ETV Bharat / state

MMMUT के नए कुलपति प्रो. सैनी ने संभाला कार्यभार, जानिए इनकी उपलब्धियों के बारे में

गोरखपुर स्थित मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (Madan Mohan Malviya University of Technology) के नए कुलपति प्रो. जेपी सैनी ने पदभार संभाल लिया है. आइए जानते हैं कि प्रो. सैनी उपलब्धियों और कैरियर के बारे में...

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 28, 2023, 3:58 PM IST

गोरखपुरः मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (MMMUT) के नवनियुक्त कुलपति प्रो. जेपी सैनी ने अपना पदभार ग्रहण कर लिया है. पदभार ग्रहण करने के बाद प्रो. जेपी सैनी ने कहा कि 'हमारी कोशिश होनी चाहिए कि हमारे प्रयासों के परिणाम सार्थक दिखाई दें. जिससे कि विश्वविद्यालय की उन्नति हो. आज की दुनिया ग्लोबल और आउटकम बेस्ड हो गई है. आज जो परिणाम (आउटकम) देगा, वही आगे रहेगा. इसलिए हम सभी के प्रयास ऐसे होने चाहिए जिससे सार्थक परिणाम निकलें. हम सब को मिलकर विश्वविद्यालय की रैंकिंग और शैक्षणिक गुणवत्ता को बढ़ाने का प्रयास करना होगा. निश्चित ही इसके उत्कृष्ट परिणाम देखने को मिलेंगे.'

पूर्व कुलपति प्रो. जेपी पांडेय ने प्रो. जेपी सैनी ने कार्यभार ग्रहण कराया.
पूर्व कुलपति प्रो. जेपी पांडेय ने प्रो. जेपी सैनी ने कार्यभार ग्रहण कराया.
एमएमएमयूटी के चौथे कुलपति प्रोफेसर सैनीः
प्रोफेसर सैनी एमएमएमयूटी के चौथे कुलपति हैं. इनका कार्यकाल कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से तीन वर्ष का होगा. कुलपति सचिवालय में पूर्व कुलपति प्रो. जेपी पांडेय ने उन्हें कार्यभार ग्रहण कराया. पूर्व कुलपति प्रो. जेपी पांडेय ने कार्यभार हस्तांतरित किया और स्मृतिचिन्ह भेंटकर अभिनंदन भी गया. कुलपति के रूप में कार्यभार ग्रहण करने से पूर्व प्रो सैनी, नई दिल्ली स्थित नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के संस्थापक कुलपति भी रहे हैं. इस दौरान कुलसचिव डॉ जय प्रकाश, परीक्षा नियंत्रक डॉ डीएस सिंह सहित विभिन्न अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, शिक्षक, अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे.

इसे भी पढ़ें-MMMTU हर साल सौ चिप डिजाइन विशेषज्ञ तैयार करेगा, प्रोजेक्ट को मिली मंजूरी

प्रो. सैनी की ये है शैक्षणिक योग्यताः जनवरी 2010 से दिसंबर 2013 तक पूर्ववर्ती मदन मोहन मालवीय इंजीनियरिंग कॉलेज के अंतिम प्राचार्य भी रहे हैं. इनके कार्यकाल के दौरान ही तत्कालीन इंजीनियरिंग कॉलेज को प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का दर्जा मिला था. प्रो सैनी ने 1987 में केएनआईटी सुल्तानपुर से इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बी.टेक, 1996 में आईआईटी कानपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में एमटेक और 2001 में केएनआईटी, डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय से पीएचडी की उपाधि प्राप्त की है.

इन संस्थाओं का संभाल चुके हैं कार्यभारः प्रो. सैनी जुलाई 2017 से सितंबर, 2018 तक पूर्ववर्ती नेताजी सुभाष इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी नई दिल्ली के निदेशक रहे हैं. इसके पूर्व डॉ. अंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी फॉर हैंडीकैप्ड, कानपुर के दो बार निदेशक रह चुके हैं. प्रो सैनी के पास शिक्षण, शोध, एवम अकादमिक प्रशासन में 31 वर्षों का अनुभव है. प्रो सैनी के 200 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय/राष्ट्रीय शोध पत्र प्रकाशित हुए हैं. कई पीएचडी शोध प्रबंधों का पर्यवेक्षण उन्होंने किया है. विभिन्न प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं के समीक्षक रहे हैं.

