गोरखपुर: पूर्व विधान परिषद सदस्य और संयुक्त भारतीय कश्यप महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा है कि देश में किसी भी जाति को अगर राजनीतिक ताकत पानी है और सत्ता में अपनी भागीदारी बनानी है तो उसे अपने समाज के धर्म गुरुओं और धर्म को पूरी मजबूती के साथ आगे बढ़ाने में जुटना चाहिए. उन्होंने कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि के रूप में मछुआ यानी कि निषाद समाज में अपना कार्य कर रहे हैं. लेकिन, अगर मछुआ समाज को वास्तविक रूप से देश में मजबूत ताकत के रूप में उभरना है तो उसे भी कश्यप ऋषि और उनके विचारों को गांव-गांव तक पहुंचाना होगा. ऐसा करने से जब समाज की ताकत बढ़ेगी तो कोई भी राजनीतिक दल उसे अपने साथ जोड़ने के लिए मजबूर होगा.
उन्होंने कहा कि लोकसभा विधानसभा चुनाव में समाज के लोगों को टिकट देना दलों की मजबूरी हो जाएगी. यही नहीं अगर कोई दल यह जान लेगा कि मछुआ समाज उसे हराने में कामयाब हो जाएगा तो भी समझिए कि आपकी राजनीतिक ताकत बहुत बढ़ जाएगी. सुरेश कश्यप शनिवार को गोरखपुर में राष्ट्रीय मछुआ समन्वय समिति के दो दिवसीय अधिवेशन में बतौर अतिथि उपस्थित समाज के 29 प्रदेशों से आए हुए प्रतिनिधियों, नेताओं, पूर्व और वर्तमान सांसद, विधायकों और समाज से एकत्रित हुए लोगों को संबोधित कर रहे थे.
संयुक्त भारतीय कश्यप महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने अपने समाज के लोगों को भगवान राम के नाम का उदाहरण देते हुए समझाया कि जिस प्रकार भारतीय जनता पार्टी ने भगवान राम के नाम को लेकर अपने राजनीतिक उद्देश्य को हासिल किया, वैसे ही मछुआ समाज में आने वाली सभी जातियों को कश्यप ऋषि के कृतियों और विचार को समाज में फैलाना होगा. उन्होंने कहा कि वह दावे के साथ कहते हैं कि भारतीय जनता पार्टी ने अगर राम के नाम का सहारा नहीं लिया होता तो वह न तो सत्ता में आई होती और न ही लगातार उसे सत्ता में आने में कामयाबी मिलती. मछुआ समाज के लिए यह बहुत बड़ा उदाहरण है. इस कार्यक्रम को सांसद मुकेश राजपूत, पूर्व सांसद गंगा चरण राजपूत, निषाद समाज से आने वाले कुछ संत और धर्म गुरुओं ने भी संबोधित किया. इन लोगों ने समाज में शिक्षा के स्तर पर जोर देने की बात कही. इन्होंने कहा कि पढ़ लिखकर ही कोई भी समाज अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो सकता है और अधिकार ले सकता है.
दो दिवसीय इस राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन पूर्व राज्यसभा सांसद और बीजेपी मछुआ प्रकोष्ठ उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष जयप्रकाश निषाद की मेजबानी में हो रहा है. उन्होंने कहा कि इस अधिवेशन में 29 राज्यों और पांच केंद्र शासित प्रदेशों के 200 प्रतिनिधियों सहित कुल 3000 लोगों की भागीदारी दो दिनों में होगी. इसमें समाज के वह लोग जो डॉक्टर, इंजीनियर, अधिवक्ता, सिविल सेवा, जज आदि पदों पर रहे हैं, वह भी शामिल हो रहे हैं. इस अधिवेशन में कुल पांच मुद्दों पर चर्चा हो रही है. इसमें प्रमुख रूप से राजनीतिक दलों से उनके राजनीतिक दल में काम करने वाले मछुआ समाज के लोगों को आगामी चुनाव में टिकट देने की मांग भी शामिल है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति भी रविवार को कार्यक्रम में मौजूद रहेंगी. इस आयोजन में उत्तराखंड से लेकर असम, हैदराबाद से लेकर दिल्ली और छत्तीसगढ़, मुंबई से निषाद समाज के प्रबुद्ध लोगों ने शिरकत की.
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