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गोरखपुर: जमीन के विवाद में महिला ने खुद को लगाई आग

यूपी के गोरखपुर स्थित बड़हलगंज थाना क्षेत्र में जमीनी विवाद में इंसाफ न मिलने पर पीड़ित के परिवार ने सरकारी तंत्र से हार मानते हुए आत्मदाह करने की कोशिश की. जिसमें 70 वर्षीय वृद्ध महिला ने खुद को आग के हवाले कर दिया.

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Published : Jul 27, 2019, 2:52 PM IST

पीड़ित के पूरे परिवार ने की आत्मदाह की कोशिश.

गोरखपुर: बड़हलगंज थाना क्षेत्र गोला तहसील में पड़ने वाले पदमल पार गांव के रहने वाले शैलेश शुक्ला अपनी 22 डिसमिल जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर न्यायालय में दिनेश शुक्ला नाम के व्यक्ति से मुकदमा लड़ रहे हैं. जमीन के विवाद का मामला न्यायालय में विचाराधीन है. न्यायालय ने शैलेश शुक्ला को स्टे ऑर्डर भी दिया है. स्टे ऑर्डर के बाद भी अवैध रूप से दिनेश शुक्ला जमीन पर मकान निर्माण करवा रहे हैं.

पीड़ित के परिवार ने की आत्मदाह की कोशिश.

जानें पूरी घटना-

  • अवैध रूप से बनवाए जा रहे मकान का विरोध करने पर दूसरे पक्ष ने शैलेश शुक्ला को जान से मारने की धमकी दी.
  • मामला मुख्यमंत्री से लेकर जिले के आलाधिकारियों तक कई बार लिखित रूप से पहुंचाया गया है, लेकिन प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की.
  • पीड़ित परिवार ने तहसील दिवस पर जाकर मामले को डीएम से बताया था, लेकिन निर्माण कार्य नहीं रुका.
  • इस बात से आहत होकर शैलेश शुक्ला विवादित भूमि के पास पहुंचा और पूरे परिवार के साथ आत्मदाह करने की कोशिश की.
  • आत्मदाह करने पहुंचे शैलेश की 70 वर्षीय मां राजकुमारी देवी ने खुद मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली.
  • पूरी तरीके से आग में झुलसी पीड़िता को गोरखपुर सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया.
  • पीड़िता की हालत गम्भीर देखते हुए डॉक्टरों ने पीड़िता को गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया है.
  • पीड़ित परिवार का आरोप है कि इस मामले में पुलिस के एक तरफा रवैये से पूरा परिवार आहत था.

मुख्यमंत्री से भी लगाई मदद की गुहार-

  • शैलेश शुक्ला का कहना है कि उन्होनें कई बार मुख्यमंत्री से मुलाकात की और मुख्यमंत्री के आइजीआरएस पोर्टल पर शिकायत भी की.
  • शिकायत के बाद आइजीआरएस के अधिकारियों ने गलत रिपोर्ट लगाकर मामले को रफा-दफा कर दिया.
  • शैलेश शुक्ला ने उन दस्तावेजों को भी दिखाया जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री और प्रशासन के अधिकारियों को पेश की थी.

जमीनी विवाद में दो पक्षों का मामला प्रकाश में आया था. जिसमें दिनेश शुक्ला के पक्ष में न्यायालय में कुछ फैसले किए हैं. उसी के आधार पर आज दिनेश शुक्ला जमीन पर निर्माण कार्य करा रहे थे. बाधा डालने के उद्देश्य से शैलेश शुक्ला का परिवार वहां पहुंचा जिसमें शैलेश की 70 वर्षीय मां राजकुमारी देवी ने खुद मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली.
विपुल कुमार श्रीवास्तव, एसपी

कोर्ट ऑर्डर और मुख्यमंत्री के संज्ञान में मामला होने के बाद भी प्रशासनिक अधिकारियों ने गंभीरता नहीं दिखाई. जिसका अंजाम परिवार को भुगतना पड़ रहा है.
शैलेश शुक्ला, पीड़ित

