योगी, सांसद रवि किशन समेत अन्य.
मंच पर उपस्थित सीएम योगी, सांसद रवि किशन समेत अन्य.

सीएम योगी ने बटन दबाकर ओपीडी की शुरुआत करने के बाद कहा कि टूरिज्म के अनेक अवसरों में महत्वपूर्ण अवसर हेल्थ टूरिज्म में भी है. आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा के क्षेत्र में अत्यधिक संभावनाएं हैं. आयुष विश्वविद्यालय हेल्थ टूरिज्म में नए अवसर देगा. यहां सर्टिफिकेट, डिप्लोमा व डिग्री के कोर्स चलेंगे. साथ ही युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा. साथ ही घर-घर आयुष के नए-नए कार्य मिल सकेंगे. उन्होंने कहा कि यहां अच्छी मिट्टी और पानी के साथ ही बड़ा जंगल भी है. उन्होंने कहा कि यहां के आयुष हेल्थ टूरिज्म से जुड़ने के लिए पूरी दुनिया से लोग आएंगे.

सीएम ने महिला को सौंपी आवास की चाभी.
सीएम ने महिला को सौंपी आवास की चाभी.



किसानों की खुशहाली और नौजवानों के लिए रोजगार के खुलेंगे द्वारः मुख्यमंत्री ने कहा कि आयुष विश्वविद्यालय से किसानों की खुशहाली और नौजवानों के लिए नौकरी-रोजगार का मार्ग भी प्रशस्त होगा. लोग आसपास उगने वाली जड़ी बूटियों का संग्रह कर अतिरिक्त आय अर्जित कर सकेंगे. किसानों को औषधीय खेती से ज्यादा फायदा मिलेगा. उन्होंने कहा कि आयुष विश्वविद्यालय व्यापक पैमाने पर रोजगार और सकारात्मक परिवर्तन का कारक बनेगा. कोई जड़ी बूटियों के संग्रह तो कोई औषधीय पौधों की खेती तो कोई नौकरी व दुकानदारी से जुड़कर आगे बढ़ेगा. सबको नए नए अवसर मिलेंगे. मुख्यमंत्री ने आह्वान किया कि विकास प्रक्रिया से जुड़कर प्रदेश और देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने में अपना योगदान दें.

महादेव शिव व गोरक्षनाथ के प्रति सच्ची श्रद्धा का भाव है आयुष विश्वविद्यालय- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कुछ दिन में महाशिवरात्रि का पर्व आ रहा है. यह पर्व देवाधिदेव महादेव भगवान शिव को समर्पित है. शिव की ताकत का एहसास अनिर्वचनीय है. उन्होंने जहर को भी समभाव से आत्मसात कर लिया. वह सिर्फ कल्याण ही कल्याण करते हैं. हानिरहित चिकित्सा पद्धतियों आयुर्वेद, योग, होम्योपैथी, प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी आदि को समाहित करने वाला विश्वविद्यालय खुलना भगवान शिव और शिवावतार गुरु गोरक्षनाथ के प्रति सच्ची श्रद्धा का भाव है.



एक जिला, एक मेडिकल कॉलेजः सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन व प्रेरणा से उत्तर प्रदेश एक जिला एक मेडिकल कॉलेज का लक्ष्य हासिल करने की दिशा में बढ़ रहा है. पहले पूर्वी उत्तर प्रदेश में सिर्फ गोरखपुर का बीआरडी मेडिकल कॉलेज ही था. इसके बाद कुशीनगर, महाराजगंज, देवरिया, बस्ती, सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, गोंडा, आजमगढ़, मऊ, बलिया, बिहार और नेपाल तक के लोग बीआरडी मेडिकल कॉलेज ही आते थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता ने अच्छी सरकार चुनी तो परिणाम सबके सामने है. उन्होंने कहा कि बीआरडी मेडिकल कॉलेज बंदी के कगार पर था. आज वहां सुपर स्पेशियलिटी सेवा उपलब्ध है. उन्होंने कहा कि गोरखपुर में एम्स भी स्थापित हो गया है. इसके अलावा देवरिया, बस्ती, सिद्धार्थनगर, में मेडिकल कॉलेज शुरू हो चुके हैं. वहीं, महराजगंज और संतकबीरनगर में मेडिकल कॉलेज बनने की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है. आने वाले समय में प्रदेश के हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज होगा.



