गोरखपुर: आगामी यूपी विधानसभा चुनाव में आचार संहिता लगने से पहले बीजेपी के सांसद, विधायक और खुद मुख्यमंत्री गोरखपुर में विकास योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करके पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने में जुटे हुए हैं. दिसंबर में ताबड़तोड़ कई उद्घाटन और शिलान्यास हुए.
यहां तक कि पीएम मोदी के हाथों एम्स और खाद कारखाने का भी लोकार्पण करा दिया गया जबकि कई लोकार्पित परियोजनाओं में अभी बहुत से काम होना बाकी हैं. एम्स में डॉक्टरों/फैकेल्टी की नियुक्ति पूरी नहीं हो पाई है. खाद कारखाना पीएम के उद्घाटन करने के 45 दिन बाद से यूरिया का सही से उत्पादन कर सकेगा.
127 साल बाद गोरखपुर नगर निगम की बिल्डिंग का 29 दिसम्बर को सीएम योगी के हाथों हुआ जबकि यह बिल्डिंग अभी कई मामलों में अधूरी है. इसी प्रकार सांसद रवि किशन शुक्ला ने भी अपनी निधि से तीन करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास 25 दिसम्बर को किया था. वह भी पिछले दो साल से शांत बैठे थे. कहने के लिए इनकी निधि पर कोरोना की वजह से रोक लगी थी, लेकिन यूपी चुनाव में गांव, मोहल्ले में पहुंचने, बीजेपी की उपलब्धि गिनाने के लिए उनका भी शिलान्यास और लोकार्पण बड़ा माध्यम बना.
इसी प्रकार हर विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी के विधायक लोकार्पण/शिलान्यास में जुटे हुए हैं. मुख्यमंत्री खुद अपने दौरों में किसी न किसी विधानसभा में सभा कर अपने इस अभियान को आगे बढ़ा रहे हैं. इस दौरान सभा का आयोजन भी होता है, और कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां भी खूब उड़ाई जाती हैं.
सांसद रवि किशन कहते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी, मुख्यमंत्री योगी के सराहनीय प्रयासों से गोरखपुर नए भारत के नक्शे में चमकने को तैयार है. गोरखपुर चिकित्सा, स्वास्थ्य, शिक्षा, उद्योग, पर्यटन, रोजगार का हब बन कर उभर रहा है. आए दिन विकास के नए कीर्तिमान स्थापित हो रहे हैं.
गोरखपुर ग्रामीण विधान सभा के विधायक विपिन सिंह भी विकास खण्ड खोराबार के ग्रामसभा चंवरी समेत तमाम गांवों में चौपाल के माध्यम से नागरिकों से संवाद कर उनकी समस्याएं सुन रहे हैं. वे विभागीय अधिकारियों को समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए निर्देशित भी कर रहे हैं.
इस दौरान जनसमूह को संबोधित करते हुए विधायक विपिन सिंह ने कहा कि 2014 से देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की भाजपा सरकार और 2017 में उत्तर प्रदेश में बनी योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश में अभूतपूर्व विकास हुआ है. इसका प्रमाण एम्स, खाद कारखाना, रामगढ़ताल का सुन्दरीकरण, चिड़ियाघर, प्रेक्षागृह, बन्द चीनी मिलों का पुनः संचालन, विभिन्न धार्मिक स्थलों का सुन्दरीकरण है. वहीं, फोरलेन और सिक्स लेन सड़कों का जाल बिछने से आवागमन भी सुदृढ हुआ है.
केंद्र और प्रदेश भाजपा सरकार ने कोरोना जैसी भीषण महामारी में जिस प्रकार आम जन के हित में व्यापक कार्य किये हैं, वह पूरी दुनिया के लिए एक मॉडल के रूप में उभरा है. हमारी सरकार ने नागरिकों को मुफ्त राशन देकर जहां राहत प्रदान की है वहीं मुफ्त वैक्सीन देकर कोरोना से बचाव के लिए सुरक्षा कवच देने का सरहानीय कार्य किया है.
विपक्ष के लोग पहले कहा करते थे कि रामलला हम आएंगे मंदिर वहीं बनाएंगे, लेकिन तारीख नहीं बताएंगे, उनको भी उनके उस कथन का जवाब हमारी सरकार ने करोड़ों हिंदुओं की आस्था के केंद्र प्रभु श्री राम के भव्य मंदिर निर्माण के शिलान्यास से ही दे दिया है.
उन्होंने विकास खण्ड खोराबार के ग्रामसभा मिर्ज़ापुर साहुकोल में ग्राम पेयजल योजना से निर्मित शिरोपरी जलाशय (ओवरहेड टैंक) का इस दौरान लोकापर्ण भी किया. यहां खोराबार ब्लॉक प्रमुख शिव प्रसाद जायसवाल, ग्राम प्रधान दिनेश सिंह, भाजपा मंडल अध्यक्ष अमितेश्वर, पांडेय वरिष्ठ भाजपा नेता हरि जी पांडेय, वैभव अग्रहरि, डॉ० रमेश निषाद, पूर्व प्रधान राकेश सिंह, पूर्व प्रधान गिरीश चन्द, पूर्व प्रधान किशन निषाद आदि मौजूद रहे.
दिसंबर में हुए लोकार्पण और शिलान्यास
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में रामगढ़ताल स्थित वाटर स्पोर्टस काम्पलेक्स और अक्षयपात्र एमडीएम किचन सहित 1305 करोड़ की 114 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास 30 दिसम्बर को किया था. उन्होंने गोरखपुर में एक हजार छात्र- छात्राओं को टैबलेट और स्मार्ट फोन का वितरण भी किया.
मुख्यमंत्री ने कहा था कि प्रदेश सरकार ने यह तय किया है कि प्रदेश के हर एक स्नातक और परास्नातक छात्र व छात्रा को टैबलेट अथवा स्मार्ट फोन उपलब्ध करवाएगी.
लखनऊ में यह कार्यक्रम 25 दिसम्बर से शुरू किया गया है जिसमें 60 हजार युवाओं को टैबलेट व स्मार्ट फोन दिए गए हैं. अब यह कार्यक्रम अनवरत रूप से संस्थावार प्रारम्भ होगा.
इस बारे में सपा जिलाध्यक्ष नगीना साहनी ने कहा कि बीजेपी चुनाव और चुनाव आचार संहिता की तिथि को जानती है. वह अपने अनुकूल तिथि बनवाएगी और उसी हिसाब से लोकार्पण/शिलान्यास में जुटी है. उन्होंने कहा कि यह सारी तेजी सिर्फ चुनावी लाभ के लिए है जिसका उदाहरण तमाम अधूरी परियोजनाओं का लोकार्पण हो जाना है. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव की सरकार में लैपटॉप बांटे गए, एक्सप्रेस वे बना तो बीजेपी को सब गलत लगता था, आज उसी योजनाओं पर बीजेपी खुद चल रही है.
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