गोरखपुर: बड़हलगंज थाना क्षेत्र गोला तहसील में पड़ने वाले पदमल पार गांव के रहने वाले शैलेश शुक्ला अपनी 22 डिसमिल जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर न्यायालय में दिनेश शुक्ला नाम के व्यक्ति से मुकदमा लड़ रहे हैं. जमीन के विवाद का मामला न्यायालय में विचाराधीन है. न्यायालय ने शैलेश शुक्ला को स्टे ऑर्डर भी दिया है. स्टे ऑर्डर के बाद भी अवैध रूप से दिनेश शुक्ला जमीन पर मकान निर्माण करवा रहे हैं.

पीड़ित के परिवार ने की आत्मदाह की कोशिश.

जानें पूरी घटना-

  • अवैध रूप से बनवाए जा रहे मकान का विरोध करने पर दूसरे पक्ष ने शैलेश शुक्ला को जान से मारने की धमकी दी.
  • मामला मुख्यमंत्री से लेकर जिले के आलाधिकारियों तक कई बार लिखित रूप से पहुंचाया गया है, लेकिन प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की.
  • पीड़ित परिवार ने तहसील दिवस पर जाकर मामले को डीएम से बताया था, लेकिन निर्माण कार्य नहीं रुका.
  • इस बात से आहत होकर शैलेश शुक्ला विवादित भूमि के पास पहुंचा और पूरे परिवार के साथ आत्मदाह करने की कोशिश की.
  • आत्मदाह करने पहुंचे शैलेश की 70 वर्षीय मां राजकुमारी देवी ने खुद मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली.
  • पूरी तरीके से आग में झुलसी पीड़िता को गोरखपुर सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया.
  • पीड़िता की हालत गम्भीर देखते हुए डॉक्टरों ने पीड़िता को गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया है.
  • पीड़ित परिवार का आरोप है कि इस मामले में पुलिस के एक तरफा रवैये से पूरा परिवार आहत था.

मुख्यमंत्री से भी लगाई मदद की गुहार-

  • शैलेश शुक्ला का कहना है कि उन्होनें कई बार मुख्यमंत्री से मुलाकात की और मुख्यमंत्री के आइजीआरएस पोर्टल पर शिकायत भी की.
  • शिकायत के बाद आइजीआरएस के अधिकारियों ने गलत रिपोर्ट लगाकर मामले को रफा-दफा कर दिया.
  • शैलेश शुक्ला ने उन दस्तावेजों को भी दिखाया जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री और प्रशासन के अधिकारियों को पेश की थी.

जमीनी विवाद में दो पक्षों का मामला प्रकाश में आया था. जिसमें दिनेश शुक्ला के पक्ष में न्यायालय में कुछ फैसले किए हैं. उसी के आधार पर आज दिनेश शुक्ला जमीन पर निर्माण कार्य करा रहे थे. बाधा डालने के उद्देश्य से शैलेश शुक्ला का परिवार वहां पहुंचा जिसमें शैलेश की 70 वर्षीय मां राजकुमारी देवी ने खुद मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली.
विपुल कुमार श्रीवास्तव, एसपी

कोर्ट ऑर्डर और मुख्यमंत्री के संज्ञान में मामला होने के बाद भी प्रशासनिक अधिकारियों ने गंभीरता नहीं दिखाई. जिसका अंजाम परिवार को भुगतना पड़ रहा है.
शैलेश शुक्ला, पीड़ित

Intro:गोरखपुर। सोनभद्र में जमीनी विवाद को लेकर नरसंहार के बाद सरकार ने भले ही कई कड़े कदम उठाए हो लेकिन मुख्यमंत्री के ही शहर गोरखपुर में जमीनी विवाद में इंसाफ नहीं मिलने पर पीड़ितों ने सरकारी तंत्र से हार मानते हुए खुद को पीड़ित परिवार ने ज्वलनशील पदार्थ डालकर आत्मदाह करने की कोशिश की।