पूर्व राष्ट्रपति ने रखी थी आधारशिलाः सीएम योगी ने कहा कि मॉडर्न मेडिसिन के साथ परंपरागत आयुष पद्धतियों से सम्पूर्ण आरोग्यता प्रदान कराने की दिशा में भी तेजी से कदम बढ़ा दिया गया है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश आयुर्वेद और आयुष की धरती है. इसीलिए भगवान को भी बार बार उत्तर प्रदेश की धरती पर अवतरित होना पड़ा. उत्तर प्रदेश की परंपरागत आयुष पद्धति को आगे बढ़ाने के लिए ही सरकार गोरखपुर में आयुष विश्वविद्यालय बना रही है. सीएम योगी ने कहा कि 28 अगस्त 2021 को तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी थी. आज वहां ओपीडी शुरू हो रही है. 6 से 8 माह में यहां आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी योग, प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति आदि से उपचार की बेहतरीन सुविधा भी उपलब्ध होने लगेग. उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि भगवान धन्वंतरि की जन्मस्थली उत्तर प्रदेश को उनकी जयंती तक आयुष विश्वविद्यालय का मुख्य भवन को भव्य रूप से देख सके. साथ ही नए सत्र में विश्वविद्यालय में भी प्रवेश प्रारंभ हो सके.



यूपी में ही मिलेगा रोजगार- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि आज पूरी दुनिया उत्तर प्रदेश में निवेश करने को इच्छुक है. ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 33.50 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं. इनसे करीब 95 लाख लोगों को नौकरी व रोजगार मिलेगा. पहले यूपी के नौजवानों को दूसरे राज्यों, देशों में रोजगार के लिए जाना पड़ता था. अब उन्हें यूपी में ही रोजगार मिलेगा. अब प्रदेश के युवाओं को बाहर जाने की आवश्यकता नहीं होगी. सीएम ने कहा कि अब दूसरे राज्यों के लोग यहां रोजगार की तलाश में आएंगे. ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में प्रदेश के सभी 75 जिलों के लिए निवेश प्रस्ताव मिले हैं. अब सभी जनपदों का समान रूप से विकास होगा.



आने वाला युग होगा आयुर्वेद व आयुष काः इस अवसर पर प्रदेश सरकार के खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र दयालु ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से आने वाला युग आयुर्वेद और आयुष का होगा. आज पूरी दुनिया प्राचीनतम और 6 हजार वर्ष पुरानी आयुर्वेद, योग, सोवा रिग्पा और सिद्धा जैसी चिकित्सा पद्धतियों को स्वीकार कर रही है. 21 जून को विश्व योग दिवस मनाया जाना, इसी की एक बानगी है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में 19 राजकीय समेत आयुष के 105 कॉलेज हैं. जहां छोटे-बड़े 4000 अस्पताल हैं. 13 नए अस्पताल बनकर उद्घाटन के लिए तैयार हैं. 555 आयुष वेलनेस सेंटर लोगों की सेवा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आयुर्वेद हमारी सनातन संस्कृति से जुड़ी विधा है. कोरोना काल में दुनिया को एक बार इसका लोहा मानना पड़ा. वहीं, सांसद रविकिशन शुक्ल ने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री सच्चे योगी व संत हैं. सूक्ष्म दृष्टि से वह हर बिंदु पर नजर रखते हैं. इस आयुष विश्वविद्यालय से वह आयुर्वेद, योग, युनानी, होम्योपैथी जैसी चिकित्सा पद्धतियों को जनहित में आगे बढ़ा रहे हैं. इस विश्वविद्यालय से पढ़कर हमारे युवा पूरी दुनिया में क्षेत्र का नाम रोशन करेंगे.

यह भी पढ़ें-Abdullah Azam : सपा विधायक अब्दुल्ला आजम की सदस्यता समाप्त, जानिए क्यों हुई कार्रवाई

महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय का सीएम ने किया शुभारंभ.