इसे भी पढ़ें-जेपी सैनी बने मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय गोरखपुर के कुलपति

गोरखपुरः मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (MMMUT) के नवनियुक्त कुलपति प्रो. जेपी सैनी ने अपना पदभार ग्रहण कर लिया है. पदभार ग्रहण करने के बाद प्रो. जेपी सैनी ने कहा कि 'हमारी कोशिश होनी चाहिए कि हमारे प्रयासों के परिणाम सार्थक दिखाई दें. जिससे कि विश्वविद्यालय की उन्नति हो. आज की दुनिया ग्लोबल और आउटकम बेस्ड हो गई है. आज जो परिणाम (आउटकम) देगा, वही आगे रहेगा. इसलिए हम सभी के प्रयास ऐसे होने चाहिए जिससे सार्थक परिणाम निकलें. हम सब को मिलकर विश्वविद्यालय की रैंकिंग और शैक्षणिक गुणवत्ता को बढ़ाने का प्रयास करना होगा. निश्चित ही इसके उत्कृष्ट परिणाम देखने को मिलेंगे.'

पूर्व कुलपति प्रो. जेपी पांडेय ने प्रो. जेपी सैनी ने कार्यभार ग्रहण कराया.
पूर्व कुलपति प्रो. जेपी पांडेय ने प्रो. जेपी सैनी ने कार्यभार ग्रहण कराया.
एमएमएमयूटी के चौथे कुलपति प्रोफेसर सैनीः प्रोफेसर सैनी एमएमएमयूटी के चौथे कुलपति हैं. इनका कार्यकाल कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से तीन वर्ष का होगा. कुलपति सचिवालय में पूर्व कुलपति प्रो. जेपी पांडेय ने उन्हें कार्यभार ग्रहण कराया. पूर्व कुलपति प्रो. जेपी पांडेय ने कार्यभार हस्तांतरित किया और स्मृतिचिन्ह भेंटकर अभिनंदन भी गया. कुलपति के रूप में कार्यभार ग्रहण करने से पूर्व प्रो सैनी, नई दिल्ली स्थित नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के संस्थापक कुलपति भी रहे हैं. इस दौरान कुलसचिव डॉ जय प्रकाश, परीक्षा नियंत्रक डॉ डीएस सिंह सहित विभिन्न अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, शिक्षक, अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे.

इसे भी पढ़ें-MMMTU हर साल सौ चिप डिजाइन विशेषज्ञ तैयार करेगा, प्रोजेक्ट को मिली मंजूरी

प्रो. सैनी की ये है शैक्षणिक योग्यताः जनवरी 2010 से दिसंबर 2013 तक पूर्ववर्ती मदन मोहन मालवीय इंजीनियरिंग कॉलेज के अंतिम प्राचार्य भी रहे हैं. इनके कार्यकाल के दौरान ही तत्कालीन इंजीनियरिंग कॉलेज को प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का दर्जा मिला था. प्रो सैनी ने 1987 में केएनआईटी सुल्तानपुर से इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बी.टेक, 1996 में आईआईटी कानपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में एमटेक और 2001 में केएनआईटी, डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय से पीएचडी की उपाधि प्राप्त की है.

इन संस्थाओं का संभाल चुके हैं कार्यभारः प्रो. सैनी जुलाई 2017 से सितंबर, 2018 तक पूर्ववर्ती नेताजी सुभाष इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी नई दिल्ली के निदेशक रहे हैं. इसके पूर्व डॉ. अंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी फॉर हैंडीकैप्ड, कानपुर के दो बार निदेशक रह चुके हैं. प्रो सैनी के पास शिक्षण, शोध, एवम अकादमिक प्रशासन में 31 वर्षों का अनुभव है. प्रो सैनी के 200 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय/राष्ट्रीय शोध पत्र प्रकाशित हुए हैं. कई पीएचडी शोध प्रबंधों का पर्यवेक्षण उन्होंने किया है. विभिन्न प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं के समीक्षक रहे हैं.

इसे भी पढ़ें-जेपी सैनी बने मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय गोरखपुर के कुलपति

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.