गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर दौरे के दौरान गोरखनाथ मंदिर में लगने वाले जनता दरबार में अक्सर भूमि विवाद, राजस्व और पुलिस उत्पीड़न के मामले काफी तादाद में पहुंचते हैं. मुख्यमंत्री उनके निराकरण का आदेश भी देते हैं. लेकिन, शनिवार को उनके दरबार में किन्नरों के विवाद का बड़ा मामला पहुंच गया. आज असली किन्नर व समाज की नेत्री कोमल अपना आवेदन पत्र लेकर जनता दरबार में पहुंची. उसने नकली किन्नरों से आए दिन हो रही मारपीट से अपने समाज को बचाने और पुलिस से मदद मिले ऐसी गुहार सीएम से लगाई. इस पर मुख्यमंत्री ने किन्नरों की समस्या को दूर करने का निर्देश दिए.
किन्नर कोमल का कहना है कि प्रधानमंत्री आवास परिसर राप्तीनगर मानबेला में बहुरुपिए किन्नरों का आतंक अक्सर देखने को मिल रहा है. इन मकानों में रह रहे किन्नरों से नकली किन्नर और उनके सहयोगी आए दिन मारपीट कर रह रहे हैं. लोगों को परेशान करते हैं. वहां रहने वाले अन्य परिवार भी परेशान हैं.
किन्नर समाज की गद्दीदार किन्नर कोमल ने सीएम योगी से मिलकर बहुरुपिया बनकर किन्नर को बदनाम करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. कोमल मीडिया से भी रूबरू हुई. उसने कहा कि असली किन्नरों से दूसरे किन्नर अक्सर मारपीट करते हैं. इसका वीडियो भी वायरल हो रहा है. साथ ही पुलिस की मौजूदगी में इस तरह की मारपीट कर अपना दबदबा कायम कर रहे हैं. लेकिन, पुलिस उनकी मदद नहीं कर रही. नकली किन्नरों से प्रधानमंत्री आवास योजना में रहने वाले लोग परेशान हैं. उसने कहा कि पुलिस के साथ वह गोरखपुर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों से भी मांग करती है कि ऐसे लोगों के परिसर में घुसने पर किसी तरह से प्रतिबंध लगाया जाए, जिससे वह सुरक्षित रह सकें.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को हर जरूरतमंद तक बेहतरीन चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. उन्होंने सभी पात्रों का आयुष्मान हेल्थ कार्ड बनाने और किसी के पास यह कार्ड न होने पर बड़े संस्थानों में उसके इलाज के लिए इस्टीमेट बनाकर शासन को भेजने की हिदायत दी. मुख्यमंत्री ने कहा है कि हर जरूरतमंद को इलाज के लिए मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से भरपूर मदद दी जाएगी. जनता दर्शन में उन्होंने करीब 300 लोगों की समस्याएं सुनीं. समस्याओं का समयबद्ध, गुणवत्तापूर्ण और संतुष्टिपरक समाधान के निर्देश अधिकारियों को दिए.
जनता दर्शन में पहुंची एक महिला ने मुख्यमंत्री को अपनी बिटिया के गंभीर रूप से बीमार होने की जानकारी दी. इस पर सीएम योगी ने उससे आयुष्मान कार्ड के बारे में पूछा. महिला ने बताया कि आयुष्मान कार्ड नहीं बना है. मुख्यमंत्री ने पास में मौजूद अधिकारियों को निर्देशित किया कि सबसे पहले महिला की बिटिया को लखनऊ के एसजीपीजीआई या केजीएमयू में भर्ती कराकर तुरंत इलाज शुरू कराया जाए. इसमें जो भी खर्च आना है, अस्पताल से इस्टीमेट बनाकर शासन को उपलब्ध कराया जाएगा. अधिकारी संवेदनशीलता से लोगों की समस्याओं को सुनें और गुणवत्तापूर्ण और त्वरित समाधान सुनिश्चित करें.
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