गोरखपुर: आयुष चिकित्सा पद्धति सिर्फ सम्पूर्ण आरोग्यता के लिए ही महत्वपूर्ण नहीं है. बल्कि आयुष हेल्थ टूरिज्म में रोजगार की असीम संभावनाएं भी हैं. आयुष हेल्थ टूरिज्म पर गंभीरता से ध्यान दिया जाए तो प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय के आसपास हर गांव और घरों को रोजगार के किसी न किसी स्वरूप से जोड़ा जा सकता है. यह बातें सीएम योगी ने बुधवार को पिपरी भटहट स्थित प्रदेश के पहले महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय में ओपीडी सेवा का शुभारंभ करने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कही.

मंच पर उपस्थित सीएम योगी, सांसद रवि किशन समेत अन्य.
मंच पर उपस्थित सीएम योगी, सांसद रवि किशन समेत अन्य.

सीएम योगी ने बटन दबाकर ओपीडी की शुरुआत करने के बाद कहा कि टूरिज्म के अनेक अवसरों में महत्वपूर्ण अवसर हेल्थ टूरिज्म में भी है. आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा के क्षेत्र में अत्यधिक संभावनाएं हैं. आयुष विश्वविद्यालय हेल्थ टूरिज्म में नए अवसर देगा. यहां सर्टिफिकेट, डिप्लोमा व डिग्री के कोर्स चलेंगे. साथ ही युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा. साथ ही घर-घर आयुष के नए-नए कार्य मिल सकेंगे. उन्होंने कहा कि यहां अच्छी मिट्टी और पानी के साथ ही बड़ा जंगल भी है. उन्होंने कहा कि यहां के आयुष हेल्थ टूरिज्म से जुड़ने के लिए पूरी दुनिया से लोग आएंगे.

सीएम ने महिला को सौंपी आवास की चाभी.
सीएम ने महिला को सौंपी आवास की चाभी.



किसानों की खुशहाली और नौजवानों के लिए रोजगार के खुलेंगे द्वारः मुख्यमंत्री ने कहा कि आयुष विश्वविद्यालय से किसानों की खुशहाली और नौजवानों के लिए नौकरी-रोजगार का मार्ग भी प्रशस्त होगा. लोग आसपास उगने वाली जड़ी बूटियों का संग्रह कर अतिरिक्त आय अर्जित कर सकेंगे. किसानों को औषधीय खेती से ज्यादा फायदा मिलेगा. उन्होंने कहा कि आयुष विश्वविद्यालय व्यापक पैमाने पर रोजगार और सकारात्मक परिवर्तन का कारक बनेगा. कोई जड़ी बूटियों के संग्रह तो कोई औषधीय पौधों की खेती तो कोई नौकरी व दुकानदारी से जुड़कर आगे बढ़ेगा. सबको नए नए अवसर मिलेंगे. मुख्यमंत्री ने आह्वान किया कि विकास प्रक्रिया से जुड़कर प्रदेश और देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने में अपना योगदान दें.

महादेव शिव व गोरक्षनाथ के प्रति सच्ची श्रद्धा का भाव है आयुष विश्वविद्यालय- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कुछ दिन में महाशिवरात्रि का पर्व आ रहा है. यह पर्व देवाधिदेव महादेव भगवान शिव को समर्पित है. शिव की ताकत का एहसास अनिर्वचनीय है. उन्होंने जहर को भी समभाव से आत्मसात कर लिया. वह सिर्फ कल्याण ही कल्याण करते हैं. हानिरहित चिकित्सा पद्धतियों आयुर्वेद, योग, होम्योपैथी, प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी आदि को समाहित करने वाला विश्वविद्यालय खुलना भगवान शिव और शिवावतार गुरु गोरक्षनाथ के प्रति सच्ची श्रद्धा का भाव है.



एक जिला, एक मेडिकल कॉलेजः सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन व प्रेरणा से उत्तर प्रदेश एक जिला एक मेडिकल कॉलेज का लक्ष्य हासिल करने की दिशा में बढ़ रहा है. पहले पूर्वी उत्तर प्रदेश में सिर्फ गोरखपुर का बीआरडी मेडिकल कॉलेज ही था. इसके बाद कुशीनगर, महाराजगंज, देवरिया, बस्ती, सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, गोंडा, आजमगढ़, मऊ, बलिया, बिहार और नेपाल तक के लोग बीआरडी मेडिकल कॉलेज ही आते थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता ने अच्छी सरकार चुनी तो परिणाम सबके सामने है. उन्होंने कहा कि बीआरडी मेडिकल कॉलेज बंदी के कगार पर था. आज वहां सुपर स्पेशियलिटी सेवा उपलब्ध है. उन्होंने कहा कि गोरखपुर में एम्स भी स्थापित हो गया है. इसके अलावा देवरिया, बस्ती, सिद्धार्थनगर, में मेडिकल कॉलेज शुरू हो चुके हैं. वहीं, महराजगंज और संतकबीरनगर में मेडिकल कॉलेज बनने की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है. आने वाले समय में प्रदेश के हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज होगा.