ताजा मामला बड़हलगंज थाना क्षेत्र के पदमलपुर गांव की 70 वर्षीय वृद्ध महिला ने खुद को आग के हवाले कर दिया। जिसका वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमे वृद्ध महिला के बुरी तरह झुलस गई। परिजनो द्वारा महिला को इलाज के लिए गोरखपुर के जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार करने के बाद उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए बीआरडी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया है।Body:गोरखपुर के बड़हलगंज थाना क्षेत्र गोला तहसील में पड़ने वाले पदमल पार गांव के रहने वाले शैलेश शुक्ला अपनी 22 डिसमिल जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर न्यायालय में दिनेश शुक्ला नाम के व्यक्ति से मुकदमा लड़ रहे हैं। जमीन के विवाद का मामला न्यायालय में विचाराधीन है और न्यायालय ने शैलेश शुक्ला को स्टे ऑर्डर भी दिया है। स्टे ऑर्डर के बाद भी दिनेश शुक्ला उस भूमि के 6 डिसमिल जमीन पर मकान निर्माण करा रहे हैं। जिसका विरोध करने पर वह शैलेश शुक्ला को जान से मारने की धमकी देते हैं। यह मामला मुख्यमंत्री से लेकर जिले के आला अधिकारियों तक पहुंचाया गया बीते दिनों तहसील दिवस पर खुद डीएम ने इस मामले को सुना पर उसके बाद भी निर्माण कार्य नहीं रुका इस बात से आहत होकर शैलेश शुक्ला आज विवादित भूमि पर पहुंचे और अपने पूरे परिवार पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा दी।

इस घटना में शैलेश शुक्ला की 70 वर्षीय माता राजकुमारी पूरी तरीके से झुलस गए जिन्हें गोरखपुर सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने जली हुई महिला को गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया है इस मामले में पुलिस के एक तरफा रवैये से पूरा परिवार आहत था।

शैलेश शुक्ला का कहना है कि उसने कई बार मुख्यमंत्री से मुलाकात की और मुख्यमंत्री के आइजीआरएस पोर्टल पर शिकायत की लेकिन आइजीआरएस के अधिकारियों ने गलत रिपोर्ट लगाकर मामले को रफा-दफा कर दिया। शैलेश शुक्ला ने उन दस्तावेजों को भी दिखाया जो उन्होंने मुख्यमंत्री और प्रशासन के अधिकारियों को पेश की थी हैरत की बात तो यह है कि कोर्ट ऑर्डर होने के बावजूद भी और मुख्यमंत्री के संज्ञान में मामला होने के बाद भी प्रशासनिक अधिकारियों ने गंभीरता नहीं दिखाई जिसका अंजाम आज परिवार को मौत चुनकर भुगतना पड़ा

वहीं एसपी साउथ विपुल कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि जमीनी विवाद में दो पक्षों का मामला प्रकाश में आया था जिसमें शैलेश शुक्ला और दिनेश शुक्ला में काफी दिनों से जमीनी विवाद चल रहा था और मामला न्यायालय में है। जिसमें दिनेश शुक्ला के पक्ष में न्यायालय में कुछ फैसले किए हैं, उसी के आधार पर आज दिनेश शुक्ला जमीन पर निर्माण कार्य करा रहे थे। जिसमें बेवजह शैलेश शुक्ला का परिवार बार-बार बाधा डाल रहा था, आज दिनेश शुक्ला द्वारा निर्माण कार्य कराए जा रहा था। बाधा डालने के उद्देश्य शैलेश शुक्ला का परिवार वहां पहुंचा जिसमें शैलेश की 70 वर्षीय मां राजकुमारी देवी ने खुद मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली। इस मामले की पुलिस जांच कर रही है और आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है।

बाइट शैलेश शुक्ला पीड़ित

बाइट विपिन कुमार श्रीवास्तव एसपी साउथ





निखिलेश प्रताप
गोरखपुर
9453623738Conclusion:
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