गोरखपुर: नमो सेना इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के प्रपौत्र सोमनाथ बोस मंडलीय कारागार पहुंचे. जहां पर शहीद पं. राम प्रसाद बिस्मिल की प्रतिमा पर माल्यर्पण किया. उन्होंने शहीद स्थली पहुंच कर कहा कि यहां पर आकर वे धन्य हो गए हैं.
ये शहीद बिस्मिल की शहादत भूमि होने के साथ बाबा गोरखनाथ की तपोस्थली भी है. इसके साथ ही गौतम बुद्ध और संत कबीर का भी ये क्षेत्र है. सोमनाथ बोस ने कहा कि विदेशी सभ्यता में ज्यादा दिलचस्पी लेने वाले युवाओं को आजादी और देश के लिए कुर्बानी देने वाले शहीदों के बलिदान के मायने को समझना होगा.
नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के प्रपौत्र सोमनाथ बोस
नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की 123वीं जयंती के अवसर पर बृहस्पतिवार को पहुंचे थे. नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के प्रपौत्र सोमनाथ बोस नमो सेना इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष है. शुक्रवार को उन्होंने मंडलीय कारागार में उस स्थली को भी देखा जहां पर शहीद पं. राम प्रसाद बिस्मिल को फांसी दी गई थी. आजादी के मायने समझने के लिए शहीदों के बलिदान के मायने को समझना होगा.
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देश को आजाद करने के लिए दी कुर्बानी
सोमनाथ बोस ने कहा कि युवाओं को ये जानना होगा कि आजादी के मतवालों ने देश को आजाद कराने के लिए हंसते-हंसते फांसी के फंदे को माला समझकर पहन लिया और अपने प्राणों की आहुति दे दी. उन्होंने कहा कि शहीद राम प्रसाद बिस्मिल भी ऐसे ही युवाओं में रहे हैं, जिन्होंने आजादी के लिए अपनी जान की कुर्बानी दे दी.