पूर्व राष्ट्रपति ने रखी थी आधारशिलाः सीएम योगी ने कहा कि मॉडर्न मेडिसिन के साथ परंपरागत आयुष पद्धतियों से सम्पूर्ण आरोग्यता प्रदान कराने की दिशा में भी तेजी से कदम बढ़ा दिया गया है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश आयुर्वेद और आयुष की धरती है. इसीलिए भगवान को भी बार बार उत्तर प्रदेश की धरती पर अवतरित होना पड़ा. उत्तर प्रदेश की परंपरागत आयुष पद्धति को आगे बढ़ाने के लिए ही सरकार गोरखपुर में आयुष विश्वविद्यालय बना रही है. सीएम योगी ने कहा कि 28 अगस्त 2021 को तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी थी. आज वहां ओपीडी शुरू हो रही है. 6 से 8 माह में यहां आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी योग, प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति आदि से उपचार की बेहतरीन सुविधा भी उपलब्ध होने लगेग. उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि भगवान धन्वंतरि की जन्मस्थली उत्तर प्रदेश को उनकी जयंती तक आयुष विश्वविद्यालय का मुख्य भवन को भव्य रूप से देख सके. साथ ही नए सत्र में विश्वविद्यालय में भी प्रवेश प्रारंभ हो सके.



यूपी में ही मिलेगा रोजगार- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि आज पूरी दुनिया उत्तर प्रदेश में निवेश करने को इच्छुक है. ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 33.50 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं. इनसे करीब 95 लाख लोगों को नौकरी व रोजगार मिलेगा. पहले यूपी के नौजवानों को दूसरे राज्यों, देशों में रोजगार के लिए जाना पड़ता था. अब उन्हें यूपी में ही रोजगार मिलेगा. अब प्रदेश के युवाओं को बाहर जाने की आवश्यकता नहीं होगी. सीएम ने कहा कि अब दूसरे राज्यों के लोग यहां रोजगार की तलाश में आएंगे. ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में प्रदेश के सभी 75 जिलों के लिए निवेश प्रस्ताव मिले हैं. अब सभी जनपदों का समान रूप से विकास होगा.



आने वाला युग होगा आयुर्वेद व आयुष काः इस अवसर पर प्रदेश सरकार के खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र दयालु ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से आने वाला युग आयुर्वेद और आयुष का होगा. आज पूरी दुनिया प्राचीनतम और 6 हजार वर्ष पुरानी आयुर्वेद, योग, सोवा रिग्पा और सिद्धा जैसी चिकित्सा पद्धतियों को स्वीकार कर रही है. 21 जून को विश्व योग दिवस मनाया जाना, इसी की एक बानगी है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में 19 राजकीय समेत आयुष के 105 कॉलेज हैं. जहां छोटे-बड़े 4000 अस्पताल हैं. 13 नए अस्पताल बनकर उद्घाटन के लिए तैयार हैं. 555 आयुष वेलनेस सेंटर लोगों की सेवा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आयुर्वेद हमारी सनातन संस्कृति से जुड़ी विधा है. कोरोना काल में दुनिया को एक बार इसका लोहा मानना पड़ा. वहीं, सांसद रविकिशन शुक्ल ने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री सच्चे योगी व संत हैं. सूक्ष्म दृष्टि से वह हर बिंदु पर नजर रखते हैं. इस आयुष विश्वविद्यालय से वह आयुर्वेद, योग, युनानी, होम्योपैथी जैसी चिकित्सा पद्धतियों को जनहित में आगे बढ़ा रहे हैं. इस विश्वविद्यालय से पढ़कर हमारे युवा पूरी दुनिया में क्षेत्र का नाम रोशन करेंगे.

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