गोरखपुर: डॉयल 112 पर अजब-गजब कंप्लेन आती हैं, जिस पर पुलिस को दौडना भी पड़ता है. 27 नवंबर को चिलुआताल के बरगदवा निवासी मंजू की कंप्लेन पर डॉयल 112 की टीम (Wife called dial 112 in Gorakhpur) उसके घर पहुंची. मंजू का पति से विवाद हो गया था. मंजू का आरोप था कि उसने जो वॉशिंग पॉउडर पति से मंगाया था, पति वो ना लाकर दूसरी कंपनी का ले आया.
इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया था. घर पर पहुंची डॉयल 112 की टीम ने दोनों को समझाने का प्रयास किया. लेकिन वे नहीं समझे और ये मामला महिला थाना पहुंच गया. दोनों पति-पत्नी इतनी सी बात को लेकर अलग रहने की जिद पर अड़ गए. वहीं, महिला थाने की पुलिस ने दोनों की काउंसलिंग कर उन्हें घर भेज दिया. इसके बाद डॉयल 112 की टीम एक और शिकायत पर युवक के घर पहुंची थी. वहां जाकर पता चला कि युवक की शादी नहीं हो रही है. इसलिए, वो परजनों को इधर-उधर से कॉल करके परेशान करता है. युवक चाहता है कि कोई उसकी शादी करवा दे.
गोरखपुर में हर दिन करीब 400 से 500 ऐसी ही कंप्लेन आती हैं. एक महीने में 12 से 16 हजार कंप्लेन आती हैं. वहीं, जिले में फोर व्हीलर पीआरवी- 47, टू व्हीलर-31, पुलिसकर्मी-553, महिला पुलिसकर्मी- 41 हैं. पुलिसकर्मियों के अनुसार थाने का नंबर बहुत कम लोगों को पता होगा. लेकिन डॉयल 112 नंबर हर किसी को पता रहता है. इसके साथ ही लोगों का कहना है कि थाने में कॉल करने पर पुलिस एक से दो घंटे बाद मौके पर आती है, जबकि डॉयल 112 पर तुरंत पहुंच जाती है. ये टीन कॉल करने के थोड़े ही देर में पहुंच जाती है. इसलिए, घरेलू विवाद, प्रॉपर्टी का विवाद की कंप्लेन डॉयल 112 पर (Gorakhpur woman complained her husband on dial 112) अधिक आती है.
एसपी क्राइम इंदुप्रभा सिंह ने बताया कि डॉयल 112 की टीम बहुत अच्छा काम कर रही है. टीम का रिसपॉन्स टाइम बहुत अच्छा है. लोगों से भी अच्छा फीडबैक मिलता है. कई बार टीम के पास अजीब-गरीब मामले आते हैं. जिसे निपटाने में डॉयल 112 को काफी मश्क्कत करनी पड़ती है.
यहां मिली डॉयल 112 का शाबाशी: 16 अक्टूबर को तिवारीपुर इलाके में एक डूबते व्यक्ति को डॉयल 112 की टीम ने बचाया था. तिवारीपुर इलाके में बच्चों के तस्करों को भी पकड़वाने में टीम का अहम रोल रहा. राजघाट इलाके में सुसाइड करने जा रही युवती को डॉयल 112 ने बचाया.
फैमिली काउंसिलिंग सेंटर में आते हैं पति-पत्नी के मामले: अधिकारी द्वारा प्राप्त प्रार्थना पत्र-281, सीधे प्राप्त हुए प्रार्थना पत्र-01, आईजीआरएस से आया प्रार्थना पत्र-54, नौ माह में आए मामले- 423, सुलह कराए गए केस-161, पेडिंग केस- 11.
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